ईरान ने इजराइल पर 1 अक्टूबर को 180 मिसाइलों से हमला किया था। इसके बाद इजराइल ने पलटवार करने की बात कही थी। हालांकि CNN की रिपोर्ट के मुताबिक उसके पलटवार से जुड़े कुछ अमेरिकी सीक्रेट डॉक्यूमेंट लीक हो गए हैं। अमेरिका ने इस मामले में जांच भी शुरू कर दी है। CNN ने एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से लिखा कि इस तरह से डॉक्यूमेंट का लीक होना अमेरिका के लिए गहरी चिंता का विषय है। इन डॉक्यूमेंट पर 15 और 16 अक्टूबर की तारीख लिखी हुई है। इन्हें 18 अक्टूबर, शुक्रवार को टेलीग्राम पर ‘मिडिल ईस्ट स्पेक्टेटर’ नाम के चैनल ने पोस्ट किया है। इन पर टॉप सीक्रेट लिखा हुआ है। साथ में ये भी बताया गया कि ये डॉक्यूमेंट सिर्फ अमेरिका और उसके सहयोगी देश ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड और ब्रिटेन के लिए है। ये सभी देश खुफिया नेटवर्क फाइव आइज (FIVE EYES) का हिस्सा हैं। ईरान पर हमले के लिए तैयारी में जुटा इजराइल सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक इजराइल ईरान पर बड़े हमले की तैयारी कर रहा है। इनमें से एक डॉक्यूमेंट के मुताबिक हमले के लिए इजराइल ने हथियारों को ट्रांसपोर्ट करना शुरू कर दिया है। इस डॉक्यूमेंट को नेशनल जियोस्पैटियल इंटेलीजेंस एजेंसी ने तैयार किया है। एक दूसरे डॉक्यूमेंट में इजराइल की वायुसेना की एक्सरसाइज से जुड़ी हुई जानकारियां है। इसमें हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों के टेस्ट से जुड़ी जानकारियां हैं। CNN के मुताबिक इससे ऐसा माना जा रहा है कि ये एक्सरसाइज ईरान पर हमले की तैयारी का हिस्सा हैं। CNN ने अमेरिकी अधिकारी के हवाले से लिखा है कि इस बात की जांच की जा रही है कि पेंटागन के सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स तक किन-किन लोगों की पहुंच थी। अमेरिका-इजराइल संबंधों पर पड़ सकता है असर अमेरिका के पूर्व उप-विदेश मंत्री मिक मुलरॉय ने इस मामले पर कहा कि ईरान पर इजराइल के पलटवार से जुड़ी जानकारियां अगर सच में लीक हुई हैं। तो ये नियमों का एक गंभीर उल्लंघन है। इससे अमेरिका और इजराइल के बीच भविष्य में रिश्तों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। दोनों देशों के संबंधों में विश्वास एक प्रमुख आधार है और इस लीक से ये विश्वास कमजोर हो सकता है। पिछले साल भी अमेरिका से कुछ खुफिया जानकारियां लीक हुई थी। इनकी वजह से अमेरिका और सहयोगी देशों जैसे साउथ कोरिया और यूक्रेन के बीच तनाव पैदा हो गया था। इन डॉक्यमेंट्स को एक 21 साल के नेशनल एयर गार्ड्समैन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। हैक हुए या जानबूझकर लीक किया गया अब तक साफ नहीं इन डॉक्यमेंट्स के लीक होने की जानकारी पहली बार शनिवार को सामने आई थी। अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि इन डॉक्यूमेंट्स के हैक किया गया है या किसी ने जानबूझ कर लीक किया है। अमेरिका पहले से हबी ईरान की तरफ की जा रही हैकिंग को कोशिशों को लेकर सतर्क है। इससे पहले अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने अगस्त में बताया था कि ईरान ने पूर्व अमेरिकी राषट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के चुनाव अभियान से जुड़े डॉक्यूमेंट्स को हैक कर लिया था। ———————————- इजराइल पर ईरान के हमले से जुड़ी ये खबर पढ़ें… ईरान ने इजराइल पर 180 से ज्यादा मिसाइल दागीं:बोला- नसरल्लाह की शहादत का पहला बदला, नेतन्याहू बोले- ईरान को इसकी कीमत चुकानी होगी ईरान ने 1 अक्टूबर को रात 10 बजे इजराइल पर 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इस हमले में बड़ा नुकसान नहीं हुआ। हालांकि तेल अवीव में 2 नागरिक घायल हुए थे। ये हमले पूरे इजराइल पर 30 मिनट तक किए गए। पूरी खबर यहां पढ़ें