कोवैक्सीन के बाद देश की दूसरी स्वदेसी वैक्सीन ‘जायकोव- डी’ का ट्रायल तेजी से किया जा रहा है। इसे भारतीय फार्मा कम्पनी जायडस केडिला ने तैयार किया है। वैक्सीन के पहले चरण का ट्रायल पूरा हो गया है। कम्पनी का दावा है कि अब तक हुए ट्रायल के दौरान वैक्सीन सुरक्षित साबित हुई है। इसका दूसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल गुरुवार यानी 6 अगस्त से शुरू हो गया है।
वॉलंटियर्स पर लगातार 7 दिन नजर रखी गई
कम्पनी के चेयरमैन पंकज आर पटेल के मुताबिक, पहले चरण के ट्रायल में ‘जायकोव-डी’ वैक्सीन सुरक्षित साबित हुई है, यह हमारे लिए एक अहम पड़ाव है। वैक्सीन का ट्रायल जिन वॉलंटियर्स पर हुआ है उनका चिकित्सीय परीक्षण किया गया है। वैक्सीन देने के 24 घंटे बाद तक उनकी पूरी देखभाल की गई है। 7 दिन तक लगातार नजर रखने के बाद वैक्सीन सुरक्षित पाई गई।
अब बड़ी संख्या में लोगों पर होगा ट्रायल
चेयरमैन पंकज आर पटेल के मुताबिक, अब तक बेहतर नतीजे सामने आने के बाद अब दूसरे चरण की तैयारी शुरू हो गई है। यह ट्रायल बड़ी संख्या में लोगों पर किया जाएगा। इस दौरान इसकी रोग से बचाने की क्षमता और इम्युनिटी रेस्पॉन्स का मूल्यांकन किया जाएगा।
पिछले महीने मिली थी ह्यूमन ट्रायल की अनुमति
जायडस केडिला को पिछले महीने वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के लिए अनुमति मिली है। भारत बायोटेक के बाद यह दूसरी कम्पनी है जिसे अगले चरण के ह्यूमन ट्रायल को अनुमति मिली है। इससे पहले भारत की पहली कोविड-19 वैक्सीन ‘कोवैक्सीन के परीक्षण की अनुमति भारत बायोटेक को दी गई थी। भारत बायोटेक ने आईसीएमआर और और नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी के साथ मिलकर वैक्सीन को तैयार किया है।