सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच करने मुंबई पहुंचे पटना एसपी विनय तिवारी को बीएमसी ने जबरन क्वारैंटाइन कर दिया है। सूत्रों से पता चला है कि यह ‘पॉलिटिकल स्टंट’ है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि 14 दिनों के बजाय उन्हें अगले कुछ दिनों में ही रिलीज किया जाएगा। ताकि वे जांच पूरी कर सकें। दैनिक भास्कर से खास बातचीत में विनय तिवारी ने पुलिस महकमे और पॉलिटिकल गलियारों में घूम रहे सवालों के जवाब दिए हैं। पेश हैं बातचीत के अंश:-
Q. आपके कलीग्स ने जो जांच की है, उससे अब तक क्या कुछ पता चला?
विनय तिवारी: वह तो अभी नहीं बता पाऊंगा। आगे क्या एंगल रहने वाला है, यह भी बिहार के सीनियर अफसरों के निर्देश पर तय होगा।
Q. सुनने में आया है कि शायद अगले दो-तीन दिनों में आप रिलीज होने वाले हैं?
विनय तिवारी: अच्छा ही होगा, ऐसा हुआ तो।
Q.सुशांत के सीए का लगातार कहना है कि उनके अकाउंट से कोई लेन-देन नहीं हुआ?
विनय तिवारी: इन सब पर मैं इस वक्त कमेंट नहीं कर सकूंगा, क्योंकि इनवेस्टीगेशन जारी है। अभी तो बहुत बेसिक जांच चल रही है। हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों के बयान ले पाएं। हमारे पास अभी भी बहुत से लोगों के बयान नहीं हैं।
Q. बिहार पुलिस क्या मान रही है? सुसाइड है या मर्डर?
विनय तिवारी: एक स्टेटमेंट के आधार पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। पूरी जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि सुसाइड है या मर्डर? ऐसे कैसे कह सकते हैं हम लोग?
Q. पर टीवी चैनलों में जो एक्सपर्ट आ रहे हैं, उनका कहना है कि सुसाइड के मामले में लिगेचर मार्क वैसा होता ही नहीं है ?
विनय तिवारी: मैंने आपको बताया तो कि इस वक्त इस मामले में मैं कुछ कमेंट नहीं कर पाऊंगा।
Q. आपके महकमे के और जो साथी आए हैं, वे कितने दिन और मुंबई में ठहरने वाले हैं?
विनय तिवारी: चूंकि परिस्थितियां बदल रही हैं। इन्हें देखते हुए ही ठहरने या वापस जाने के बारे में फैसले लिए जाएंगे।
Q. सारा खर्च बिहार सरकार उठा रही है या महाराष्ट्र सरकार?
विनय तिवारी: बिहार सरकार के आदेश पर काम कर रहे हैं। ठहरने का सारा खर्च वही उठा रही है।
Q. क्या कारण है कि मुंबई पुलिस सहयोग नहीं कर रही है?
विनय तिवारी: मैं ऐसे कैसे कह सकता हूं? अधिकारी का काम ड्यूटी करना है। मेरा ओपिनियन तो तभी आ सकता है, जब साक्ष्य सामने आएंगे।
Q. अगर प्राइमरी लेवल पर ही साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ हो चुकी हो, तब तो सच को सामने ला पाना बहुत मुश्किल है?
विनय तिवारी: इसके बारे में मैं अभी क्या बोलूं? यह कहना अभी संभव नहीं है कि छेड़छाड़ हुई है या नहीं। हम लोगों को तो जिस स्थिति में चीजें मिलेंगी, उसी में काम करना है। अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश करेंगे। ताकि केस में जस्टिस हो सके।
Q. कभी पटना प्रवास के समय सुशांत ने आपसे मुलाकात की?
विनय तिवारी: जी कभी नहीं।
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