गुरुवार को मातृ नवमी:26 सितंबर को परिवार की मृत सुहागिन महिलाओं के लिए श्राद्ध करें, पितरों के मंत्र का करें जप

गुरुवार, 26 सितंबर को आश्विन कृष्ण पक्ष की नवमी है। अभी पितृ पक्ष चल रहा है और इस पक्ष की नवमी तिथि का महत्व काफी अधिक है। इसे मातृ नवमी कहा जाता है। पितृ पक्ष में घर-परिवार के मृत सदस्यों के लिए उनकी मृत्यु तिथि के अनुसार श्राद्ध कर्म किए जाते हैं और मातृ नवमी पर परिवार की उन सभी महिलाओं के लिए श्राद्ध किया जाता है जो मरते समय सुहागिन थीं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा कहते हैं कि मातृ नवमी पर उन सभी मृत महिलाओं के लिए श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान और दान-पुण्य करें, जिनकी मृत्यु तिथि की जानकारी नहीं है। इस तिथि पर उन मृत लोगों का भी श्राद्ध करें, जिनकी मृत्यु नवमी तिथि पर हुई थी। मातृ नवमी पर घर में ध्यान रखें ये बातें