अफगानिस्तान के जलालाबाद शहर में स्थित सेंट्रल जेल में हुए फिदायीन हमले में 21 लोगों की मौत हो चुकी है। नंगरहार प्रांत के प्रवक्ता अत्ताउल्लाह खोग्यानी ने बताया कि 43 लोग घायल भी हुए हैं। सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को भी मार गिराया है।
बीबीसी के मुताबिक, आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने बताया कि जेल में हमारे सैकड़ों कैदी बंद हैं। उन्हें भगाने के लिए ही हमला किया गया। यह रविवार रात से सोमवार सुबह तक जारी रही। रातभर आईएस आतंकी सुरक्षाबलों के साथ जूझते रहे।
सुरक्षा से जुड़े सूत्र ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि जेल में 1,700 से ज्यादा कैदी हैं। उनमें से ज्यादातर तालिबान और आईएस के आतंकी हैं। हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया है कि हमला कैदियों को भगाने के लिए किया गया था।
रविवार को शुरू हुआ हमला
टोलो न्यूज के मुताबिक, रविवार को जेल के एंट्री गेट पर आत्मघाती हमलावर ने कार में धमाका किया। रिपोर्ट के मुताबिक, जेल की ऊपरी मंजिल पर आतंकी दाखिल हो गए थे। इसके बाद फायरिंग की आवाजें भी सुनी गईं। अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय ने इन रिपोर्ट्स की पुष्टि की है, पर इससे ज्यादा कोई जानकारी नहीं दी। नंगरहार प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता ने कहा- हमलावरों ने जेल के पास बने बाजार में पोजिशन ले रखी थी। इसी दौरान उन्होंने सुरक्षाबलों पर हमला किया।
लगातार हो रहे हैं आत्मघाती हमले
अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत नंगरहार में ऐसे हमले होते रहते हैं। अधिकांश हमलों की जिम्मेदारी कट्टरपंथी इस्लामिक ग्रुप आईएस ही लेता है। उधर, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने न्यूज एजेंसी एएफपी से कहा- यह हमला हमने नहीं किया। हमारे मुजाहिदीन को ऐसे हमले करने की इजाजत अभी तक नहीं दी गई है।
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