इजराइल की 24 घंटे में लेबनान में दूसरी एयरस्ट्राइक:हिजबुल्लाह के ठिकाने पर लड़ाकू विमान से हमला; पहले अटैक में तबाह किए थे 1000 रॉकेट बैरल

इजराइल ने एक बार फिर से लेबनान पर एयरस्ट्राइक की है। यह पिछले 24 घंटे में इजराइल का लेबनान पर दूसरा अटैक है। हमला राजधानी बेरूत के दाहियेह इलाके में किया गया। लेबनान की मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इजराइल ने यह हमला F-35 फाइटर जेट्स के जरिए किया। हमले में एक बिल्डिंग को निशाना बनाया गया, जहां हिजबुल्लाह के लड़ाके मौजूद थे।टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, एयरस्ट्राइक का टारगेट हिजबुल्लाह की टॉप मिलिट्री यूनिट जिहाद काउंसिल का सदस्य इब्राहिम आकिल था। 1983 में बेरूत में अमेरिका के मरीन बैरक पर हमले के मामले में आकिल US की वॉन्टेड लिस्ट में शामिल है। इससे पहले गुरुवार रात दक्षिण लेबनान पर इजराइल ने 70 हवाई हमले किए थे। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक गाजा युद्ध शुरू होने के बाद इजराइल का लेबनान पर यह सबसे बड़ा हमला है। इजराइल के हमले में हिजबुल्लाह के 100 रॉकेट लॉन्चर तबाह इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा था कि उन्होंने लेबनान में हिजबुल्लाह के 100 से ज्यादा रॉकेट लॉन्चर्स पर हमला कर उन्हें बर्बाद कर दिया। इनमें 1000 रॉकेट बैरल तबाह हो गए थे। IDF ने दावा किया था कि हिजबुल्लाह इन हथियारों से इजराइल पर हमले की तैयारी में था। इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह की कई इमारतों और एक हथियार डिपो को भी तबाह करने का दावा किया। इजराइल के हमले के बाद हिजबुल्लाह ने उन पर पलटवार किया था। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, संगठन ने उत्तरी इजराइल पर 150 रॉकेट दागे थे। इनमें से ज्यादातर रॉकेट को आयरन डोम के जरिए रोक दिया गया था। इजराइली शहरों में सायरन बजते ही सेना ने सभी नागरिकों से बम शेल्टरों के करीब रहने की चेतावनी दी थी। इससे पहले लेबनान में 17-18 सितंबर को पेजर और वॉकी-टॉकी में धमाके हुए थे। इनमें 37 लोगों की मौत हो गई थी और 2300 लोग घायल हुए थे। लेबनान और हिजबुल्लाह ने इन हमलों के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है। IDF की सलाह- बम शेल्टरों के करीब रहें इजराइली नागरिक
हमले के बाद IDF ने नॉर्थ इजराइल में रह रहे नागरिकों के लिए गाइडलाइन भी जारी की है। इसमें उनसे बम शेल्टरों के करीब रहने के लिए कहा गया है। इसके अलावा इजराइली नागरिकों को बिना जरूरत सार्वजनिक जगहों पर इकट्ठा न होने की सलाह दी गई है। उन्हें हर कस्बे, इलाके और समुदायों की सही तरह से सुरक्षा करने के लिए कहा गया है। हिजबुल्लाह चीफ ने सीरियल धमाकों को बताया जंग का ऐलान
लेबनान पर हमले की शुरुआत तब हुई जब हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट के बाद अपना पहला भाषण दे रहे थे। उनके भाषण के बाद भी देर रात तक इजराइली सेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले किए। अपने भाषण में नसरल्लाह ने धमाके में मारे गए लोगों के प्रति दुख जताया था। हिजबुल्लाह चीफ ने कहा था कि इजराइल ने इन हमलों के साथ सारी हदें पार कर दी हैं। यह जनसंहार लेबनान के लोगों के खिलाफ इजराइल की जंग की शुरुआत है। नसरल्लाह ने इजराइल को धमकी देते हुए कहा कि पिछले दो दिनों में जो हमले हुए उसके लिए उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी। अगर इजराइली सैनिक दक्षिणी लेबनान में घुसते हैं तो ये हिजबुल्लाह के लिए बदला लेने का ऐतिहासिक मौका होगा। नसरल्लाह के भाषण के बीच बेरूत के आसमान में थे इजराइल फाइटर जेट
नसरल्लाह जब यह भाषण दे रहे थे तब भी इजराइल के 3 फाइटर जेट बेरूत के आसमान में उड़कर अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहे थे। पिछले कुछ दिनों में इजराइल के अधिकारियों ने लगातार इस बात के संकेत दिए हैं कि उनका ध्यान अब गाजा पट्टी पर हमास से हटकर लेबनान में हिजबुल्लाह की तरफ शिफ्ट हो रहा है। इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने भी कहा था कि वे अब युद्ध के नए चरण में पहुंच गए हैं। वहीं लेबनान में पेजर, वॉकी-टॉकी धमाकों के बाद इजराइल ने गाजा से अपने कई सैनिकों को नार्थ इजराइल में लेबनान के साथ सटी सीमा पर तैनात कर दिया था। लेबनान में धमाकों के बीच हिजबुल्लाह ने भी गुरुवार को उत्तरी इजराइल पर 17 हवाई हमले किए थे। हिजबुल्लाह ने बताया था कि इन हमलों में उन्होंने इजराइल के मिलिट्री बेस और बैरक को निशाना बनाया था। हमले में इजराइल के 2 सैनिक भी मारे गए थे। क्या इजराइल से जंग के लिए तैयार है हिजबुल्लाह
न्यूयॉर्क टाइम्स ने विशेषज्ञों के हवाले से बताया कि हिजबुल्लाह के पेजर्स और वॉकी-टॉकी में बड़े पैमाने पर हुए धमाकों ने संगठन की छवि को नुकसान पहुंचाया है। हिजबुल्लाह अब तक इजराइल के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित हुआ है। ऐसे में उसके लिए इन धमाकों का जवाब देना जरूरी हो गया है। हालांकि, फिलहाल हिजबुल्लाह के कई लड़ाके घायल हैं। ऐसे में अगर उसने बड़ा हमला किया तो इससे इजराइल के साथ जंग छिड़ने का खतरा है, जिसके लिए फिलहाल संगठन तैयार नहीं है।