भारत की तीसरी बड़ी एयरलाइन विस्तारा कल यानी 11 नवंबर को अपने आखिरी फ्लाइट का संचालन करेगी। 12 नवंबर से विस्तारा के सभी फ्लाइट्स का ऑपरेशन एअर इंडिया करेगी। इसके लिए टिकट की बुकिंग भी एअर इंडिया के वेबसाइट से होगी। एअर इंडिया और विस्तारा की मर्जर डील नवंबर 2022 में साइन हुई थी। भारतीय रेगुलेटर कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) की ओर से इसे सितंबर 2023 में मंजूरी मिली थी। इस मर्जर के बाद मार्केट शेयर के लिहाज से एअर इंडिया ग्रुप इंडिगो के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी डोमेस्टिक एयरलाइन और सबसे बड़ी इंटरनेशनल एयरलाइन बन गई है। फुल-सर्विस और लो-कॉस्ट वाली पहली एयरलाइन मर्जर के बाद, एअर इंडिया फुल-सर्विस और लो-कॉस्ट वाली पैसेंजर सर्विस दोनों को ऑपरेट करने वाला एकमात्र भारतीय एयरलाइन ग्रुप होगा। एअर इंडिया (एअर इंडिया एक्सप्रेस और एयर एशिया इंडिया सहित) और विस्तारा के पास टोटल 218 वाइडबॉडी और नैरोबॉडी एयरक्राफ्ट्स हैं, जो 38 इंटरनेशनल और 52 डोमेस्टिक डेस्टिनेशन के लिए सर्विस देते हैं। विस्तारा की शुरुआत 2013 में हुई थी। यह ईस्ट-सेंट्रल एशिया और यूरोप में इंटरनेशनल ऑपरेशन्स के साथ भारत का लीडिंग फुल सर्विस कैरियर है। 3,194.5 करोड़ अतिरिक्त निवेश करेगी सिंगापुर एयरलाइंस इस मर्जर के बाद सिंगापुर एयरलाइंस एअर इंडिया में 3,194.5 करोड़ रुपए का एक्सट्रा इन्वेस्टमेंट भी करेगी। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी। टाटा के पास 74.9% और SIA के पास 25.1% हिस्सेदारी दोनों एयरलाइन्स के मर्जर के बाद एअर इंडिया में सिंगापुर एयरलाइन की हिस्सेदारी 25.1% रहेगी। इसके लिए कंपनी का 250 मिलियन डॉलर (करीब 2,096 करोड़ रुपए) का डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट है। वहीं, नए वेंचर में टाटा ग्रुप की 74.9% हिस्सेदारी रहेगी। डील से पहले विस्तारा में टाटा संस की 51% और सिंगापुर एयरलाइंस की 49% हिस्सेदारी थी। नई फर्म का नाम AI-विस्तारा-AI एक्सप्रेस-एयर एशिया इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (AAIPL) होगा।