अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सितंबर में होने वाली जी-7 समिट को अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव तक टालने का फैसला किया है। देश में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि पिछली बार कोरोनावायरस को देखते हुए इसे टाला गया था।
इस साल मार्च में अमेरिका के कैंप डेविड में जी7 समिट होना था। हालांकि, कोरोना की वजह से सदस्य देशों के नेताओं का व्यक्तिगत तौर पर आना मुमकिन नहीं था। ऐसे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जून में यह बैठक बुलाने का फैसला किया गया था। हालांकि, ट्रम्प ने इसे टालते हुए सितंबर में कराने की बात कही थी।
इस साल समिट अमेरिका में होगा
ट्रम्प ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, ‘‘मैं कुछ समय के बाद जी7 समिट कराना चाहता हूं। हम इसे सितंबर में करने जा रहे थे।’’ जी-7 में अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान और इटली शामिल हैं। सभी सदस्य देश बारी-बारी से सालाना समिट को होस्ट करते हैं। इस साल यह अमेरिका में होने वाला है।
अब तक किसी नेता को न्योता नहीं भेजा गया: ट्रम्प
ट्रम्प ने कहा कि व्हाइट हाउस ने अभी तक औपचारिक रूप से किसी नेता को न्योता नहीं भेजा गया है। हम उनसे बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार उन देशों को भी आमंत्रित करने की योजना बनाई है, जो जी7 के औपचारिक सदस्य नहीं हैं।
भारत और रूस को भी बुलाया जाएगा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को आमंत्रित करने के सवाल पर ट्रम्प ने कहा कि पुतिन एक अहम ‘फैक्टर’ हैं, इसलिए उन्हें बुलाया जाएगा। ट्रम्प ने इसमें भारत, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों को भी बुलाने की बात कही थी।
इससे पहले अमेरिका में 2012 में जी-7 समिट हुई थी
आखिरी बार अमेरिका में यह समिट 2012 में हुई थी। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मैरीलैंड के कैंप डेविड में सरकारी इमारत में समिट कराई थी। 2004 में पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने जॉर्जिया के सी आइलैंड रिजॉर्ट में इसे आयोजित किया था। अगस्त 2019 में जी-7 समिट फ्रांस के बियारिट्ज शहर में हुई थी।
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