भारत ने चेस ओलिंपियाड में ऐतिहासिक गोल्ड जीता:ओपन कैटेगरी में देश का पहला स्वर्ण; विमेंस टीम ने डिफेंडिंग चैंपियन चीन को हराया

चेस ओलिंपियाड की ओपन कैटेगरी में भारत ने ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीत लिया है। यह 97 साल के ओलिंपियाड इतिहास में भारत का पहला ही ओपन कैटेगरी का गोल्ड है। 10वें राउंड के मुकाबले में भारत ने अमेरिका को 2.5-1.5 से हराया। भारत ने 9वें राउंड में उज्बेकिस्तान के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ खेला था। इसके अलावा सभी राउंड में देश को जीत मिली। विमेंस कैटेगरी के 10वें राउंड में भारत ने डिफेंडिंग चैंपियन चीन को 2.5-1.5 के अंतर से हरा दिया। इस कैटेगरी में भारत फिलहाल पहले नंबर पर है। हालांकि, उज्बेकिस्तान के मैच के नतीजे के बाद भारत की फाइनल रैंकिंग तय होगी। हंगरी के बुडापेस्ट में 45वें चेस ओलिंपियाड का आयोजन हुआ। ओलिंपियाड 10 से 23 सितंबर तक चलेगा। ओपन कैटेगरी में गुकेश और अर्जुन ने जीते मुकाबले 10वें राउंड में भारत का सामना अमेरिका से हुआ। आर प्रागननंदा पहले मुकाबले में वेसली के खिलाफ हार गए। दूसरे मुकाबले में गुकेश ने कारुआना फैबियानो को हराया और स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। विदित संतोष ने एरोनियन लेवोन के खिलाफ ड्रॉ खेला, जिससे स्कोर बराबरी पर ही रहा। अर्जुन इरीगैसी का मुकाबला डोमिनिगेज पेरेज के खिलाफ बाकी था। अर्जुन ने ज्यादातर समय लीड बनाए रखी और भारतीय समयानुसार देर रात 11:41 बजे मुकाबला जीत लिया। उनकी जीत से भारत ने 2.5-1.5 के अंतर से अमेरिका को हरा दिया। 10 राउंड के बाद टॉप पर भारत चेस ओलिंपियाड में जीत पर 2 पॉइंट और ड्रॉ पर एक पॉइंट मिलता है। भारत ने 2 दिन पहले ही लगातार 8 मैच जीतकर 16 पॉइंट्स हासिल किए थे। 9वें राउंड में टीम ने उज्बेकिस्तान से ड्रॉ खेल लिया, जिस कारण टीम 17 पॉइंट्स के साथ पहले नंबर पर रही। अब अमेरिका को हराकर टीम ने 19 पॉइंट्स के साथ पहला स्थान हासिल कर लिया। भारत के बाद कोई भी टीम आखिरी राउंड का मुकाबला जीतकर 19 पॉइंट्स को पार नहीं कर पाएगी। इस कारण भारत ने अमेरिका को हराते ही गोल्ड मेडल पर कब्जा कर लिया। चेस ओलिंपियाड इतिहास की ओपन कैटेगरी में यह भारत का पहला ही गोल्ड मेडल है। विमेंस कैटेगरी में पहले नंबर पर पहुंचा भारत विमेंस कैटेगरी में 9 राउंड के बाद भारत 15 पॉइंट्स के साथ दूसरे नंबर पर था। कजाकिस्तान 16 पॉइंट्स के साथ पहले नंबर पर था। 10वें राउंड में भारत ने चीन को 2.5-1.5 के अंतर से हरा दिया। इसी के साथ टीम 17 पॉइंट्स के साथ टॉप पर पहुंच गई। हालांकि, विमेंस ग्रुप में कजाकिस्तान और जॉर्जिया के बीच मैच का नतीजा बाकी है। इस कारण फिलहाल विजेता का फैसला नहीं हो सका है। दिव्या देशमुख ने जीता एकमात्र मुकाबला
विमेंस कैटेगरी में भारत से एकमात्र जीत दिव्या देशमुख को मिली। उन्होंने चीन की नी शिकुन को हराया। वहीं वंतिका अग्रवाल, वैशाली रमेशबाबु और द्रोनावली हरिका ने अपने-अपने मुकाबले ड्रॉ करा लिए। जिस कारण भारत ने 2.5-1.5 के अंतर से चीन को हराया। 1927 में हुआ था पहला चेस ओलिंपियाड
इंटरनेशनल चेस फेडरेशन (FIDE) 1927 से चेस ओलिंपियाड करा रही है। 1950 तक ओलिंपियाड हर साल हुआ, वर्ल्ड वॉर के दौरान इसका आयोजन नहीं हुआ। लेकिन 1950 के बाद से इसे हर 2 साल में एक बार आयोजित किया जाने लगा। हंगरी में 45वीं बार चेस ओलिंपियाड हुआ।