शनिवार, 12 अक्टूबर को दशहरा है। त्रेतायुग में आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर श्रीराम ने रावण का वध किया था। रावण को बुराइयों का प्रतीक माना जाता है। रावण बहुत शक्तिशाली, चतुर और अहंकारी था, इस वजह से ब्रह्मा जी से वरदान मांगते समय भी उसने चतुराई दिखाई थी। रावण की इसी चतुराई की वजह से भगवान विष्णु को राम के रूप में मानव जन्म लेना पड़ा था। पढ़िए पूरी कथा… कुंभकर्ण की बुद्धि पलट दी थी देवी सरस्वती ने