टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर ने रविवार को गुरु पूर्णिमा पर अपने तीन गुरुओं को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो भी शेयर किया। जिन तीन गुरुओं को सचिन ने श्रद्धांजलि दी, उनमें बड़े भाई, कोच रमाकांत आचरेकर और पिता शामिल हैं। वे इस वीडियो में कह रहे हैं कि जब भी मैं बल्लाउठाता हूं, तोमैं इन तीनों के बारे में सोचता हूं। इन्होंने मेरे क्रिकेट करियर में अहम भूमिका निभाई है। आज मैं जो भी हूं इन तीनों की वजह से ही हूं।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘गुरु पूर्णिमा पर मैं ऐसे सभी लोगों को शुक्रिया कहना चाहूंगा जिन्होंने मुझे सिखाया,अपना बेस्ट देने के लिए प्रेरित किया। हालांकि, इन तीन लोगों का मैं हमेशा एहसानमंद रहूंगा।’’
‘भाई ने ही आचरेकर सर से मिलवाया था’
सचिन ने कहा, ‘‘मेरे भाई ने ही सबसे पहले मुझे आचरेकर सर से मिलवाया था। एक चीज मैं जानता हूं कि वहभले हीआज हमारे बीच मौजूद न हो, लेकिनहमेशा मेरे साथ साए की तरह रहताहै। इसलिए जब भी मैं चलता हूं तो ऐसा लगता है जैसे वहमेरे साथ चल रहा है।
‘मेरी सभी गलतियों पर गौर करते थे गुरु’
अपने गुरु आचरेकर के बारे में सचिन ने कहा, ‘‘मैं उनके बारे में क्या कह सकता हूं। उन्होंने मेरी बल्लेबाजीसुधारने के लिए मेरे साथ घंटों बिताए हैं। वे मेरी हर गलतियों पर गौर करते थे। चाहे प्रैक्टिस मैच हो या सामान्य मैच वे इस बात पर हमेशा गौर करते थे कि मुझमें कहां सुधार हो सकता है। मैंने क्रिकेट पर चर्चा करते हुए उनके साथ घंटों बिताए हैं।’’
‘पिता ने सिखाया था-शॉर्टकटमत अपनाओ’
सचिन ने कहा,‘‘मेरेजीवन में तीसरे अहम व्यक्ति पिता हैं। उन्होंने हमेशा मुझ सिखाया कि कभी भी शॉर्टकट रास्ता नहीं अपनाना चाहिए। अपनी तैयारियां सही ढंग से करो और कभी भी अपने को गिरने मत दो। हालांकि जब मैं इन तीन जेंटलमैन के बारेमें बात करता हूं तो ऐसा लगता है जैसे ये बातें काफी कम हैं।’’
तेंदुलकर ने 200 टेस्ट में 15921 रन बनाए
सचिन के नाम 200 टेस्ट में 15921, 463 वनडे में 18426 रन हैं। उन्होंने एकमात्र टी-20 में 10 रन बनाए थे। आईपीएल के 78 मैच में सचिन ने 2334 रन बनाए हैं।