राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नेपहली बार बयान दिया।उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस की आंतरिक कलह का नुकसान प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।’’ इससे पहले उन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का साथ देने का आरोप लगा।
रालोपा के नेता हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार कोकहाथा कि वे (वसुंधरा)गहलोत सरकार को बचा रही हैं। पायलट खेमे ने भी उन परऐसे ही आरोप लगाए थे। इस बीच,राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि बीटीपी विधायक राजकुमार राउत और राम प्रसाद डिंडोर ने गहलोतसरकार को समर्थन दे दिया है। वहीं,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल से मुलाकात की। सूत्रों की माने तो विधानसभा का संक्षिप्त सत्र बुलाया जा सकता है।
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— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) July 18, 2020
#Rajasthan के राजनीतिक घटनाक्रम पर कुछ लोग बिना किसी तथ्यों के भ्रम फैलाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। मैं पिछले तीन दशक से पार्टी की एक निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में जनता की सेवा करती आई हूं और पार्टी एवं उसकी विचारधारा के साथ खड़ी हूं।@BJP4India @BJP4Rajasthan
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) July 18, 2020
एसआईटी में 8 पुलिस अधिकारियों को दी जिम्मेदारी
हॉर्स ट्रेडिंग मामले की जांच को लेकर एसआईटी गठित की गई है। सीआईडी सीबी और एटीएस और एसओजी करेगी संयुक्त रूप से मामले की जांच। एसआईटी में 8 पुलिस अधिकारियों को दी जिम्मेदारी। सीआईडी सीबी के एसपी विकास शर्मा के नेतृत्व में की जाएगी जांच। एसओजी के एडीजी अशोक राठौड ने जारी किए आदेश। मामले की जांच के बाद दोषियों को किया जाए गिरफ्तार।
भाजपा ने कहा-फोन टैपिंगकी सीबीआई जांच होनी चाहिए
राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर जारी फोन टैपिंग पर भाजपा नेप्रेस कॉन्फ्रेंस की। कहा किक्या आधिकारिक रूप से फोन टैपिंग हुई? क्या सरकार ने खुद को बचाने के लिए गैर संवैधानिक तरीकोंका इस्तेमाल किया? इसकी जांच सीबीआई से कराई जाना चाहिए।ऑडियो टेप गुरुवार रात सामने आए थे। कांग्रेस का आरोप है कि इसमें सरकार गिराने को लेकर बातचीत की गई।
भाजपा के गहलोत सरकार से 6 सवाल
1.क्या आधिकारिक रूप से फोन टैपिंग की गई?
2. फोन टैपिंग की गई है तो क्या यह संवेदनशील इश्यू नहीं हैं?
3. अगर फोन टैपिंग हुई तो क्या इसके लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग सिस्टम (एसओपी) का पालन किया गया?
4. क्या गहलोत सरकार ने खुद को बचाने के लिए यह ऑडियो टेपका प्रौपेगेंडा खड़ा नहीं किया?
5. क्या राजस्थान में किसी भी व्यक्ति का फोन टेपकिया जा रहा है?
6. क्या अप्रत्यक्षरूप से राजस्थान में इमरजेंसी नहीं लगी है?
अपडेट्स
- एसओजी ने संजय से वायरल ऑडियो के बारे में पूछताछ की। फिर उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 4 दिन के लिए रिमांड पर भेज दिया गया।
- सरकार गिराने से जुड़े ऑडियो मामले में एसओजी पिछले 24 घंटे से टीम से पूछताछ कर रही है। सूत्रों ने बताया कि संजय ने कई अहम जानकारी एसओजी को दी हैं। संजय कोशुक्रवार शाम कोगिरफ्तार किया गया था। इससे पहले पुलिस ने 10 जुलाई को उदयपुर के अशोकसिंह और ब्यावर के भरतमलानी को पकड़ा था।
- अशोक और भरतके वॉइस सैंपल की जांच के लिए एसओजी ने कोर्ट में अर्जी लगाई है। अगर इजाजत मिलती है तो सैंपल लेकर इसे जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। इस बीच खबर है कि दोनों नेवॉइस सैम्पल देने से मना किया है।
- कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि राजस्थान स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) की टीम को भाजपा सरकार की हरियाणा पुलिस ने तब तक इंतजार करने के लिए कहा, जब तक कि रिजॉर्ट (मानेसर में) के विधायक दूसरी जगह नहीं चले गए।
- स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने शनिवार को कहा है कि मैं भाजपा को 19 विधायकों को अपने चंगुल से मुक्त करने कीचुनौती देता हूं। ऐसा करते ही वे सभी वापस कांग्रेस में लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि विधायकों को यह मालूम है कि अगर लोग उन्हें बिका हुआ देखेंगे, तो वे उनका सामना नहीं कर पाएंगे।
- कांग्रेस केप्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि राजस्थान में संविधान को रौंदने की कोशिश की जा रही है। जब एसओजी की टीम कांग्रेस के बागी विधायकों का वॉइस सैंपल लेने गई तब उसे होटल में घुसने नहीं दिया गया। विधायक वहां से चले गए। बागी विधायकों को कर्नाटक ले जाने की कोशिश की जा रही है। इन्हेंभाजपा का संरक्षण है। राजस्थान में लोकतंत्र की हत्या की गई।
