पिछले 3 महीनों में निवेशकों का भरोसा म्यूचुअल फंड में बढ़ा है इसी का नतीजा है कि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में जून तिमाही में 18 लाख निवेशक जुड़े है। इसी के साथ म्यूचुअल फंड फोलियो की कुल संख्या बढ़कर 9.15 करोड़ हो गई है।
एक निवेशक के एक से ज्यादा फोलियो हो सकते हैं और फोलियो में 18 लाख निवेशकों की बढ़ोतरी का मतलब ये नहीं है कि 18 लाख नए निवेशक बढ़े हैं। जिस तरह किसी व्यक्ति के एक से ज्यादा बैंक अकाउंट हो सकते हैं वैसे ही एक निवेशक के एक से ज्यादा फाेलियो हो सकते हैं। ये एक यूनिक नंबर होता है जो निवेशक की पहचान होती है।
15 फरवरी से 15 मार्च के बीच म्यूचुअल फंड फोलियो 50% बढे थे
कोरोनावायरस से भारतीय बाजार में गिरावट का दौर जारी है। इस गिरावट में भी भारतीय निवेशकों को म्यूचुअल फंड बहुत रास आ रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार म्यूचुअल फंड्स फोलियो की संख्या में बढ़ोतरी हुई थी। कम्प्यूटर एज मैनेजमेंट सर्विसेज (सीएएमएस) के आंकड़ों के मुताबिक, 15 फरवरी से 15 मार्च, 2020 के बीच म्यूचुअल फंड फोलियो 50% बढ़ी।
बढ़ा सकते हैं निवेश
जब इक्विटी का दाम गिरता है तो आपको उसे रिडीम करने या बंद करने की बजाय निवेश बढ़ाना चाहिए। बाजार जब निचले स्तर पर हो तो आपको पैसा निकालने की बजाय उसमें और पैसा लगाना चाहिए क्योंकि पैसा निकालने का मतलब होगा बड़ा नुकसान। गिरते बाजार में आपको धीरे-धीरे निवेश करना चाहिए और गिरते बाजार का फायदा उठाते हुए आप हर गिरावट पर थोड़ा-थोड़ा निवेश कर सकते हैं। ऐसा करने पर आपका रिस्क मैनेज हो जाएगा।
उतार-चढ़ाव से न घबराएं
अगर आप नए निवेशक हैं तो ऐसे समय में थोड़ा सतर्क रहें। क्योंकि, निवेश में जागरूकता ही आपके पैसे को बचा सकती है। कभी भी छोटी अवधि के उतार-चढ़ाव से न घबराएं और लंबी अवधि का लक्ष्य निर्धारित करें। इससे आपको सही निवेश करने में आसानी रहेगी।
क्या है म्यूचुअल फंड?
म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं। इस पैसे को वे शेयर बाजार, बांड और गवर्नमेंट सिक्युरिटीज जैसे एसेट्स में निवेश करती हैं। इसके बदले म्यूचुअल फंड निवेशकों से फीस भी लेती हैं। देश में अलग-अलग कई म्यूचुअल फंड हाउसेज हैं जो निवेश करने के लिए फंड मैनेजर नियुक्त करती है। जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प है।