आज पढ़ाई या नौकरी से लेकर विभिन्न कारणों से लोगों को अपने घर और शहर से दूर जाकर रहना पड़ता है। ऐसे में उनका रिलेशनशिप भी लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में बदल जाता है। हालांकि सामान्य रिश्ते के मुकाबले लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप की अपनी चुनौतियां होती हैं। चूंकि दो लोग फिजिकली पास नहीं हैं तो ऐसे में एक-दूसरे से बात करने के लिए वक्त निकालना, प्यार और भरोसा बनाए रखना और अकेलापन न महसूस करना, ये सब थोड़ा चैलेंजिंग हो जाता है। लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में लोगों को ज्यादा अटेंशन की जरूरत होती है, क्योंकि इसमें व्यक्ति लंबे समय तक अपने पार्टनर से दूर रहता है। ऐसी स्थिति में उसे इमोशनल और मेंटल सपोर्ट की आवश्यकता होती है। तो आज रिलेशनशिप कॉलम में हम बात करेंगे लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप की। साथ ही जानेंगे कि- लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप क्या है? लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप वह है, जिसमें दो लोग इंटीमेट रिलेशनशिप शेयर करते हैं। लेकिन वह अपने काम या किसी अन्य वजह से एक-दूसरे से दूर रहते हैं, जिससे वह महीनों या सालों तक एक-दूसरे से मिल नहीं पाते हैं। इसे जनरेशन Z की भाषा में LDR (लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप) भी कहते हैं। लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप की बुनियाद विश्वास, प्यार और बातचीत पर टिकी होती है। इसे कामयाब बनाने के लिए दोनों पार्टनर्स की आपसी बॉन्डिंग बेहतर होनी चाहिए। नीचे ग्राफिक में दिए गए पॉइंट्स के जरिए लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप को मैनेज करने के तरीके बारे में जानें। आइए अब इस बारे में विस्तार से बात करते हैं। लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप का आधार है कम्युनिकेशन इफेक्टिव और हेल्दी कम्युनिकेशन किसी भी रिश्ते का बेस है। लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में इसका महत्व और भी बढ़ जाता है क्योंकि इसमें पार्टनर्स एक-दूसरे के पास नहीं होते हैं। ऐसे में मैसेज, वीडियो कॉल, लेटर या किसी अन्य तरीके से एक-दूसरे से लगातार जुड़े रहना जरूरी है। इससे रिश्ता मजबूत होता है। पार्टनर से छोटी-छोटी बातें शेयर करें अपने पार्टनर से खाने-पीने, घूमने जाने, शॉपिंग करने, ऑफिस आने-जाने या घर की अन्य जरूरी चीजों के बारे में बात करें। इससे उनको लगता है कि आप उनकी हर एक चीज का ख्याल रखते हैं। उनकी दिनचर्या की छोटी-छोटी बातों को ध्यान से सुनें। इससे उन्हें स्पेशल फील होगा और आपसे दूर रहने का एहसास भी कम होगा। पार्टनर को सरप्राइज दें जब हम अपने पार्टनर से दूर होते हैं तो कई छोटी-छोटी चीजों को भूलने लगते हैं। ये बातें रिश्ते में दरार का कारण बन सकती हैं। इसलिए हमेशा पार्टनर को स्पेशल फील कराने के लिए उसके जन्मदिन, एनिवर्सरी या किसी स्पेशल डे पर उसे सरप्राइज दे सकते हैं। इससे दोनों के बीच बॉन्डिंग मजबूत होगी। एक-दूसरे पर विश्वास बनाए रखें विश्वास किसी भी रिश्ते की नींव है, जिसके जरा सा डगमगाने से रिश्ता टूट सकता है। लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। इसलिए एक-दूसरे के प्रति भरोसा बनाए रखें। किसी भी तरह का संदेह होने पर पार्टनर से खुलकर बात करें, जिससे रिश्ते में कम्युनिकेशन गैप न हो। एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में पार्टनर की भावनाओं का ख्याल रखना जरूरी