देश के 14 राज्यों में घने कोहरे का असर देखने को मिल रहा है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली विजिबिलिटी घटकर जीरो मीटर तक पहुंच गई है। इस कारण कई फ्लाइट्स और ट्रेनें लेट हुईं। अकेले दिल्ली एयरपोर्ट पर शनिवार सुबह 255 फ्लाइट्स निर्धारित समय पर उड़ान नहीं भर सकीं। 43 फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया। दिल्ली स्टेशन पर ट्रेनें अपने निर्धारित समय से लेट पहुंचीं। कोलकाता एयरपोर्ट पर भी 40 फ्लाइट्स लेट हुईं, वहीं, 5 कैंसिल कर दी गई। चंडीगढ़, अमृतसर और आगरा एयरपोर्ट पर भी फ्लाइट्स प्रभावित हुईं। हरियाणा में हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर धुंध के कारण एक कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। कार सवार की मदद के लिए पहुंचे लोग पहुंचे। पीछे से आ रहे ट्रक चालक को कोहरे के कारण सड़क पर लोग दिखाई नहीं दिए। उसने लोगों को रौंद दिया। हादसे में 2 लोगों की मौत हुई। 4 लोग घायल हुए हैं। राजस्थान और मध्य प्रदेश के भी कई जिलों में घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी 100 मीटर तक रह गई। मौसम विभाग ने कहा है कि राजस्थान के कुछ जिलों में कल बारिश हो सकती है, लेकिन MP में बारिश के कोई आसार नहीं है। हालांकि, यहां 2 दिन बाद ठंड से राहत मिल सकती है। राज्यों से मौसम की तस्वीरें… MP-राजस्थान और उत्तर भारत के राज्यों में ठंड बढ़ेगी जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फबारी होने से सर्द हवाएं प्रदेश में आ रही हैं। अभी 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 222 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम चल रही है। इस कारण ठंड का असर है। आने वाले दिनों में बर्फ पिघलेगी। जिससे हवा की रफ्तार तेज होगी और प्रदेश में ठंड का असर बढ़ जाएगा। इस कारण जनवरी में प्रदेश का मौसम ठंडा ही रहेगा। 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलने का अनुमान है। दिल्ली में कल 400+ फ्लाइट्स और गुवाहाटी में 30+ फ्लाइट्स लेट हुई थी खराब मौसम का असर एयर कनेक्टिविटी पर पड़ा। दिल्ली में शुक्रवार को भी घना कोहरा छाया रहा और विजबिलिटी जीरो तक पहुंच गई थी। इसके चलते करीब 400 फ्लाइट्स लेट हो गईं। फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट Flightradar24.com के मुताबिक करीब 470 फ्लाइट्स लेट हुईं। वहीं, गुवाहाटी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक दर्जन से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं, जबकि 30 से ज्यादा फ्लाइट्स लेट हुईं। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने बताया कि घने कोहरे की वजह से पूरा परिचालन बाधित रहा। आने वाले दिनों में भी ऐसे ही हालात रहने का अनुमान है। 