सेहतनामा- क्या सोने से पहले दूध पीना फायदेमंद है?:दूध ठंडा पीना चाहिए या गर्म, डॉक्टर से जानें इससे जुड़े हर जरूरी सवाल का जवाब

सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध पीना देश के अधिकांश घरों में एक परंपरा है। ये परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है, लेकिन क्या हमने कभी सोचा है कि क्या बेड टाइम पर दूध पीना फायदेमंद है। घर के बड़े-बुजुर्ग बताते हैं कि सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध पीने से अच्छी नींद आती है और हड्डियां मजबूत होती हैं। लेकिन साइंस और हेल्थ एक्सपर्ट इस बारे में क्या कहते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च एंड रिव्यू (IJRR) में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक, दूध सबसे पौष्टिक खाद्य पदार्थों में से एक है। दूध कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत है। यह कैंसर, हड्डियों में कमजोरी, गठिया, माइग्रेन, ब्लड प्रेशर, टाइप-2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज और प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम जैसी तमाम बीमारियों के खतरे को कम करने में सहायक है। तो आज सेहतनामा में हम रात को सोने से पहले गर्म दूध पीने के फायदों के बारे में बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट- डॉ. पूनम तिवारी, सीनियर डाइटीशियन, डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ सवाल- दूध की न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या है? जवाब- दूध की न्यूट्रिशनल वैल्यू गाय, भैंस की नस्ल और उसके भोजन के आधार पर अलग-अलग होती है। लेकिन सामान्य तौर पर दूध मिनरल्स और विटामिन्स से भरपूर होता है। तो आइए जानते हैं कि एक कप गाय के दूध की न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या है। इसके लिए नीचे ग्राफिक देखें। सवाल- बेड टाइम पर गर्म दूध पीने से क्या लाभ है? जवाब- लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में सीनियर डाइटीशियन डॉ. पूनम तिवारी बताती हैं कि रात को गर्म दूध पीने से स्ट्रेस कम होता है और अच्छी नींद आती है। सोते समय होने वाली बेचैनी को कम करने के लिए गर्म दूध एक बेहतर उपाय हो सकता है। दूध में मौजूद प्रोटीन लैक्टियम प्रेशर को कम करता है। इसके अलावा ये मांसपेशियों को आराम देकर और कॉर्टिसोल लेवल कम करके बॉडी पर रिलैक्सिंग इम्पैक्ट डाल सकता है। सवाल- क्या रात में दूध पीना वजन घटाने के लिए अच्छा है? जवाब- डॉ. पूनम तिवारी बताती हैं कि दूध में मूल रूप से प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। यह हमारे शुगर लेवल को भी कंट्रोल करता है, जिसके कारण इसे पीने के बाद अगले कुछ घंटों तक थकान या भूख नहीं लगती। हालांकि रात में दूध पीना वजन घटाने के लिए परफेक्ट नहीं हो सकता है क्योंकि दूध में मौजूद कैलोरी को सोते समय बर्न करना मुश्किल है। जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, उन्हें स्किम्ड या कम फैट वाले दूध का विकल्प चुनना चाहिए। हालांकि दूध वेट लॉस करने में मददगार है या नहीं, इस पर अभी और रिसर्च की आवश्यकता है। सवाल- किन लोगों को रात में दूध का सेवन नहीं करना चाहिए? जवाब- वैसे तो दूध हर किसी के लिए फायदेमंद है, लेकिन बुजुर्गों में इसे पचाने की क्षमता धीरे-धीरे कम हो जाती है। ऐसे में उन्हें रात में दूध पीने से प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। जिन लोगों को कोई गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज है, उन्हें भी रात को दूध पीने से बचना चाहिए। इसके अलावा जिन लोगों में लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या है, उन्हें भी दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसे लोग दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स नहीं पचा पाते हैं। लैक्टोज एक तरह की चीनी है, जो दूध और उससे बनी