नरेला बांकनेर रोड इलाके में मंगलवार देर रात चाकू से वार कर पति-पत्नी की हत्या करने वाले आरोपी ने खुद भी जहर की गोली खाकर खुदकुशी कर ली। मरने से पहले आरोपी मुस्ताक ने पुलिस को बताया कि साहब पति-पत्नी मेरा पीछा करते थे। कई बार मना भी किया था, लेकिन वो नहीं मानते थे। इसलिए मैंने उनकी हत्या कर दी है। बयान देने के बाद कुछ मिनट बाद आरोपी की माैत हो गई। आरोपी के बयान सुनकर पुलिस अधिकारी भी हैरान है कि इतनी छोटी सी बात पर कोई कैसे हत्याएं कर सकता है और फिर खुद भी खुदकुशी कर सकता है।
सोकर अचानक उठा फिर हत्या करने गया था आरोपी
मो. मुस्ताक अपने बच्चों व पत्नी के साथ गत 17 सालों से रह रहा था। जबकि मृतक दंपत्ति करीब 2 साल पहले ही किराए पर रहने के लिए आए थे। इलाके में रहने वाले लोगों ने बताया कि रात को मुस्ताक रिक्शा चलाकर घर आया था। खाना खाने के बाद वह सो गया था। लेकिन बाद में अचानक मीट काटने वाला चाकू जोकि घर में ही रखा हुआ था। उसे लेकर वह दंपत्ति की दीवार फांदकर घर में जबरन घुसा था। मैन गेट का अंदर से कुंडा लगा हुआ था। जब मो. हाशिम ने गेट खोला, मुस्ताक के हाथ में चाकू था। जिसने उसे धक्का दिया और अंदर जाकर बैड पर सो रही मिन्नत खातून के ऊपर चढक़र गले पर चाकू मारा। मिन्नत ने उसको धक्का देकर भागने की कोशिश भी की थी।
लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाई। मिन्नत के 4/5 चाकू से गले और छाती पर वार किए थे। जब मो. हाशिम ने उसे पकडऩे की कोशिश की। मुस्ताक ने उसको धक्का देकर उसके गले और छाती पर 4 से 5 वार किए। चिल्लाने की आवाज सुनकर सो रहे दंपत्ति के दोनों बच्चे रोने लगे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हत्या करने के बाद खून से सना चाकू लेकर मुस्ताक अपने घर में चला गया। परिवार को तब तक वारदात के बारे में नहीं पता था। मुस्ताक ने घर आकर पहले चाकू छुपाया फिर खून से सने अपने कपड़े बदलकर उनको एक कोने में डाल दिया।
अपने माता पिता की हत्या का चश्मदीद बना उनका छोटा बेटा
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जब महिला की हत्या हुई, उसके सवा और साढ़े चार साल के दो बच्चे पास ही सो रहे थे। चिल्लाने की आवाज सुनकर दोनों उठ गए थे। बड़े बेटे के सामने आरोपी ने उसकी मां की हत्या की थी। लेकिन बच्चा होने के कारण वह अपनी मां को नहीं बचा पाया था। दोनों बच्चों के कपड़ों पर भी खून लगा हुआ था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिस तरह से कमरे से लेकर घर के बाहर गली तक खून पड़ा हुआ था।