सुशांत सिंह राजपूत की मौत का केस जब से मुंबई बनाम पटना पुलिस हुआ है तब से ही इस केस में मुंबई पुलिस की भूमिका संदिग्ध होती जा रही थी। पटना एसपी विनय कुमार तिवारी को क्वारैंटाइन करने के बाद अब इस मामले को सीबीआई को सौंपने की मांग बिहार सरकार ने कर दी है। जिसके बाद सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह ने कहा मुंबई पुलिस टाइम बर्बाद कर रही है ताकि सुबूतों को नष्ट किया जा सके।
न्यूज एजेंसी एएनआई से विकास सिंह ने कहा – मुझे नहीं लगता कि कोई भी राज्य सरकार एक जांच अधिकारी को क्वारैंटाइन करती होगी। एक पुलिस अधिकारी को क्वारैंटाइन करने का मतलब साफ है कि वे पटना पुलिस को जांच से रोकने के लिए बाधाएं डाल रहे हैं।
विकास ने आगे कहा कि दरअसल मुंबई पुलिस समय इसलिए बर्बाद कर रही है ताकि सुबूत मिटाए जा सकें। इसलिए हमने फैसला किया है कि यह मामला सीबीआई को सौंप देना चाहिए। सीएम नीतीश कुमार ने भी पहले ही वादा किया था अगर सुशांत के पिता चाहेंगे तो यह केस सीबीआई को सौंप दिया जाएगा।
##
सीबीआई को सौंपने की याचिका पर सुनवाई टली
इससे पहले बॉम्बे हाई कोर्ट ने 4 अगस्त को होने वाली सुशांत के केस की एक सुनवाई मुंबई में हो रही भारी बरसात के कारण पोस्टपोन कर दी। इस याचिका में सुशांत सिंह राजपूत के केस की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग की गई है। हालांकि बॉम्बे हाई कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख की घोषणा नहीं की है। इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी पिछले महीने इसी मांग की एक याचिका खारिज कर दी थी।
वहीं दूसरी तरफ रिया चक्रवर्ती के द्वारा दायर की गई एक याचिका की सुनवाई 5 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में होनी है। जिसमें यह मांग की गई है कि सुशांत के केस की जांच मुंबई में ही की जाए। सुशांत के केस की जांच 3 एजेंसी कर रही हैं। मुंबई, पटना पुलिस के बाद ईडी भी इनवॉल्व हो गया है।