4 जनवरी को राज्यों में मौसम का हाल राज्यों में मौसम का हाल… मध्य प्रदेश: ग्वालियर-चंबल में घना कोहरा, 23 जिलों में असर; विजिबिजिटी 100 मीटर से भी कम मध्यप्रदेश के ग्वालियर, चंबल और रीवा संभाग के 12 जिलों में आज घना कोहरा है। वहीं, 11 जिलों में मध्यम कोहरा छाया हुआ है। कुछ जगहों पर विजिबिजिटी 100 मीटर से भी कम है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2 दिन प्रदेश में कोहरे और तेज ठंड का असर रहेगा। पूरी खबर पढ़ें… राजस्थान: कई जिलों में घना कोहरा, बारिश होगी, वेस्टर्न डिर्स्टबेंस के प्रभाव से बदलेगा मौसम उत्तर भारत में एक्टिव हुए वेस्टर्न डिर्स्टबेंस का असर 5 जनवरी को राजस्थान में भी देखने को मिल सकता है। बीकानेर संभाग के गंगानगर, हनुमानगढ़ के एरिया में कल (रविवार) बादल छा सकते हैं। कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। पूरी खबर पढ़ें… उत्तर प्रदेश: कई जिलों में घना कोहरा, विजिबिलिटी जीरो, 87 ट्रेनें लेट; 10 जिलों में कोल्ड डे का अलर्ट यूपी में घना कोहरा छाया हुआ है। बर्फीली हवाओं से लोगों की कंपकंपी छूट रही है। आज 10 जिलों में कोल्ड डे और 26 जिलों में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है। गाजियाबाद, हापुड़ और अयोध्या में सुबह 8 बजे तक वाहन चालक लाइट जलाकर गुजरते रहे। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा: पंचकूला में विजिबिलिटी जीरो, 11 जिलों में धुंध से हालात खराब, कई ट्रेनें 2 घंटे तक लेट हरियाणा लगातार चौथे दिन घनी धुंध की चपेट में है। पानीपत, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, फरीदाबाद और पंचकूला समेत कई जगह घनी धुंध के कारण विजिबिलिटी जीरो है। बारिश की बूंदों की तरह धुंध टपक रही है। शीतलहर चल रही है। कई जगह रात 9 बजे ही धुंध पड़नी शुरू हो गई थी। पूरी खबर पढ़ें… पंजाब: कई जिलों में बारिश के आसार, अमृतसर में विजिबिलिटी जीरो, 2 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें डायवर्ट पंजाब-चंडीगढ़ में कोहरे और शीतलहर को लेकर मौसम विभाग की ओर से कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया। लेकिन शुक्रवार शाम से ही पंजाब के कई जिलों में कोहरा छाने लगा। जिसके बाद आधी रात से अमृतसर और पठानकोट में विजिबिलिटी जीरो पर पहुंच गई। पूरी खबर पढ़ें… हिमाचल प्रदेश: 7 जिलों में बर्फबारी का अलर्ट, पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा, कल बारिश की संभावना हिमाचल प्रदेश में कल से बारिश और बर्फबारी शुरू हो जाएगी। प्रदेश के कुछ ऊंचाई वाले इलाकों में आज भी हल्की बर्फबारी हो सकती है। कल से पश्चिमी विक्षोभ (WD) अधिक सक्रिय हो रहा है। इसके मद्देनजर कल को चंबा, कांगड़ा और किन्नौर जिलों में बर्फबारी हो सकती है। पूरी खबर पढ़ें… उत्तर प्रदेश: घना कोहरे के कारण कई जिलों में विजिबिलिटी जीरो, 87 ट्रेनें लेट; 10 जिलों में कोल्ड डे का अलर्ट यूपी में घना कोहरा छाया हुआ है। बर्फीली हवाओं से लोगों की कंपकंपी छूट रही है। आज 10 जिलों में कोल्ड डे और 26 जिलों में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है। गाजियाबाद, हापुड़ और अयोध्या में सुबह 8 बजे तक वाहन चालक लाइट जलाकर गुजरते रहे। पूरी खबर पढ़ें… बिहार: 12 जिलों में कोल्ड वेव का अलर्ट, पटना समेत कई जिलों में छाया कोहरा, 24 फ्लाइट्स लेट देश के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का असर बिहार में भी दिख रहा है। पिछले 3 दिनों से कई जिलों में ठंड बढ़ गई है। पछुआ हवा ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। आज 12 जिलों में घने कोहरे का यलो अलर्ट है। इन जिलों में कटिहार, किशनगंज शामिल हैं। पूरी खबर पढ़ें… कम बर्फबारी से निपटने को बनाई बर्फबारी की मशीन
