वेस्ट दिल्ली के रमेश नगर इलाके की एक किराए की दुकान से गुरुवार को क्राइम ब्रांच ने 208 किलो कोकीन बरामद की है। इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमत 2,080 करोड़ रुपए है। यह ड्रग्स नमकीन के 20-25 पैकेट में छिपाई गई थी। इन पैकेट पर ‘टेस्टी ट्रीट’ और ‘चटपटा मिक्चर’ लिखा हुआ था। इसे यूनाइटेड किंगडम में रहने वाले एक शख्स ने यहां रखा था। पुलिस की रेड के पहले वह भाग चुका था। उसने कपड़ों के बिजनेस के लिए दुकान कुछ दिन पहले किराए पर ली थी। दुकान मालिक समेत 2 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने 8 दिन पहले इसी सिंडिकेट से जुड़ी 5 हजार करोड़ रुपए की कोकीन महिपालपुर इलाके में रेड मारकर जब्त की थी। इसी रेड के दौरान पुलिस को रमेश नगर में ड्रग्स छिपी होने का इनपुट मिला था। अब तक दोनों रेड मिलाकर 7 हजार करोड़ की ड्रग्स जब्त की जा चुकी है। इसमें 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इस इंटरनेशनल ड्रग्स सिंडिकेट का मास्टरमाइंड दुबई में है। वह वहीं से गैंग को ऑपरेट करता है। मास्टरमाइंड के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी
दुबई से ऑपरेट हो रहे इस सिंडिकेट का मास्टरमाइंड की पहचान विरेंदर बसोया के रूप में हुई है। इसके दुबई में कई बिजनेस हैं। पुलिस ने बसोया के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया है। 2 अक्टूबर की रेड दौरान 4 लोग गिरफ्तार किए गए थे। इसके बाद अमृतसर और चेन्नई से 2 और लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद गुरुवार को ही UP के हापुड़ से 1 शख्स को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किए गए इन 7 लोगों में तुषार गोयल और जितेंद्र गिल नाम के 2 शख्स भी शामिल हैं, जो इस इंटरनेशनल ड्रग्स सिंडिकेट के भारत में रैकेट को चला रहे थे। सिंडिकेट के मेंबर को कोड नेम दिए गए थे
पुलिस ने बताया कि इस सिंडिकेट के जुड़े ज्यादातर मेंबर एक दूसरे को नहीं जानते थे। वे सोशल मीडिया के जरिए कऑर्डिनेट करते थे। कम्युनिकेशन के लिए हर मेंबर को एक-एक कोड नेम दिया गया था। इसके अलावा पुलिस को आशंका है कि ड्रग्स की यह साउथ अमेरिकन देशों से समुद्री रास्ते के जरिए गोवा लाई गई थी। इसके बाद इसे दिल्ली लाया गया। राजधानी में अब तक का सबसे बड़ा पर्दाफाश
दिल्ली में कोकीन जब्ती का इसे अब तक का सबसे बड़ा केस माना जा रहा है। पुलिस इस सिंडिकेट का पता लगाने के लिए पिछले दो महीने से काम कर रही थी। तब पुलिस को ड्रग्स सप्लाई का इनपुट मिला था। ये तस्कर इस ड्रग को राजधानी और एनसीआर में खपाने की कोशिश में थे। ड्रग्स के खिलाफ दिल्ली पुलिस ऑपरेशन ‘कवच’ 30 सितंबर को 228 किलो गांजा किया जब्त: पिछले कई दिनों से दिल्ली पुलिस ड्रग सप्लायर्स को पकड़ने के लिए ऑपरेशन ‘कवच’ चला रही है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने 30 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स कार्टेल का भंडाफोड़ किया था, जिसमें 228 किलो गांजा जब्त किया था। जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 1.14 करोड़ रुपए कीमत आंकी गई थी। इस कार्टेल के दो सप्लायर को गिरफ्तार भी किया था। 27 जुलाई को 6 किलो कोकीन किया था जब्त: दिल्ली पुलिस ने 27 जुलाई को दिल्ली एयरपोर्ट पर जर्मनी के एक नागरिक को 6 किलो ग्रेड-ए-कोकीन के साथ पकड़ा था। इस कोकीन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 12 करोड़ रुपए बताई गई थी। आरोपी का नाम अशोक कुमार था। 