विश्व विख्यात निवेशक वारेन बफेट की कंपनी बर्कशायर हैथवे इंक ने शनिवार को कहा कि अप्रैल-जून तिमाही में उसका प्रॉफिट 87 फीसदी बढ़ा है। शेयर बाजार में उछाल के साथ इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो का वैल्यू बढ़ने से कंपनी के प्रॉफिट में बढ़ोतरी हुई। जून तिमाही में कंपनी को 26.3 अरब डॉलर (करीब 1.97 लाख करोड़ रुपए) का मुनाफा हुआ। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 14.1 अरब डॉलर (करीब 1.06 लाख करोड़ रुपए) का मुनाफा दिखाया था।
कंपनी के रीजल्ट पर कोरोनावायरस महामारी का नकारात्मक असर भी पड़ा। बर्कशायर ने एयरक्राफ्ट्स के पार्ट्स बनाने वाली सहायक कंपनी प्रसीजन कास्टपार्ट्स का वैल्यू इस दौरान करीब 10 अरब डॉलर (करीब 75,041 करोड़ रुपए) घटा दिया। क्योंकि महामारी से हवाई यात्रा और विमानन उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
ऑपरेटिंग अर्निंग 10% गिरकर 41,272 करोड़ रुपए पर आई
बफेट लंबे समय से कहते रहे हैं कि ऑपरेटिंग अर्निंग कंपनी के परफॉर्मेंस की ज्यादा सही जानकारी देती है। कोरोनावायरस संबंधी पाबंदियों के कारण बर्कशायर की ऑपरेटिंग अर्निंग 10 फीसदी गिरकर 5.5 अरब डॉलर (करीब 41,272 करोड़ रुपए) पर आ गई। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 6.1 अरब डॉलर (करीब 45,775 करोड़ रुपए) थी।
जून तिमाही में बर्कशायर के पास 11.03 लाख करोड़ रुपए की नकदी थी
जून तिमाही में बर्कशायर के पास करीब 147 अरब डॉलर (करीब 11.03 लाख करोड़ रुपए) की नकदी थी। इसमें से बफेट ने जून तिमाही में बर्कशायर के ही 5.1 अरब डॉलर के शेयर खरीद लिए। जून तिमाही के बाद बर्कशायर कुछ और निवेश किए।
बर्कशायर ने बैंक ऑफ अमेरिका में बढ़ाई हिस्सेदारी
जून तिमाही के बाद बफेट ने डोमिनियन एनर्जी के नेचुरल गैस पाइपलाइन एंड स्टोरेज कारोबार को 4 अरब डॉलर में खरीदने का समझौता किया। समझौते के तहत बर्कशायर उस कंपनी का 5.7 अरब डॉलर का कर्ज भी खरीदेगी। जुलाई के आखिर और अगस्त के शुरू में बर्कशायर ने बैंक ऑफ अमेरिका के 2.1 अरब डॉलर के शेयर खरीदे। इसके बाद बैंक ऑफ अमेरिका में बर्कशायर की हिस्सेदारी बढ़कर 11.9 फीसदी हो गई।
बर्कशायर के पास 90 से ज्यादा कंपनियों का स्वामित्व
बर्कशायर हैथवे के पास 90 से ज्यादा कंपनियों का स्वामित्व है। एपल, अमेरिकन एक्सप्रेस, कोका-कोला और बैंक ऑफ अमेरिका जैसी कंपनियों में भी बर्कशायर की बड़ी हिस्सेदारी है।