लद्दाख में कम बर्फबारी की समस्या से निपटने के लिए लद्दाख स्की और स्नो बोर्ड एसोसिएशन ने बर्फ बनाने वाली मशीन बनाई है। कारगिल के रहने वाले सादिक अली और उनकी 6 सदस्यों की टीम ने यह मशीन बनाई है। सादिक ने बताया कि पिछले कुछ सालों से बर्फबारी कम हो रही है। इस कारण स्कीइंग इवेंट्स नहीं हो पा रहे थे। हमने एक्सपर्ट्स से बात की तो पाया कि यूरोप में बर्फ बनाने की मशीनों का उपयोग होता है। भारत में ऐसी मशीनें उपलब्ध नहीं है। इंटरनेट से सीखकर यह मशीन बनाई है। यह हाई प्रेशर में पानी की छोटी बूंदो को बर्फ के कणों में बदलती है। इससे 12 घंटे में 75 स्क्वायर फीट एरिया में 12 इंच बर्फ जमा सकते हैं। जलवायु परिवर्तन से 80% तक कम हुई बर्फबारी लद्दाख के कई इलाकों में जलवायु परिवर्तन के कारण बर्फबारी 80% तक कम हो गई है। एक स्थानीय ने बताया कि पहले यहां 12 फीट से ज्यादा बर्फबारी होती थी। लोग घरों की दूसरी मंजिल पर बने दरवाजों से बाहर जाते थे, लेकिन इस साल अब तक सिर्फ 4 इंच बर्फबारी हुई है। कम बर्फबारी के कारण अप्रैल-मई में पानी की समस्या हो सकती है। सादिक ने बताया कि इस मशीन से आइस डैम बना सकते हैं। साथ ही खेतों पर भी बर्फ का क्षेत्र बना सकते हैं। सर्दियों में यह बर्फ बनी रहेगी और मार्च के बाद पिघलना शुरू कर देगी। इससे किसानों को पानी मिल सकेगा। मशीन 12 घंटे में 75 स्क्वायर फीट एरिया में 12 इंच बर्फ जमा सकती है। यह -5°C के तापमान में अच्छा काम करती है,इसलिए इससे रात में बर्फ बनाई जा रही है।
लद्दाख में कम बर्फबारी की समस्या से निपटने के लिए लद्दाख स्की और स्नो बोर्ड एसोसिएशन ने बर्फ बनाने वाली मशीन बनाई है। कारगिल के रहने वाले सादिक अली और उनकी 6 सदस्यों की टीम ने यह मशीन बनाई है। सादिक ने बताया कि पिछले कुछ सालों से बर्फबारी कम हो रही है। इस कारण स्कीइंग इवेंट्स नहीं हो पा रहे थे। हमने एक्सपर्ट्स से बात की तो पाया कि यूरोप में बर्फ बनाने की मशीनों का उपयोग होता है। भारत में ऐसी मशीनें उपलब्ध नहीं है। इंटरनेट से सीखकर यह मशीन बनाई है। यह हाई प्रेशर में पानी की छोटी बूंदो को बर्फ के कणों में बदलती है। इससे 12 घंटे में 75 स्क्वायर फीट एरिया में 12 इंच बर्फ जमा सकते हैं। जलवायु परिवर्तन से 80% तक कम हुई बर्फबारी लद्दाख के कई इलाकों में जलवायु परिवर्तन के कारण बर्फबारी 80% तक कम हो गई है। एक स्थानीय ने बताया कि पहले यहां 12 फीट से ज्यादा बर्फबारी होती थी। लोग घरों की दूसरी मंजिल पर बने दरवाजों से बाहर जाते थे, लेकिन इस साल अब तक सिर्फ 4 इंच बर्फबारी हुई है। कम बर्फबारी के कारण अप्रैल-मई में पानी की समस्या हो सकती है। सादिक ने बताया कि इस मशीन से आइस डैम बना सकते हैं। साथ ही खेतों पर भी बर्फ का क्षेत्र बना सकते हैं। सर्दियों में यह बर्फ बनी रहेगी और मार्च के बाद पिघलना शुरू कर देगी। इससे किसानों को पानी मिल सकेगा। मशीन 12 घंटे में 75 स्क्वायर फीट एरिया में 12 इंच बर्फ जमा सकती है। यह -5°C के तापमान में अच्छा काम करती है,इसलिए इससे रात में बर्फ बनाई जा रही है।