इंग्लैंड और वेल्स में रहने वाली 40 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में फर्टिलिटी रेट ज्यादा है। वहां 1000 महिलाओं में से 16.5 महिलाएं 40 के बादमां बनना पसंद करती हैं।
2000 में ये दर 5.3 थी। इसका मतलब पिछले बीस सालों में 40 साल की महिलाओं के मां बनने का रेट तीन गुना बढ़ाहै।1938 से जोड़े गए आंकड़ों के अनुसार पिछले साल 30 साल से कम उम्र की महिलाओं में मां बनने की दर सबसे कम देखी गई।
मां बनने की दर को छ: अलग-अलग समुहों में देखा गया। इसमें 20 से 40 साल की उम्र की युवतियों कोशामिल किया गया।
मातृत्व के लिए उपयुक्त माना जाता है
कम मातृत्व दर की वजह गर्भनिरोधक तरीकों का ज्यादा उपयोग हो सकता है। 1973 में मां बनने की उम्र जहां 26 साल थी, वहीं अब 30 साल की उम्र को मातृत्व के लिए उपयुक्त माना जाता है।
इंग्लैंड और वेल्स के लिए फिलहाल जारी डाटा के अनुसार शिशु के जन्म की दर में लगातार गिरावट आ रही है।
यहां पिछले साले 640,370 बच्चों का जन्म हुआ। 2012 में ये दर 12.2% थी, वहीं 2018 में 2.5% देखी गई।ब्रिटिश प्रेग्नेंसी एडवाइजरी सर्विस के हेड क्लेयर मरफीके अनुसार मां बनने की दर बढ़ने की वजह महिलाओं का घर से बाहर काम करना भी है।
दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है
अब महिलाएंहायर एजुकेशन के बाद मां बनने के बजाय अपने करिअर को संवारने में समय देना पसंद करती हैं।इसके अलावा आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होने पर ही वे प्रेग्नेंसी के बारे में सोचती हैं।
कोरोना काल में इन महिलाओं को रोजगार संबंधी कई दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते ये अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले कुछ सालों में भी कपल्स पहले फायनेंशियल क्राइसिस दूर करने काे महत्व देंगे। उसके बाद फैमिली प्लानिंग के बारे में सोचेंगे।