कोरोना वायरस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका में स्कूल खोलने के मामले पर गर्म बहस जारी है। अधिकतर माता-पिता इस समय स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं हैं। जुलाई में क्विनीपिएक यूनिवर्सिटी के एक सर्वेक्षण में 62% लोगों ने कहा कि इस समय स्कूल खोलना असुरक्षित है। एक्सिओस/ इपसॉस के सर्वे में 71 % पेरेंट्स बच्चों को स्कूल भेजना जोखिम भरा मानते हैं। बच्चों को शिक्षकों और स्टाफ के अन्य सदस्यों के माध्यम से संक्रमण हो सकता है। स्कूल सुपरिनटेनडेंट एसोसिएशन के अनुसार औसत स्कूल जिले में मास्क, सफाई,नर्स, कैम्पस को संक्रमण मुक्त करने पर लगभग 13 करोड़ रुपए खर्च आएगा।
अमेरिका में सितंबर से स्कूल खोलने की हुई घोषणा
अमेरिका में पिछले माह कई जिलों में सितंबर माह से स्कूल खोलने की घोषणा हो चुकी है। पेरेंट्स के साथ शिक्षकों का कहना है कि वे मौजूदा परिस्थितियों में नहीं चाहेंगे कि बच्चे स्कूल आएं। शिक्षक यूनियनों का कहना है कि वे असुरक्षित कक्षाओं में वापस नहीं लौटेंगे। अमेरिकी शिक्षक फेडरेशन की प्रमुख रेंडी वीनगार्टन कहती हैं, हम पर्याप्त सुरक्षा इंतजामों के बीच स्कूल खोलने के पक्ष में थे। यूनियन ने अप्रैल में स्कूल खोलने की विस्तृत योजना पेश की थी। लेकिन, संक्रमण के व्यापक फैलाव और संसद द्वारा स्कूलों में सुरक्षा उपायों के लिए पर्याप्त पैसा मंजूर नहीं करने से स्कूल खोलने के आसार धुंधले पड़ चुके हैं। वीनगार्ट बताती हैं, स्कूल खोलना बच्चों के लिए विनाशकारी होगा। सुरक्षा सबसे पहले है।
20% लोग स्कूल खोलने के समर्थन में
इस समय स्कूल बंद करने के पक्ष में लगातार राय सामने आ रही है। प्रोग्रेसिव नेवीगेटर प्रोजेक्ट ने एक सर्वे में पाया कि केवल 20% लोगों ने स्कूल पूरी तरह खोलने का समर्थन किया है। जून के बाद विरोध करने वालों की संख्या में 20% बढ़ोतरी हुई है। वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित अश्वेतों के बीच विरोध सबसे अधिक है। नेशनल पेरेंट्स यूनियन के सर्वे में हायर सेकंडरी छात्रों के 500 माता-पिता के सर्वे में केवल 34% श्वेत अभिभावकों और 19% अश्वेत अभिभावकों का कहना है कि वे अपने बच्चों को अगस्त, सितंबर में स्कूल भेजना चाहेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति स्कूल खोलने के समर्थक
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प कई बार स्कूल खोलने का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने, फॉक्स न्यूज को इंटरव्यू में कहा कि स्कूल खोले जाएं। ट्रम्प ने डेमोक्रेटिक पार्टी के गर्वनरों पर जानबूझकर स्कूल बंद रखने का आरोप लगाया है। उन्होंने पूरी तरह नहीं खुलने वाले स्कूलों की सरकारी मदद बंद करने की धमकी दी है। जार्ज बुश की सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुकीं मार्गरेट स्पेलिंग्स कहती हैं, केंद्र सरकार को शिक्षा, स्वास्थ्य समेत सभी तरह के विशेषज्ञों को जोड़कर उनकी सलाह से काम करना चाहिए। आदेश देने की बजाय स्कूलों पर निर्णय छोड़ देना चाहिए।
अमेरिका के कुछ जिलों में प्रयोग के तौर पर स्कूल खोलने की शुरुआत
- अमेरिका के कुछ जिलों में परीक्षण के बतौर पिछले माह स्कूल खोले गए हैं। मिडिलटाउन जिले में तापमान की जांच के बाद बच्चों को अंदर आने देते हैं।
- स्कूलों की डेस्क पर प्लास्टिक शील्ड लगाई हैं। कार्टून पोस्टरों के माध्यम से बच्चों को मास्क पहनने और बचाव के तरीके अपनाने की सलाह दी गई है।
- बच्चे सप्ताह में चार दिन अलग-अलग ग्रुप में स्कूल आते हैं। बाकी बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई होती है। कुछ स्थानों में शिक्षक परिवारों के समूह को छह हजार रुपए प्रति घंटा ऑनलाइन पढ़ाते हैं।
- डेनमार्क पहला पश्चिमी देश है जहां अप्रैल में स्कूल खोल दिए थे। लेकिन, खतरा होने के कारण शिक्षक घर से पढ़ाते हैं।
- फिनलैंड, नार्वे, जर्मनी ने भी स्कूल खोलने की शुरुआत की है। जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया में भी खोले गए हैं। यहां वायरस पर काबू पा लिया है।
- इजरायल में बिना सावधानी के मई में स्कूल खोले गए थे। जून में संक्रमण तेजी से फैलने के बाद स्कूल बंद कर दिए गए। हजारों बच्चों और शिक्षकों को क्वारंटाइन में जाना पड़ा है।