14 राज्यों में घना कोहरा, हरियाणा में विजिबिलिटी जीरो:पंजाब में फ्लाइट्स डायवर्ट, UP-दिल्ली में ट्रेनें लेट; राजस्थान में बारिश की संभावना

तेज सर्दी के अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत देश के 14 राज्यों में घने कोहरे का भी असर है। हरियाणा लगातार चौथे दिन घनी धुंध की चपेट में है। पानीपत और पंचकूला में विजिबिलिटी जीरो रही। वहीं, पंजाब में भी अमृतसर और पठानकोट में विजिबिलिटी जीरो दर्ज की गई। अमृतसर एयरपोर्ट पर कई फ्लाइट्स कैंसिल और डायवर्ट की गई। कोहरे और धुंध का असर दिल्ली में दिखा। शनिवार सुबह मेरठ में घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी जीरो रही। इस कारण कई ट्रेनें लेट हुईं। दिल्ली स्टेशन पर ट्रेनें अपने निर्धारित समय से लेट पहुंचीं। राजस्थान और मध्य प्रदेश के भी कई जिलों में घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी 100 मीटर तक रह गई। मौसम विभाग ने कहा है कि राजस्थान के कुछ जिलों में कल बारिश हो सकती है, लेकिन MP में बारिश के कोई आसार नहीं है। यहां 2 दिन बाद ठंड से राहत मिल सकती है। उधर, हिमाचल के 7 जिलों में आज बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी बर्फबारी का दौर अभी नहीं रुकेगा। इन राज्यों में बर्फबारी के कारण ही उत्तर भारत के राज्यों में तापमान में और गिरावट हो सकती है। राज्यों से मौसम की तस्वीरें… MP-राजस्थान और उत्तर भारत के राज्यों में ठंड बढ़ेगी जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फबारी होने से सर्द हवाएं प्रदेश में आ रही हैं। अभी 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 222 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम चल रही है। इस कारण ठंड का असर है। आने वाले दिनों में बर्फ पिघलेगी। जिससे हवा की रफ्तार तेज होगी और प्रदेश में ठंड का असर बढ़ जाएगा। इस कारण जनवरी में प्रदेश का मौसम ठंडा ही रहेगा। 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलने का अनुमान है। दिल्ली में कल 400+ फ्लाइट्स और गुवाहाटी में 30+ फ्लाइट्स लेट हुई थी
खराब मौसम का असर एयर कनेक्टिविटी पर पड़ा। दिल्ली में शुक्रवार को भी घना कोहरा छाया रहा और विजबिलिटी जीरो तक पहुंच गई थी। इसके चलते करीब 400 फ्लाइट्स लेट हो गईं। फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट Flightradar24.com के मुताबिक करीब 470 फ्लाइट्स लेट हुईं। वहीं, गुवाहाटी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक दर्जन से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं, जबकि 30 से ज्यादा फ्लाइट्स लेट हुईं। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने बताया कि घने कोहरे की वजह से पूरा परिचालन बाधित रहा। आने वाले दिनों में भी ऐसे ही हालात रहने का अनुमान है। 4 जनवरी को राज्यों में मौसम का हाल प्रमुख शहरों का अनुमानित तापमान कम बर्फबारी से निपटने को बनाई बर्फबारी की मशीन
लद्दाख में कम बर्फबारी की समस्या‎ से निपटने के लिए लद्दाख स्की और ‎स्नो बोर्ड एसोसिएशन ने बर्फ ‎बनाने वाली मशीन बनाई है। कारगिल के रहने वाले सादिक अली ‎और उनकी 6 सदस्यों की टीम ने‎ यह मशीन बनाई है। सादिक ने ‎बताया कि पिछले कुछ सालों से ‎बर्फबारी कम हो रही है। ‎इस कारण स्कीइंग इवेंट्स नहीं हो पा रहे थे। हमने एक्सपर्ट्स से‎ बात की तो पाया कि यूरोप में ‎बर्फ बनाने की मशीनों का उपयोग ‎होता है। भारत में ऐसी मशीनें ‎उपलब्ध नहीं है। इंटरनेट से सीखकर यह मशीन बनाई है। यह ‎हाई प्रेशर में पानी की छोटी बूंदो को‎ बर्फ के कणों में बदलती है। इससे ‎12 घंटे में 75 स्क्वायर फीट एरिया में 12 इंच बर्फ जमा सकते हैं।‎ जलवायु ‎परिवर्तन से 80% तक कम हुई बर्फबारी लद्दाख के कई इलाकों में जलवायु ‎परिवर्तन के कारण बर्फबारी 80% तक कम हो गई है। ‎एक स्थानीय ने बताया कि ‎पहले यहां 12 फीट से ‎ज्यादा बर्फबारी होती थी। लोग ‎घरों की दूसरी मंजिल पर बने ‎दरवाजों से बाहर जाते थे,‎ लेकिन इस साल अब तक सिर्फ 4 इंच बर्फबारी हुई है। ‎कम ‎बर्फबारी के कारण अप्रैल-मई में‎ पानी की समस्या हो सकती है। सादिक ने बताया कि ‎इस मशीन से आइस डैम‎ बना सकते हैं। साथ ही खेतों पर‎ भी बर्फ का क्षेत्र बना सकते हैं। ‎सर्दियों में यह बर्फ बनी रहेगी और‎ मार्च के बाद पिघलना शुरू कर‎ देगी। इससे किसानों को पानी‎ मिल सकेगा।‎ मशीन 12 घंटे में 75 स्क्वायर फीट एरिया में 12 इंच बर्फ जमा सकती है। यह -5‎°C के तापमान‎ में अच्छा काम ‎करती है,इसलिए इससे ‎रात में बर्फ बनाई जा ‎रही है।