लेबनान के सुन्नी कस्बे में इजराइल का हमला:दावा-हमास ने 2021 में रच ली थी इजराइल पर हमले की साजिश, ईरान का साथ चाहता था

इजराइल ने शनिवार को 2 कस्बों पर हमले किए। इनमें एक बारजा बेरूत से 32 किलोमीटर दूर है, जहां ज्यादातर सुन्नी आबादी वाले लोग रहते हैं। इजराइल के हमले में यहां 4 लोग मारे गए। हिजबुल्लाह शियाओं का संगठन हैं इसके चलते लेबनान जंग में इजराइल ने अब तक शिया इलाकों को निशाना बनाया था। अमेरिकी मीडिया हाउस CNN के मुताबिक सुन्नी कस्बे पर हमला पहली बार हुआ है। वहीं, उत्तरी लेबनान के मायसरा में भी 5 इजराइली हमले में 5 लोगों की मौत हुई है। दूसरी तरफ इजराइल ने दावा किया है हिजबुल्लाह ने शनिवार को उन पर 300 प्रोजेक्टाइल (छोटी मिसाइलें) दागी हैं। दावा- ईरान के साथ इजराइल पर हमला करना चाहता था हमास
हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर जो हमला किया उसकी साजिश 2 साल पहले 2022 में ही रची जा चुकी थी। हमास ने ईरान और हिजबुल्लाह को भी हमले में साथ देने की अपील की थी। अमेरिकी मीडिया हाउस न्यूयॉर्क टाइम्स ने इजराइली सेना के हाथ लगी हमास की मीटिंग के दस्तावेजों के आधार पर ये खुलासा किया है। NYT ने दावा किया है कि उन्हें हमास की 10 बैठकों की जानकारी मिली है। इनमें से एक बैठक ईरानी कमांडर मोहम्मद सईद इजादी और हमास के सीनियर अधिकारियों और हिजबुल्लाह के बीच हुई थी। दावा किया गया है कि हमास ने इजादी और हिजबुल्लाह से इजराइल के अहम ठिकानों पर हमला करने के लिए साथ देने की बात कही थी। इस पर इजादी और हिजबुल्लाह ने कहा था कि वे इजराइल पर हमले के उद्देशय का समर्थन करते हैं लेकिन हमले के लिए माहौल बनाने में समय लगेगा। ईरान और हिजबुल्लाह ने इन आरोपों को खारिज किया है। ईरान ने कहा है कि ये डॉक्यूमेंट्स में कोई सच्चाई नहीं है। हमास के 7 अक्टूबर के हमले की प्लानिंग के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।