- सीआईडी सीबी जयपुर के एसपी विकास शर्मा के नेतृत्व में आठ-सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। टीम एसओजी पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले की जांच करेगी।
- राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- दो बीटीपी विधायक राजकुमार राउत और राम प्रसाद डिंडोर ने हमारी सरकार को बहुत पहले से समर्थन दिया है। वह अभी भी जारी है। उन्होंने गलहोत के काम को लेकर संतोष भी जताया है। वे सरकार को स्थिरता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दोनों विधायकों ने उनकी प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के साथ मुलाक़ात कर और अपने मांगपत्र के साथ चर्चा कर सरकार को समर्थन देने की घोषणा की। pic.twitter.com/a2783tQYDo
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 18, 2020
सीएम के ओएसडी ने 3 ऑडियो जारी किए
विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े 3 ऑडियो वायरल किए जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को प्रदेश की सियासत में 4 बड़े घटनाक्रम हुए। ऑडियो को सीएम के ओएसडी ने जारी किया।
पहला- महेश जोशी की शिकायत पर एसओजी और एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने ऑडियो में शामिल गजेंद्र सिंह, कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा औरदलाल संजय पर राजद्रोह का केस दर्ज किया।
दूसरा- ऑडियो सामने आने के बाद कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह और भंवर लाल शर्मा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिए गए।
तीसरा- भाजपा भी देर रात जयपुर के अशोक नगर थाने पहुंची। शिकायत मेंकहा-ऑडियो फर्जी हैं।
चौथा- एसओजी की टीम कांग्रेस के बागी विधायकों से पूछताछ के लिए मानेसर पहुंची। हरियाणा पुलिस ने घुसने नहीं दिया। एंट्री मिली तो विधायक गायब थे। बताया जा रहा है कि उन्हें दूसरे होटल में शिफ्ट कर दिया गया है।
वे लोग, जिनके खिलाफ कांग्रेस ने कार्रवाई की मांग की
गजेंद्र सिंह:शुक्रवार को दर्ज एफआईआर में गजेंद्र सिंह का नाम है,लेकिन इनका पदनाम और सरनेम दर्ज नहीं है। जिन महेश जोशी की शिकायत पर केस दर्ज किया गया वे खुद उन्हेंनहीं जानते। एसओजी कह रही है कि हम भी नहीं जानते। संजय से भी पूछेंगे। दूसरी ओर कांग्रेस इस गजेंद्र को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बताकर भाजपा पर हमले कर रही है। उधर, शेखावत ने कहा कि ऑडियो फर्जी है। इसे कांग्रेस ने बनाया।
भंवरलाल शर्मा: पायलट खेमे के विधायक हैं। फिलहाल मानेसर स्थित होटल में बताए जा रहे हैं। चूरू जिले के सरदार शहर से विधायक हैं। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष भी हैं।
संजय जैन:बीकानेर के लूणकरणसर कस्बे के बताए जा रहे हैं। करीब 20 साल पहले वे जयपुर शिफ्ट हुए थे। सरदारशहर के एक बड़े कारोबारी घराने से उनके ताल्लुक हैं। होटल के बिजनेस से जुड़े होने की वजह से नेताओं, कुछ आईएएस और आईपीएस अफसरों से भी संपर्क हैं।
अब तक क्या हुआ?
10 जुलाई: विधायकों की खरीद के मामले में दो अपराधियों के बीच बातचीत। सीएम-डिप्टी सीएम के बीच सियासी झगड़े का जिक्र। विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय औररमिला खड़िया का नाम लिया। एसओजी ने केस दर्ज किया।
11 जुलाई: सचिन पायलट समेत12 विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ दिल्ली में आलाकमान से मिलने पहुंचे। 3 निर्दलीयों विधायकों पर एसबी ने मामला दर्ज किया। गहलोत, पायलट समेत15 विधायकों को एसओजी का नोटिस जारी।पायलट गुट मानेसर होटलपहुंचा।
12 जुलाई: सचिन पायलट ने कहा- हमारे पास 30 विधायक हैं। गहलोत सरकार अल्पमत में आ गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता जयपुर पहुंचे।
13 जुलाई:विधायक दल की बैठक बुलाई। डिप्टी सीएम पायलट, मंत्री विश्वेंद्र सिंह,रमेश मीणा समेत19 विधायक नहीं पहुंंचे। गहलोत खेमा रिजॉर्टमें गया।
14 जुलाई: कांग्रेस ने पायलट को प्रदेशाध्यक्षऔर डिप्टी सीएम, विश्वेंद्र सिंह औररमेश मीणा को मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर दिया।
15 जुलाई: कांग्रेस ने स्पीकर को 19 विधायकों के विधायक दल की बैठक में नहीं आने की शिकायत की। स्पीकर ने नोटिस जारी कर दिए।
16 जुलाई: स्पीकर के नोटिस के खिलाफ पायलट खेमा हाईकोर्ट पहुंचा। सीएम के ओएसडी लोकश शर्मा ने हॉर्स ट्रेडिंग के ऑडियो जारी किए।
17 जुलाई: एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने गजेंद्र सिंह, कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा और दलाल संजय पर राजद्रोह का केस दर्ज किया।एसओजी की टीम कांग्रेस के बागी विधायकों से पूछताछ के लिए मानेसर पहुंची।
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