सीएम फ्लाइंग ने शुक्रवार रात गुड़गांव में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। आरोप है कि सेंटर के माध्यम से यूएसए के लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही थी। गुप्त सूचना पर छापा मारकर मौके से सेंटर के संचालक को भी गिरफ्तार कर लिया गया, जिसकी पहचान दिल्ली के हरिनगर निवासी विक्रम वर्मा के रूप में हुई है। मौके से चार कंप्यूटर एवं चार लैपटॉप भी कब्जे में लिए गए।
शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री उड़नदस्ता गुड़गांव के प्रभारी इंद्रजीत सिंह को सोहना रोड पर स्थित जेएमडी मेगा पॉलिस मॉल में फर्जी कॉल सेंटर के संचालन की सूचना मिली। इसके बाद इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई। फिर सदर थाना पुलिस व डिटैक लैब की टीम के साथ छापेमारी की गई। जैसी शिकायत मिली थी, ठीक वैसा ही काम चल रहा था। सेंटर के माध्यम से यूएसए के लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही थी। पहले कॉल सेंटर के कर्मचारी लैपटॉप एवं कंप्यूटर में एंटी वायरस व अन्य सॉफ्टवेयर में पॉप-अप के माध्यम से वैधता समाप्ति का मैसेज भेजते थे। फिर ग्राहकों से संपर्क करके एंटीवायरस (बिट, डिफेंडर, कैस्पर स्काई) के साथ ही अन्य सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर बेचते थे।
सेंटर में 38 कंप्यूटर व लैपटॉप लगे हुए थे, जिन पर कर्मचारी काम कर रहे थे। सभी को सेंटर का संचालक विक्रम वर्मा निर्देश दे रहा था। वह एंटीवायरस व अन्य सॉफ्टवेयर बेचने के नाम पर खाते में डॉलर डलवाने के बारे में बात कर रहा था। जब उसे सेंटर का लाइसेंस या एनओसी दिखाने को कहा गया तो वह कुछ भी पेश नहीं कर सका। फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी से पूछताछ के मुताबिक कर्मचारी रिमोट, एक्सेस सॉफ्टवेयर व कॉल के लिए आइबीम डायलर का प्रयोग करके यूएसए के लोगों को टारगेट करते थे। इसके बाद उनके कंप्यूटर व लैपटॉप से पॉप-अप हटाने व अन्य एंटीवायरस संबंधित कारणों को ठीक करने की एवज में डॉलर लेते थे।
सदर थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि सेंटर संचालक विक्रम वर्मा को शनिवार दोपहर अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए एक दिन की रिमांड पर लिया गया है। बता दें कि इससे पहले भी शहर में कई फर्जी कॉल सेंटर पकड़े जा चुके हैं।