1 मई से 30 जून तक दुनिया के बड़े लोगों को संभलकर रहना होगा। इस समय विश्व के शीर्ष नेतृत्व वाले लोग परेशान हो सकते हैं। इन दिनों शनि, गुरु, राहु और मंगल के कारण उथल-पुथल और चिंता वाला समय रहेगा। ज्योतिषाचार्य हेमंत कासट से समझते हैं, ऐसा क्यों… अभी शनि मीन राशि में है। ये गुरु की राशि है। वहीं, 14 मई को गुरु अतिचारी होकर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। 18 मई को राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेगा और मंगल अभी नीच राशि में ही चल रहा है। गुरु के कारण शीर्ष नेतृत्व के लोग अपनी इमेज सुधारने के लिए तेजी से फैसले लेंगे। शनि के कारण उनके फैसले कामगार और मजदूर लोगों के लिए नुकसान दायक हो सकते हैं। इससे कई देशों में अराजकता का माहौल बनेगा। राहु के कारण जनता के बीच इन लोगों की इमेज बिगड़ेगी। मंगल के कारण सेनाओं का मनोबल कमजोर होगा। इससे व्यवस्थाओं को संभालना मुश्किल होगा। कमजोर मनोबल के कारण सुरक्षाकर्मी फायदे की कामना से किसी के बहकावे में आकर अपनी निष्ठा से समझौता कर सकते हैं। मंगल के कारण शीर्ष नेतृत्व की सुरक्षा में लगे की सुरक्षा कर्मचारियों का मनोबल भी कमजोर होगा। इससे सुरक्षा में चूक हो सकती है। इन स्थितियों से बचने के लिए धैर्य से फैसले लेने होंगे। जल्दबाजी से बचें। 30 जून तक कामगारों और मजदूरों को हड़ताल या प्रदर्शन का मौका नहीं दें। अपने साथ अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी नियुक्त करें। सुरक्षा बलों का विशेष रूप से ध्यान रखें।