कोरोना महामारी के दौर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफर करने के बजाय साइकिल का अधिक से अधिक प्रयोग करने पर जोर दिया जा रहा है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने साइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए देशभर के 95 स्मार्ट शहरों को चैलेंज दिया है। इसमें शहरवासियों से उनकी राय मांगी जा रही है कि सुरक्षित रहने के लिए साइकिलिंग का प्रयोग कितना लाभकारी है। इस प्रोजेक्ट के तहत शहर में जागरुकता अभियान चलाने पर भी जोर दिया गया है। अक्टूबर तक सभी शहरों से फीडबैक लिया जाएगा। इसी आधार पर आने वाले समय में शहर की प्रमुख सड़कों पर अलग से साइकिल लेन बनाई जाएगी। जिससे लोग सुरक्षित तरीके से सफर कर सकें।
पर्यावरण भी शुद्ध बना रहे और लोगों की एक्सरसाइज भी हो सके। इससे शहरवासियों को स्वास्थ्य लाभ होगा। साइकिलिंग फ्रेंडली शहर बनाने के लिए इंडिया साइकिल्स फॉर चेंज चैलेंज में फरीदाबाद भाग ले रहा है। इसके अलावा गुडग़ांव, करनाल और चंडीगढ़ शहर भी हिस्सा ले रहे हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर फरीदाबाद के सेक्टर-24 औद्योगिक क्षेत्र की सड़क को चिह्नित किया गया है। क्योंकि इस सड़क पर बड़ी संख्या में वर्कर साइकिल से आते-जाते हैं। इन लोगों से भी फीडबैक लेकर उनकी राय जानी जाएगी।
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए शहरों को चैलेंज
फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड की सीईओ डॉ. गरिमा मित्तल ने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में संक्रमण से बचने के लिए केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने देशभर के 95 स्मार्ट शहरों को साइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए एक चैलेंज दिया है। क्योंकि आने वाले समय में भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफर बहुत सुरक्षित नहीं होगा। इस चैलेंज में हरियाणा के फरीदाबाद, गुडग़ांव, करनाल और चंडीगढ़ शहर चुने गए हैं। इसके अलावा नई दिल्ली, भोपाल, इंदौर, बिलासपुर, कोटा, ग्वालियर, अगरतला, कोहिमा, अजमेर, मुंबई, सूरत आदि शहर भी शामिल हैं। डॉ. मित्तल का कहना है कि साइकिलिंग को बढ़ावा देने से तीन प्रमुख फायदे हैं। लोग सुरक्षित सफर कर सकेंगे। शहर में प्रदूषण का स्तर कम होगा और स्वास्थ्य लाभ भी मिलेगा।
जागरुकता अभियान चला लिया जाएगा फीडबैक
डाॅ. मित्तल के अनुसार जल्द ही शहर के अलग-अलग हिस्सों में जागरुकता अभियान चलाने के साथ-साथ शहरवासियों से एक फार्मेट भरवाकर उनका फीडबैक लिया जाएगा कि वह अपने शहर को कितना साइकिलिंग फ्रेंडली बनाना चाहते हैं। आज के समय को देखते हुए साइकिल के प्रयोग को कितना उपयोगी मानते हैं। फार्मेट में कई सवाल पूछे गए हैं उसे भरकर शहरवासी अपनी राय दे सकते हैं। उन्होंने बताया सेक्टर-24 औद्योगिक क्षेत्र को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चुना गया है।
फीडबैक के आधार पर मिलेगा एक करोड़ का पुरस्कार
उन्होंने बताया इस प्रोजेक्ट के लिए सोशल मीडिया, एनजीओ, रोड सेफ्टी आर्गनाइजेशन, औद्योगिक एसोसिएसन, आरडल्ब्यूए आदि से मदद ली जाएगी। इन लोगों के माध्यम से ऑनलाइन सर्वे फार्म भराकर मंत्रालय में सबमिट किया जाएगा। उन्होंने बताया फीडबैक के आधार पर दूसरे चरण में कुल 11 स्मार्ट सिटी चुने जाएंगे। इन्हें पुरस्कार स्वरूप एक करोड़ की राशि मिलेगी।
फीडबैक में लोगों को इन सवालों का देना होगा जवाब
मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार फीडबैक फार्मेट में लोगों की उम्र, लिंग के अलावा यह पूछा जाएगा कि क्या आप साइकिल चलाना जानते हैं। आप कितना साइकिल चलाते हैं। आप साइकिल क्यों चलाते हैं। साइकिल चलाने में आप अपने शहर में सबसे बड़ी रुकावट क्या मानते हैं। क्या आपको लगता है फरीदाबाद साइकिल चलाने के लिए सुरक्षित है। आप कहां साइकिल चलाने में असुरक्षित महसूस करते हैं। यदि साइकिल चलाना आपके लिए सुरक्षित और अनकूल है तो आप किस लिए साइकिल चलाना चाहेंगे। उन्हें भरकर सबमिट करना होगा।