4 दिन पहले भोपाल से 1800 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 5 अक्टूबर को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और एटीएस गुजरात ने मिलकर एक फैक्ट्री में रेड मारी, जिसमें 1800 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की एमडी ड्रग्स बरामद हुई। इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। पूरी खबर पढ़ें… —————————— यह खबर भी पढ़ें… महाराष्ट्र-गुजरात से 831 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त, ATS ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया गुजरात ATS ने महाराष्ट्र और गुजरात की दो दवा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से 831 करोड़ रुपए कीमत की लिक्विड ड्रग्स जब्त की है। ATS के डीआईजी सुनील जोशी ने बताया कि 5 और 6 अगस्त को दोनों जगहों से 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। पूरी खबर पढ़ें…
दुबई से ऑपरेट हो रहे इस सिंडिकेट का मास्टरमाइंड की पहचान विरेंदर बसोया के रूप में हुई है। इसके दुबई में कई बिजनेस हैं। पुलिस ने बसोया के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया है। 2 अक्टूबर की रेड दौरान 4 लोग गिरफ्तार किए गए थे। इसके बाद अमृतसर और चेन्नई से 2 और लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद गुरुवार को ही UP के हापुड़ से 1 शख्स को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किए गए इन 7 लोगों में तुषार गोयल और जितेंद्र गिल नाम के 2 शख्स भी शामिल हैं, जो इस इंटरनेशनल ड्रग्स सिंडिकेट के भारत में रैकेट को चला रहे थे। सिंडिकेट के मेंबर को कोड नेम दिए गए थे
पुलिस ने बताया कि इस सिंडिकेट के जुड़े ज्यादातर मेंबर एक दूसरे को नहीं जानते थे। वे सोशल मीडिया के जरिए कऑर्डिनेट करते थे। कम्युनिकेशन के लिए हर मेंबर को एक-एक कोड नेम दिया गया था। इसके अलावा पुलिस को आशंका है कि ड्रग्स की यह साउथ अमेरिकन देशों से समुद्री रास्ते के जरिए गोवा लाई गई थी। इसके बाद इसे दिल्ली लाया गया। राजधानी में अब तक का सबसे बड़ा पर्दाफाश
दिल्ली में कोकीन जब्ती का इसे अब तक का सबसे बड़ा केस माना जा रहा है। पुलिस इस सिंडिकेट का पता लगाने के लिए पिछले दो महीने से काम कर रही थी। तब पुलिस को ड्रग्स सप्लाई का इनपुट मिला था। ये तस्कर इस ड्रग को राजधानी और एनसीआर में खपाने की कोशिश में थे। ड्रग्स के खिलाफ दिल्ली पुलिस ऑपरेशन ‘कवच’ 30 सितंबर को 228 किलो गांजा किया जब्त: पिछले कई दिनों से दिल्ली पुलिस ड्रग सप्लायर्स को पकड़ने के लिए ऑपरेशन ‘कवच’ चला रही है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने 30 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स कार्टेल का भंडाफोड़ किया था, जिसमें 228 किलो गांजा जब्त किया था। जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 1.14 करोड़ रुपए कीमत आंकी गई थी। इस कार्टेल के दो सप्लायर को गिरफ्तार भी किया था। 27 जुलाई को 6 किलो कोकीन किया था जब्त: दिल्ली पुलिस ने 27 जुलाई को दिल्ली एयरपोर्ट पर जर्मनी के एक नागरिक को 6 किलो ग्रेड-ए-कोकीन के साथ पकड़ा था। इस कोकीन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 12 करोड़ रुपए बताई गई थी। आरोपी का नाम अशोक कुमार था। 4 दिन पहले भोपाल से 1800 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 5 अक्टूबर को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और एटीएस गुजरात ने मिलकर एक फैक्ट्री में रेड मारी, जिसमें 1800 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की एमडी ड्रग्स बरामद हुई। इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। पूरी खबर पढ़ें… —————————— यह खबर भी पढ़ें… महाराष्ट्र-गुजरात से 831 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त, ATS ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया गुजरात ATS ने महाराष्ट्र और गुजरात की दो दवा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से 831 करोड़ रुपए कीमत की लिक्विड ड्रग्स जब्त की है। ATS के डीआईजी सुनील जोशी ने बताया कि 5 और 6 अगस्त को दोनों जगहों से 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। पूरी खबर पढ़ें…