भुवनेश्वर में आर्मी अफसर की मंगेतर से छेड़छाड़ का मामला:7 आरोपियों को गिरफ्तारी के 4 घंटे बाद जमानत मिली; सभी इंजीनियरिंग स्टूडेंट

भुवनेश्वर में आर्मी अफसर से मारपीट और उनकी मंगेतर से छेड़छाड़ मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तारी के करीब 4 घंटे बाद जमानत मिल गई। सभी आरोपी इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स हैं। पुलिस ने उन्हें 20 सितंबर की रात गिरफ्तार किया था। आरोपियों को 20-21 सितंबर की देर रात ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास-2 (JMFC) कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें बेल मिल गई। एडिशनल डीसीपी कृष्ण प्रसाद दास ने बताया कि आरोपियों के 11 मोबाइल फोन और एक गाड़ी जब्त की गई है। स्टूडेंट्स ने 15 सितंबर की रात 2 बजे के आसपास गाड़ी ओवरटेक करने को लेकर कपल से बदसलूकी और मारपीट की थी। कपल शिकायत लेकर भरतपुर थाने पहुंचे। आरोप है कि वहां पुलिसकर्मियों ने आर्मी अफसर को लॉकअप में बंद किया और मंगेतर का यौन उत्पीड़न किया। पुलिस पर दोनों के साथ मारपीट का भी आरोप है। पुलिस ने महिला को बदसलूकी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। महिला ने 19 सितंबर को हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मामले का खुलासा किया। 5 आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। आरोपी स्टूडेंट्स बोले- अफसर की मंगेतर को हाथ नहीं लगाया पुलिस ने कहा कि आरोपी स्टूडेंट्स ने आर्मी अफसर को घसीटा और उसके साथ मारपीट की थी। जब अफसर ने अपने मोबाइल फोन पर घटना का वीडियो रिकॉर्ड करने की कोशिश की तो उन्हें इसका अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी। हालांकि, स्टूडेंट्स ने आरोपों से इनकार किया है। उनका दावा किया है कि उन्होंने अफसर की मंगेतर को हाथ नहीं लगाया था। एक युवक ने कहा, ‘महिला ने अपनी कार से हमारी तरफ कुछ अश्लील इशारे किए थे। इसके बाद आर्मी अफसर से हमारी झड़प हुई।’ हालांकि, घटना के एक वायरल वीडियो में उन्हें महिला के साथ बहस करते हुए देखा गया। आरोपी स्टूडेंट्स में राकेश नायक, अभिलाष सावंत, अमन कुमार, आदित्य रंजन बेहरा, आकाश पढियारी, हरीश मंता और आशीष कुमार शामिल हैं। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 126 (2), 115 (2), 117 (2) और 296/3 (5) के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों को घटना के CCTV फुटेज के आधार पर पकड़ा था। BJD राज्यपाल भवन के सामने आज प्रदर्शन करेगी
बीजू जनता दल (BJD) ने भुवनेश्वर की घटना पर विरोध जताया है। रविवार सुबह 10 बजे भुवनेश्वर में राज्यपाल भवन के सामने बीजेडी विरोध प्रदर्शन करेगी। पार्टी ने कहा कि हमारी सरकार में MO सरकार की व्यवस्था थी। इसमें सीएम, मंत्री, सीनियर अफसर अस्पतालों, पुलिस थानों में जाते थे। आम जनता को सीधे फोन कर उनसे जानकारी लेते थे घटना से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल पहला वीडियो: सड़क पर कपल को घेरकर बहस करते दिखे स्टूडेंट्स पीड़ित महिला: सर, मैं आपसे बात नहीं कर रही हूं, मैं उन लोगों से बात कर रही हूं जो मेरे साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश कर रहे हैं। ये मेरी कार है, चाहे मैं अपने पैर दिखाऊं, अपने बाल दिखाऊं, कुछ भी दिखाऊं…आप कौन हो? यह मेरा विशेषाधिकार है। भीड़ में मौजूद युवक: …तो फिर इसे हमें मत दिखाओ। पीड़ित महिला: आप कौन हैं? भीड़ में मौजूद युवक: मोहन मांझी का नाम लेकर पूछता है क्या इनका नाम सुना है। जब महिला कहती है कि उसने नहीं सुना है… तभी एक युवक चिल्लाकर कहता है कि ओडिशा के प्रधानमंत्री। युवकों और पीड़ित के बीच बहस बढ़ती है, आर्मी अफसर महिला मित्र का हाथ पकड़कर उसे दूर ले जाने की कोशिश करता है, लेकिन युवकों की भीड़ उनका पीछा करती है… एक युवक कहता है कि… यह दिल्ली नहीं है। इसके बाद सभी युवक आर्मी अफसर को धक्का देते हैं। बहस जारी रहती है। युवकों का ग्रुप महिला से कहता है कि वे विक्टिम कार्ड खेल रही हैं। उससे कहते हैं कि इतना ओवर कॉन्फिडेंस दिखाने की जरूरत नहीं है। इसके बाद आर्मी अफसर अपनी महिला मित्र को कार में बिठाता है। दूसरा वीडियो: महिला बोली- पुलिस के पास जाऊंगी, आरोपी बोला- अरे जा… युवकों का ग्रुप गालियां देते हुए आर्मी अफसर को पीटता है। महिला आर्मी अफसर को बचाने की कोशिश करती है। युवकों का ग्रुप दोनों को धक्का देता है, उन पर हमला करता है। वीडियो के अंत में आर्मी अफसर और महिला कार की ओर बढ़ते हैं, जब वह कहती है कि वह पुलिस के पास जाएगी, तब एक आदमी को यह कहते हुए सुना जाता है… अरे जा। तीसरा वीडियो: पुलिसवालों ने पीड़ित से कहा- हिंदी-इंग्लिश में बात नहीं कीजिए तीसरा वीडियो भरतपुर थाने का है। इसमें पीड़ित महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाती नजर आ रही है। पीड़ित कहती है कि पुलिसवालों ने उससे कहा- ओडिशा भारत में नहीं है… हिंदी-इंग्लिश में बात नहीं कीजिए। कांग्रेस का दावा- घटना में बीजेपी के लोग शामिल
