चार हजार ब्याज मांगने का दबाव बनाने पर हुई फाइनेंसर की हत्या

चार हजार रुपए ब्याज की रकम का तकाजा करने की वजह से एक फाइनेंसर की हत्या की गई थी। दिलशाद गार्डन में इस वारदात को अंजाम देने के बाद उसका शव नंद नगरी इलाके में फेंक दिया गया। सौ से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को मामले में सुराग मिला, जिसके बाद इस केस से जुड़े तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी पहचान वसीम (33), शकील (24) व इंदरजीत पांडे (28) के तौर पर हुई। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल लकड़ी का तख्ता, मृतक की जली हालत में स्कूटी, इको वैन आदि सामान बरामद किया है। दरअसल,वसीम ने अपने एक जानकार को मृतक से रुपए उधार दिलवाए थे। लॉकडाउन की वजह से रुपए लेने वाला ब्याज नहीं दे सका, जिस वजह से मृतक मध्यस्थ की भूमिका निभाने वाले वसीम पर रुपए का दबाव बना रहा था। इस कारण से उसकी हत्या की गई।

मृतक की जली स्कूटी और बॉडी ठिकाने लगाने में इस्तेमाल कार बरामद

योजना के तहत वसीम ने सुमित को 30 जुलाई को ब्याज के चार हजार रुपए लेने केे लिए अपने घर बुलाया। रात करीब साढ़े आठ बजे सुमित स्कूटी से वहां पहुंच गया। यहां वसीम ने सुमित के सिर पर लकडी के तख्ते से हमला कर दिया। शकील ने भी वार किए। इस वजह से वह अचेत हो गया, जिसके बाद गमचे से उसका गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद सीम ने अपने दोस्त इंद्रजीत पांडे को बॉडी ठिकाने लगाने के लिए इको गाड़ी लेकर आने को कहा। उसे इस काम के लिए दस हजार देने की बात कही गई। बॉडी को पैक करने के बाद इन तीनों ने शव को गाडी से ले जाकर ताहिर पुर में फेंक दिया। वापस लौटने के बाद वसीम और शकील सुमित की स्कूटी लेकर अप्सरा बार्डर पहुंचे, जहां उसे पैट्रोल छिड़क जलाया गया। वहीं पास के नाले में मृतक का मोबाइल और पर्स भी फेंक दिए थे। इस कबूलनामे के बाद पुलिस ने दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लया। शकील सुंदर नगरी और इंद्रजीत पांडे भौपुरा गाजियाबाद का रहने वाला है। इंद्रजीत पेशे से ड्राइवर है। आरोपी वसीम की पत्नी काफी दिनों से बच्चों को लेकर अपने मायके सुंदर नगरी में रह रही है।

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