1934 से लालबाग में हर साल विराजित होते हैं बप्पा:लालबाग के राजा को दान में मिले 5.65 करोड़ नकद, 4 किलो सोना और 64 किलो चांदी

गणेश उत्सव खत्म हो गया है, इसके बाद मुंबई के विश्व प्रसिद्ध लालबाग के राजा को मिले दान की गिनती हुई। लालबाग के राजा को भक्तों ने 5.65 करोड़ नकद, 4.15 किलो सोना और 64.32 किलो चांदी दान की है। मुंबई के लालबाग के राजा के भक्तों में नेता-अभिनेता के साथ ही बड़े-बड़े बिजनेस टाइकून भी शामिल हैं। हर साल लाखों भक्तों लालबाग के राजा के दर्शन करने पहुंचते हैं और खूब दान भी करते हैं। इसी वजह से इस साल बप्पा को नकद, सोना और चांदी मिलाकर 10 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का दान मिला है। बप्पा को 2008 में सबसे ज्यादा 11.5 करोड़ रुपए चढ़ावा चढ़ा था। बप्पा की सुरक्षा के लिए करोड़ों रुपए का बीमा कराया जाता है। प्रतिमा की सुरक्षा में बड़ी संख्या लगने वाले कार्यकर्ता और सिक्योरिटी गार्ड्स का भी बीमा होता है। भगवान को मिले दान से संस्था चैरिटी करती है। लालबाग चा राजा गणेशोत्सव मंडल के कई अस्पताल और एम्बुलेंस हैं, जहां गरीबों का फ्री इलाज किया जाता है। 1934 से स्थापित हो रही है गणेश प्रतिमा लालबागचा राजा का इतिहास बहुत पुराना है। अंग्रेजों के जमाने में लालबाग के एरिया से कामकाजी लोगों को हटाया जा रहा था। उन लोगों ने मन्नत मदद मांगी कि उन्हें व्यापार करने के लिए एक जमीन मिल जाए। लोगों को व्यापार के लिए जमीन मिली तो उन्होंने वहीं गणपति की स्थापना करनी शुरू कर दी। ये बात 1934 की है, तब से हर साल यहां मूर्ति स्थापित की जा रही है।