कांग्रेस ने भुवनेश्वर की घटना पर बीजेपी पर निशाना साधा। पार्टी ने शनिवार, 21 सितंबर को X पोस्ट में घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘वीडियो में युवक ओडिशा के सीएम मोहन माझी का नाम ले रहे हैं। इससे साफ पता चलता है कि घटना में बीजेपी से जुड़े लोग शामिल हैं।’ पीड़ित महिला का आरोप- थाने में पुलिस अफसरों ने यौन उत्पीड़न किया पीड़ित महिला का आरोप है कि जब वे युवकों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने पुलिस थाने पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने उनसे पहले बदसलूकी की, फिर आर्मी ऑफिसर को लॉकअप में बंद कर दिया। पीड़ित के मुताबिक, उसने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की और हाथ-पैर बांध दिए। एक पुरुष अधिकारी ने उसके अंडरगारमेंट उतारे। फिर छाती पर लातें मारीं। थाने में जब इंस्पेक्टर-इंचार्ज पहुंचा तो उसने पीड़ित की पैंट नीचे कर अपना प्राइवेट पार्ट दिखाया और अश्लील बातें कीं। इसके बाद पुलिस ने पीड़िता को ही बदतमीजी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। 19 सितंबर को घटना सामने आने के बाद DG वाईबी खुरानिया के निर्देश पर ही चांदका थाने में शिकायत दर्ज की गई। उन्होंने क्राइम ब्रांच को जांच के आदेश दिए, जिसके बाद भरतपुर के इंस्पेक्टर इंचार्ज समेत 5 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया गया। मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता वीके सिंह ने आरोपियों के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही है। पीड़ित के पुलिसकर्मियों पर 5 गंभीर आरोप आर्मी ऑफिसर बोले- 4 पुलिसवालों ने मुझे घसीटा, पेंट खोली
आर्मी ऑफिसर ने बताया कि थाने में शिकायत दर्ज कराने के दौरान अचानक चार पुलिस अधिकारियों ने मुझे पकड़ लिया। चारों मुझे घसीटते हुए एक सेल में ले गए। वहां उन्होंने मेरी पैंट उतारी। मेरा सारा सामान ले लिया। मुझे सुबह 3 बजे अवैध रूप से सेल के अंदर बंद रखा। इस बीच लॉबी में दो महिला पुलिस अधिकारियों ने मेरी मंगेतर के साथ मारपीट की। सुबह 6 बजे, जब मेरी मंगेतर ने पुलिस अधिकारियों से गिरफ्तारी वारंट की मांग की, तो उसे एक कमरे में घसीटा गया और SI प्रभारी सहित चार पुरुष और तीन महिला पुलिस अधिकारियों ने उसके कपड़े उतार दिए और उसके साथ मारपीट की। मैं 30 मिनट तक चीखें सुनता रहा। इसके बाद मेरी मंगेतर को बदतमीजी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का आरोप- आर्मी ऑफिसर और उसकी मंगेतर नशे में थी
भरतपुर पुलिस ने बताया कि आर्मी ऑफिसर और उसकी मंगेतर नशे में थी। उन्होंने 15 सितंबर की रात भरतपुर पुलिस स्टेशन पहुंचकर तोड़फोड़ की। कंप्यूटर और फर्नीचर को तोड़ा। ऑन-ड्यूटी अफसरों से मारपीट भी की। इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया। पूर्व आर्मी चीफ बोले- थाने में जो हुआ, वह शर्मनाक
मामले पर भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने X पर अपनी पोस्ट में लिखा- सभी को पीड़ित (आर्मी ऑफिसर की मंगेतर) की बात सुननी चाहिए। वह रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर की बेटी है। ओडिशा के थाने में उनके साथ जो हुआ, वह शर्मनाक है। आरोपी पुलिसकर्मियों पर तुरंत एक्शन होना चाहिए। महिला आयोग ने संज्ञान लिया
राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले को लेकर संज्ञान लिया है। आयोग ने ओडिशा के DGP को एक पत्र लिखकर 3 दिनों के अंदर एक्शन रिपोर्ट मांगी है। साथ ही कहा कि मामले में तत्काल कार्रवाई की जाए। इसमें देरी न हो। यह खबर भी पढ़ें… इंदौर में आर्मी अफसरों से मारपीट, दोस्त से गैंगरेप: बंधक बनाकर 10 लाख मांगे, लड़की को झाड़ियों में ले गए मध्य प्रदेश के इंदौर में सेना के 2 ट्रेनी अफसरों और उनकी दोस्त से मारपीट करने, बंधक बनाने और गैंगरेप का मामला सामने आया। घटना 10 सितंबर रात करीब ढाई बजे की है, जब अफसर इंदौर के जामगेट घूमने गए थे। आरोपियों ने अफसरों से 10 लाख रुपए भी मांगे। अफसर की दोस्त को दूर झाड़ियों में ले गए। पीड़ित अफसर ने गैंगरेप की आशंका जाहिर की है। पूरी खबर पढ़ें…