चीजों में पाई जाती है। नीचे ग्राफिक में देखें कि भारत में दूध का उत्पादन और खपत कितनी है। सवाल- क्या रात में दूध पीने के साइड इफेक्ट्स भी हैं? जवाब- रात में दूध पीने के कोई खास साइड इफेक्ट्स नहीं हैं। हालांकि जिनका डाइजेस्टिव सिस्टम ठीक नहीं रहता है, उनके लिए ये मुश्किल पैदा कर सकता है। इसके अलावा दूध में मौजूद लैक्टोज की वजह से बिना ब्रश किए सोने से दांतों में कैविटी हो सकती है। सवाल- क्या रात को ठंडा दूध पीना हानिकारक है? जवाब- रात को किसी भी तरह का दूध पीना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक नहीं है। हालांकि गर्म दूध की अपेक्षा ठंडा दूध देरी से पचता है। सवाल- क्या सुबह की अपेक्षा रात में दूध पीना ज्यादा फायदेमंद है? जवाब- दूध पीने का सबसे अच्छा समय व्यक्ति की दिनचर्या और हेल्थ कंडीशन पर निर्भर करता है। अगर आपको गैस की समस्या है तो रात में दूध पीने से बचना चाहिए। ऐसे ही सुबह खाली पेट दूध पीने से भी गैस और एसिडिटी की समस्या हो सकती है। तो इसे हम अपनी सुविधा के अनुसार पी सकते हैं। सवाल- क्या दूध अच्छी नींद में मददगार है? जवाब- नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश कई अलग-अलग स्टडीज के मुताबिक, दूध में मौजूद कुछ कंपाउंड्स खासतौर पर ट्रिप्टोफैन और मेलाटोनिन नींद आने में मदद कर सकते हैं। ट्रिप्टोफैन एक एमिनो एसिड है, जो कई तरह के प्रोटीन युक्त फूड्स में पाया जाता है। यह सेरोटोनिन नामक न्यूरोट्रांसमीटर के प्रोडक्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सेरोटोनिन ब्रेन और शरीर की तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संदेश भेजता है। इसके अलावा यह मूड को बेहतर बनाता है और रिलैक्सेशन फील कराता है। वहीं मेलाटोनिन, जिसे नींद का हॉर्मोन भी कहा जाता है, ये हमारे ब्रेन द्वारा रिलीज होता है। यह सर्कैडियन रिद्म को रेगुलेट करने और हमारी बॉडी को स्लीप साइकल में प्रवेश करने के लिए तैयार होने में मदद करता है। स्टडीज की मानें तो दूध में स्लीप प्रमोटिंग क्वालिटी पाई जाती हैं, लेकिन यह समझने के लिए और अधिक रिसर्च की आवश्यकता है कि दूध इंडिविजुअल स्लीप साइकल को कैसे प्रभावित कर सकता है। अच्छी फिजिकल और मेंटल हेल्थ व गुड क्वालिटी ऑफ लाइफ के लिए अच्छी नींद आवश्यक है। पूरी दुनिया में अपर्याप्त नींद एक बड़ी समस्या है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल प्रिवेंशन की एक स्टडी के मुताबिक, अमेरिका में हर 3 में से 1 एडल्ट को पर्याप्त नींद नहीं मिल पाती है। एक स्वस्थ व्यक्ति को एक दिन में कम-से-कम 7 घंटे जरूर सोना चाहिए। पूरी नींद न लेने से कई गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता है। सवाल- एक व्यक्ति को कितनी मात्रा में दूध पीना चाहिए? जवाब- यूनाइटेड स्टेट्स में नेशनल डाइटरी गाइडलाइंस के मुताबिक, एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रतिदिन 3 कप (750ml) दूध पीना चाहिए। सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, बच्चों को दिन में 2-3 कप (400-500 ग्राम) दूध पीना चाहिए। इससे उनके शरीर में कैल्शियम मात्रा ठीक रहेगी। सवाल- क्या ठंडे दूध से ज्यादा गर्म दूध फायदेमंद है? जवाब- चाहे दूध गर्म हो या ठंडा, दोनों ही समान रूप से हेल्दी और पौष्टिक होते हैं। यह व्यक्तिगत चॉइस है कि हमें दूध गर्म पसंद है या ठंडा। लेकिन हम आपको सलाह देते हैं कि हर दिन कम से कम एक गिलास दूध पिएं। …………………………….. ये खबर भी पढ़िए सेहतनामा- रोज एक सेब खाओगे तो डॉक्टर दूर भगाओगे: सेब है प्रकृति का वरदान, मिनरल्स से भरपूर सेब अपनी मिठास और रसदार अंदाज के कारण दुनिया में सबसे अधिक खाए जाने वाले फलों में से एक है। पूरी दुनिया में इसकी 7500 से ज्यादा किस्में उगाई जा रही हैं। सेब में लगभग हर वो मिनरल और न्यूट्रिशन मौजूद होता है, जो हमारे शरीर को चाहिए। यही कारण है कि ये हमें बहुत सी बीमारियों से बचाता है। पूरी खबर पढ़िए…