200 अरब डॉलर के मार्केट कैप वाली कंपनी बनने के करीब पहुंची रिलायंस इंडस्ट्रीज, नोवार्टिस को पीछे छोड़ा

मंगलवार के बाद बुधवार की सुबह देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) इतिहास ने नया इतिहास रचा है। यह 192 अरब डॉलर की कंपनी बन गई है। इसने नोवार्टिस को पीछे छोड़ दिया है। नोवार्टिस का मार्केट कैप 190 अरब डॉलर रहा है। कंपनी का शेयर 2,196 रुपए पर पहुंच गया है। इसी के साथ इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 13.86 लाख करोड़ रुपए हो गया।

राइट्स इश्यू का शेयर 4 प्रतिशत बढ़ा

उधर आरआईएल पीपी (पार्शली पेड) का शेयर भी 1,294 रुपए के स्तर पर पहुंचा और इसका मार्केट कैप 55 हजार करोड़ रुपए हो गया। इस तरह से दोनों का मार्केट कैपिटलाइजेशन एनएसई पर बुधवार की सुबह 14.41 लाख करोड़ रुपए से ऊपर हो गया। डॉलर में यह 192 अरब डॉलर हो गया। यानी 200 अरब डॉलर के एम कैप से कंपनी अब कुछ ही कदम पीछे है।

राइट्स इश्यू शेयर ने 90 प्रतिशत का रिटर्न दिया

बता दें कि आरआईएल पीपी शेयर 15 जून को 690 रुपए पर लिस्ट हुआ था जो अब करीबन 90 प्रतिशत ऊपर है। हालांकि यह 395 रुपए की तुलना में 75 प्रतिशत प्रीमियम यानी 690 रुपए पर लिस्ट हुआ था। 395 की तुलना में इसने तीन गुना से ज्यादा रिटर्न अब तक दिया है।

एनएसई में वेटेज 14 प्रतिशत हुआ

मंगलवार को आरआईएल के शेयरों में बढ़त से बीएसई ने भी 743 अंकों की बढ़त हासिल की थी। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 148 लाख करोड़ रुपए से ऊपर चला गया। उधर रिलायंस का मार्केट कैपिटलाइजेशन भी 13.63 लाख करोड़ रुपए हो गया था। बीएसई के मार्केट कैपिटलाइजेशन में रिलायंस इंडस्ट्रीज का हिस्सा 9 प्रतिशत के करीब है। हालांकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में इसका वेटेज 14 प्रतिशत हो गया है।

ब्रोकरेज हाउस इस बात से चिंतित जरूर हैं कि रिलायंस का वैल्यूएशन महंगा है। पर वे इसमें आगे और तेजी की उम्मीद भी किए हैं। उनकी उम्मीद यह भी है कि बीएसई में आरआईएल की हिस्सेदारी और बढ़ेगी।

जियो से आरआईएल को हो रहा है फायदा

आंकड़े बताते हैं कि रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 2009 दिसंबर से 2016 के बीच चार गुना बढ़ा था। उस समय रिलायंस की हिस्सेदारी बीएसई के मार्केट कैप में महज 3 प्रतिशत थी। हाल में जियो की हिस्सेदारी बेचकर जुटाए गए फंड की वजह से इसके शेयरों में तेजी बनी हुई है। इससे इसकी हिस्सेदारी अब तीन गुना बढ़कर 9 प्रतिशत हो गई है। इसी तरह उस समय निफ्टी में इसका वेटेज 5.2 प्रतिशत था जो अब करीबन तीन गुना बढ़कर 14 प्रतिशत हो गया है।

नए स्तर पर होगा वैल्यूएशन

के. आर. चौकसी के एमडी देवेन चौकसी कहते हैं कि रिलायंस इंडस्ट्रीज का हालिया रिजल्ट बहुत बेहतरीन रहा है। तमाम अनुमानों को इसने झूठा साबित किया है। आगे चलकर जियो और रिटेल के बिजनेस को हम तेजी से बढ़ते हुए देख सकते हैं। ऐसे में शेयरों की कीमतें और कंपनी की वैल्यूएशन एक नए स्तर पर होगी।

220 अरब डॉलर तक जा सकता है एम कैप

आरआईएल का डॉलर में मार्केट कैप देखें तो यह 182 अरब डॉलर था। अगले कुछ समय में यह 200 अरब डॉलर को पार करने की क्षमता रखता है। सीएलएसए ने अनुमान जताया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैपिटलाइजेशन मार्च 2022 तक 220 अरब डॉलर हो सकता है। इसके कारोबार में लंबे समय तक मजबूती और अन्य फैक्टर्स से इसके वैल्यूएशन में वृद्धि दिखेगी।

ग्रॉस रिफाइनरी मार्जिन बढ़ने की उम्मीद

मोर्गन स्टैनली ने तेजी के माहौल में 200 अरब डॉलर के वैल्यूएशन की उम्मीद रखी है। अगर इसकी ग्रॉस रिफाइनरी मार्जिन 11 डॉलर प्रति बैरल होती है, जियो की प्रति ग्राहक कमाई 220 रुपए होती है तो शेयर ऐसी स्थिति में 2,175 रुपए से 2,222 रुपए तक जा सकता है। ऐसी स्थिति में कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन आसानी से 200 अरब डॉलर को पार कर जाएगा।

3-5 सालों में कंपनी की अच्छी वृद्धि होगी

विश्लेषक कहते हैं कि अगले 3 से 5 सालों में कंपनी की सीएजीआर वृद्धि दर डिजिटल और रिटेल से अच्छी रहेगी। ऐसे मे शेयर 2,500 रुपए तक जा सकता है। इस स्तर पर कंपनी का बाजार पूंजीकरण 210 अरब डॉलर से ज्यादा हो सकता है। पिछले कुछ सालों में कंपनी की पोजीशन अच्छी रही है। अनुमान है कि यह 2020-2025 के दौरान तेजी से बढ़ेगी। इसका इबिट्डा इस दौरान 30 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा।

ऐसे में शेयर का भाव 2,300 रुपए से ऊपर जा सकता है। इस स्थिति में कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 220 अरब डॉलर तक जा सकता है।

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रिलायंस इंडस्ट्रीज, आरआईएल शेयर मार्केट कैपिटलाइजेशन