है। क्योंकि आप हर समय उसके आसपास नहीं होते हैं। अगर पार्टनर कुछ बताए तो उसकी बातों को ध्यान से सुनें, उसकी फीलिंग्स को समझने की कोशिश करें। ताकि वह खुद को अकेला न महसूस करे। जल्द मिलने की योजना बनाएं सच तो यह है कि आप हमेशा के लिए लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप को बनाए नहीं रख सकते। इसलिए सुनिश्चित करें कि ये बहुत ज्यादा समय के लिए न हो या जल्द–से–जल्द मिलने की योजना बनाएं। इससे रिश्ते में ताजगी बनी रहती है। वीडियो कॉल करें एक समय था, जब लोग अपने पार्टनर से दूर होने पर महीनों या सालों तक उसे देखने को तरस जाते थे। लेकिन टेक्नोनॉजी की इस दुनिया में फोन कॉल और वीडियो कॉल जैसी सुविधाएं हैं, जिनकी मदद से हम अपने पार्टनर से कभी भी, कहीं से भी और किसी भी समय जुड़ सकते हैं। यह हमारे रिश्ते को मजबूत और हेल्दी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक तरह से एक-दूसरे के आमने–सामने बैठकर बात करने जैसा ही है। पॉजिटिविटी पर भी ध्यान दें जब आप अपने पार्टनर से दूर हैं तो अपनी भावनाओं को महसूस करना भी जरूरी है। ऐसी स्थिति में लंबी दूरी के रिश्ते के फायदों को पहचानें। जैसेकि पर्सनल डेवलपमेंट और दोस्तों को भी समय दें। खाली समय में अपने रिश्ते की मजेदार चीजों की एक लिस्ट बनाएं, जिन पर आप अकेले में ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। समय-समय पर मिलते रहना भी जरूरी लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में बीच-बीच में एक-दूसरे से मिलते रहना भी जरूरी है क्योंकि ज्यादा गैप रिश्ते में दूरियां भी पैदा कर सकता है। अगर आप विदेश में रहते हैं तो कम–से–कम साल में एक या दो बार मिलने का वक्त जरूर निकालें। अगर आप देश में ही किसी दूसरे शहर में रहते हैं तो दो-तीन महीने में एक बार मिलने की कोशिश करें। आप 1 या 2 हफ्तों की छुट्टी लेकर कहीं घूमने का प्लान भी बना सकते हैं। लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में इन बातों का रखें ख्याल लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में नियमित रूप से अपने पार्टनर से बात करना जितना जरूरी है, उतना ही अपनी भावनाओं को खुलकर साझा करना, उनकी जरूरतों को सुनना, मुलाकातों की योजना बनाना और अपने रिश्ते के भविष्य के बारे में प्लानिंग करना भी जरूरी है। ये आपको अपने पार्टनर के करीब महसूस करा सकता है। इस बारे में और जानने के लिए नीचे ग्राफिक देखें। क्या लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप लंबे समय तक चलते हैं? डॉ. गीतांजलि शर्मा बताती हैं कि लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप लंबे समय तक चल सकते हैं और उतने ही सफल हो सकते हैं, जितने कि वे रिश्ते जिसमें कपल एक-दूसरे के करीब रहते हैं। इसकी सफलता दोनों पार्टनर के कम्युनिकेशन, विश्वास और कमिटमेंट पर निर्भर करती है। इसके लिए नियमित रूप से एक-दूसरे के साथ अपनी भावनाओं, योजनाओं और अनुभवों को साझा करना जरूरी है। लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में इंटिमेसी भी महत्वपूर्ण रिश्ते में इंटिमेसी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लेकिन लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में इंटिमेसी को बनाए रखना काफी चुनौतीपूर्ण होता है। इसके लिए कुछ-कुछ अंतराल पर पार्टनर से मिलते रहना जरूरी है। लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप का एक फायदा ये भी है कि इससे एक-दूसरे के प्रति समर्पण बढ़ता है और अपने पार्टनर की अहमियत समझ में आती है।