2024 की अंतिम अमावस्या 30 दिसंबर को:सूर्य को अर्घ्य देकर करें दिन की शुरुआत, दोपहर में करें तर्पण, पिंडदान और धूप-ध्यान

2024 की अंतिम अमावस्या (पौष) सोमवार, 30 दिसंबर को है। सोमवार को अमावस्या होने से इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है। इस पर्व पर पूजा-पाठ, पितरों के लिए तर्पण, दान-पुण्य और नदी स्नान करने की परंपरा है। जानिए पौषी अमावस्या पर कौन-कौन से शुभ काम किए जा सकते हैं… गरुड़ पुराण
अमावस्या पर तर्पण और धूप-ध्यान करने से पितरों को मिलती है शांति स्कंद पुराण
सूर्य पूजा के साथ करें दिन की शुरुआत महाभारत
अमावस्या पर दान जरूर करना चाहिए पौष अमावस्या पर्व पर पूजा-पाठ के साथ ही जरूरतमंद लोगों को दान-पुण्य जरूर करें। इस संबंध में महाभारत में बताया गया है कि अमावस्या पर दान-पुण्य करना बहुत शुभ रहता है। दान में कपड़े, धन, खाना, जूते-चप्पल दे सकते हैं। पौष अमावस्या पर करें महालक्ष्मी की पूजा महालक्ष्मी कार्तिक मास की अमावस्या पर प्रकट हुई थीं, अमावस्या लक्ष्मी के प्रकट होने की तिथि है, इस कारण हर मास में अमावस्या पर देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा करनी चाहिए। देवी लक्ष्मी की पूजा विष्णु जी के साथ करेंगे तो बहुत शुभ रहेगा। पूजा में ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जप करना चाहिए।