मिशेल ओबामा बचपन में ‘द मैरी टाइलर मोर’ शो बहुत देखती थीं। वह बताती हैं कि मैरी टाइलर एक स्वतंत्र और खुशमिजाज महिला थी। मैरी के शो में बातचीत का विषय बच्चों और घर के अलावा भी होता था। मैरी की खोज सिर्फ पति तक सीमित नहीं थी, उसका अच्छा खासा वार्डरोब था।
मैरी उन दिनों सिंगल वर्किंग वुमन की भी पहचान थी। मिशेल कहती हैं कि उस समय कोई महिला अगर पत्नी के अलावा भी अपनी पहचान बनाना चाहती थी, तो मैरी उसके लिए भगवान थीं। मिशेल ओबामा, अमेरिकी अभिनेत्री मैरी टाइलर से बहुत प्रेरित हैं। वह कहती हैं कि एक महिला को अपनी पहचान पर भी काम करना चाहिए।
जनवरी 2009 से लेकर आठ साल व्हाइट हाउस में बतौर फर्स्ट लेडी (राष्ट्रपति की पत्नी) मिशेल ने अपनी अलग पहचान कायम रखी। ‘टीच हायर’ और ‘लेट गर्ल्स लर्न’ नाम से शिक्षा के अभियान चलाए। लोगों को खाने-पीने की अच्छी आदतें अपनाने के लिए जागरूकता फैलाई।
इन दिनों वह म्यूज़िक स्ट्रीमिंग एप ‘स्पॉटिफाई’ पर सक्रिय हैं। 28 जुलाई से शुरू हुए ‘द मिशेल ओबामा पॉडकास्ट’ में वह रिश्ते-नातों पर अपनी सलाह और विचार साझा कर रही हैं। रिलेशनशिप के उतार-चढ़ावों को अपनी निजी अनुभवों के उदाहरण देते हुए लोगों के सामने रख रही हैं।
हालांकि मिशेल खुद इन दिनों लो ग्रेड डिप्रेशन से गुजर रही हैं। उन्होंने बताया कि डिप्रेशन का कारण क्वारेंटाइन नहीं, बल्कि नस्लीय भेदभाव-हिंसा और अमेरिका में फैली अराजकता है। दिसंबर 2018 में मिशेल, गैलप के एक सर्वे में अमेरिका की सर्वाधिक सराही गई महिला चुनी गईं थीं। इससे पहले 17 साल तक हिलेरी क्लिंटन को यह सम्मान हासिल था। 2019 में दोबारा मिशेल सर्वे में टॉप पर रहीं। आइए मिशेल ओबामा से जुड़ी ये खास बातें जानें :
1. बीमार पिता चाहते थे बच्चे पढ़ें मिशेल के पूर्वजों ने गुलामी भरी ज़िंदगी बिताई। उनके पिता स्थानीय वॉटर प्लांट पर काम करते थे, मां गृहिणी थीं। इलेनॉय में एक कमरे में मिशेल का बचपन बीता। पिता की मल्टीपल स्क्लेरोसिस बीमारी से मौत हो गई थी। मिशेल ने एक कार्यक्रम में बताया था कि कैसे दर्द से कराहते पिता को देखकर वह दुखी होती थीं।
लेकिन पिता चाहते थे कि वह उनके दर्द से ध्यान हटाकर सिर्फ पढ़ाई करें। वह कहते थे कि दर्द की दवा सिर्फ जीवन में आगे बढ़ना है। मिशेल का सपना प्रिंसटन में पढ़ना था, लेकिन हाईस्कूल के टीचर उन्हें हतोत्साहित करते थे। मिशेल के बड़े भाई क्रेग ने भी प्रिंसटन से ही डिग्री हासिल की है।
2. लॉ फर्म से कॅरिअर शुरू किया, ग्रैमी जीता
1988 में पढ़ाई पूरी करने के बाद मिशेल ने शिकागो में सिडली एंड ऑस्टिन लॉ फर्म में तीन साल काम किया। वहां मार्केटिंग और बौद्धिक संपदा अधिकार कानून पर विशेषज्ञता हासिल की। यहीं उनकी मुलाकात बराक से हुई। इसके बाद वह शिकागो के मेयर की सहायक रहीं, फिर प्लानिंग और डेवलपमेंट कमिश्नर रहीं।
मिशेल अपनी आत्मकथा ‘बिकमिंग’ के लिए 2019 में बेस्ट स्पोकन वर्ड एल्बम में ग्रैमी अवॉर्ड जीत चुकी हैं। इसी किताब पर नेटफ्लिक्स डॉक्यूमेंट्री बना चुका है। फिलहाल वह ‘हायर ग्राउंड’ नाम की प्रोडक्शन कंपनी चला रही हैं।
3, उतार-चढ़ाव भरा रहा बराक से रिश्ता
मिशेल की 1991 में बराक ओबामा से शादी हुई। बराक भी शिकागो की उसी लॉ फर्म में काम करते थे, जहां से मिशेल ने अपना कॅरिअर शुरू किया। मिशेल कहती हैं कि उनके और बराक के रिश्ते हमेशा अच्छे रहे हैं, लेकिन एक वक्त था, जब दोनों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था।
यहां तक कि उन्हें रिलेशनशिप काउंसलर की भी मदद लेनी पड़ी थी। वह कहती हैं कि रिलेशनशिप में गर्माहट बनी रहे, इसके लिए उस पर काम करना पड़ता है। वह कहती हैं कि जब जरूरत पड़े तो विशेषज्ञ काउंसलर की मदद लेने से हिचकिचाना नहीं चाहिए।