एक्टर विक्रांत मैसी इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म द साबरमती रिपोर्ट की वजह से चर्चा में हैं। फिल्म 15 नवंबर को रिलीज होगी। विक्रांत ने फिल्म की रिलीज से पहले दैनिक भास्कर से बातचीत की है। विक्रांत ने इंटरव्यू के दौरान अपने स्ट्रगल पर बात की। विक्रांत ने कहा कि उनकी शुरुआत बतौर टीवी एक्टर हुई थी। जब वे टीवी से फिल्मों में जा रहे थे, तो उन्हें हीन भावना से देखा जाता था। कहा जाता था कि तुम टीवी एक्टर हो, तुम्हें फिल्मों में लीड रोल कभी नहीं मिल पाएगा। विक्रांत के अलावा फिल्म की लीड एक्ट्रेस रिद्धि डोगरा और राशि खन्ना ने भी इस मुद्दे पर बात की। मुंह पर बोलते थे- हम सिर्फ स्टार्स के साथ फिल्में बनाते हैं
विक्रांत ने कहा, ‘मुझे तो कहा जाता था कि तुम टीवी एक्टर हो, फिल्मों में कभी हीरो नहीं बन पाओगे। बड़े-बड़े स्टूडियोज वाले यह कहते थे कि हम सिर्फ स्टार्स के साथ फिल्में बनाते हैं। हम आपको लीड रोल नहीं दे सकते। उस वक्त मैं शांति से निकल जाता था। आज जो कहने को बड़े-बड़े सुपरस्टार हैं, वो भी टीवी पर रियलिटी शो, सिंगिंग शो और डांस शो में जज बनकर चिपके हुए हैं। वे भी जानते हैं कि टीवी से बड़ा माध्यम आज भी कुछ नहीं है। हालांकि, जब उसी टीवी का एक्टर उनके बीच काम मांगने जाता है, तो उसे हीन भाव से देखा जाता है।’ शाहरुख, इरफान और ओम पुरी भी टीवी कलाकार थे, उन्हें देखना चाहिए
विक्रांत ने आगे कहा- जो लोग फिल्मों में काम करते हैं, फिर टीवी पर आते हैं, उन्हें टीवी एक्टर क्यों नहीं कहा जाता? देखा जाए तो वे भी हफ्ते के 5 दिन टीवी में ही काम करते हैं। जो लोग टीवी एक्टर को तुच्छ समझते हैं, उन्हें एक बार शाहरुख खान, इरफान खान और ओम पुरी साहब जैसों की तरफ देखना चाहिए। ये सारे लीजेंड एक वक्त पर टेलीविजन पर ही काम करते थे। एकता कपूर की वजह से लोगों के चार-चार घर हो गए
रिद्धि डोगरा ने कहा- मैं भी टीवी एक्ट्रेस रही हूं। मेरे दोस्त आज भी कहते हैं कि हमारे ऊपर टीवी कलाकार होने का एक धब्बा लग गया है। मैं भी यह बात समझती हूं, लेकिन इस पर कभी चर्चा नहीं करती। मैं ऐसे लोगों को भाव ही नहीं देना चाहती जो टीवी एक्टर्स की काबिलियत को नहीं समझते। आप एक बार एकता कपूर को देखिए। मुझे लगता है कि जितना ज्यादा काम आउटसाइडर्स को उन्होंने दिया है, शायद ही किसी ने दिया होगा। उनकी वजह से लोगों के चार-चार घर बन गए हैं। राशि खन्ना ने कहा- खैर, मैंने टीवी में काम नहीं किया है, फिर भी मैं भेदभाव वाली बात को समझ सकती हूं। हालांकि, हमारे पास विक्रांत मैसी और रिद्धि डोगरा जैसे लोग उदाहरण के लिए हैं। इन लोगों ने टीवी से आकर फिल्मों में अलग मुकाम बनाया है। जो आर्टिस्ट टीवी से फिल्मों में आना चाहते हैं, उन्हें इन दोनों की जर्नी को देखना और इससे सीखना चाहिए। —————————————-
विक्रांत ने कहा, ‘मुझे तो कहा जाता था कि तुम टीवी एक्टर हो, फिल्मों में कभी हीरो नहीं बन पाओगे। बड़े-बड़े स्टूडियोज वाले यह कहते थे कि हम सिर्फ स्टार्स के साथ फिल्में बनाते हैं। हम आपको लीड रोल नहीं दे सकते। उस वक्त मैं शांति से निकल जाता था। आज जो कहने को बड़े-बड़े सुपरस्टार हैं, वो भी टीवी पर रियलिटी शो, सिंगिंग शो और डांस शो में जज बनकर चिपके हुए हैं। वे भी जानते हैं कि टीवी से बड़ा माध्यम आज भी कुछ नहीं है। हालांकि, जब उसी टीवी का एक्टर उनके बीच काम मांगने जाता है, तो उसे हीन भाव से देखा जाता है।’ शाहरुख, इरफान और ओम पुरी भी टीवी कलाकार थे, उन्हें देखना चाहिए
विक्रांत ने आगे कहा- जो लोग फिल्मों में काम करते हैं, फिर टीवी पर आते हैं, उन्हें टीवी एक्टर क्यों नहीं कहा जाता? देखा जाए तो वे भी हफ्ते के 5 दिन टीवी में ही काम करते हैं। जो लोग टीवी एक्टर को तुच्छ समझते हैं, उन्हें एक बार शाहरुख खान, इरफान खान और ओम पुरी साहब जैसों की तरफ देखना चाहिए। ये सारे लीजेंड एक वक्त पर टेलीविजन पर ही काम करते थे। एकता कपूर की वजह से लोगों के चार-चार घर हो गए
रिद्धि डोगरा ने कहा- मैं भी टीवी एक्ट्रेस रही हूं। मेरे दोस्त आज भी कहते हैं कि हमारे ऊपर टीवी कलाकार होने का एक धब्बा लग गया है। मैं भी यह बात समझती हूं, लेकिन इस पर कभी चर्चा नहीं करती। मैं ऐसे लोगों को भाव ही नहीं देना चाहती जो टीवी एक्टर्स की काबिलियत को नहीं समझते। आप एक बार एकता कपूर को देखिए। मुझे लगता है कि जितना ज्यादा काम आउटसाइडर्स को उन्होंने दिया है, शायद ही किसी ने दिया होगा। उनकी वजह से लोगों के चार-चार घर बन गए हैं। राशि खन्ना ने कहा- खैर, मैंने टीवी में काम नहीं किया है, फिर भी मैं भेदभाव वाली बात को समझ सकती हूं। हालांकि, हमारे पास विक्रांत मैसी और रिद्धि डोगरा जैसे लोग उदाहरण के लिए हैं। इन लोगों ने टीवी से आकर फिल्मों में अलग मुकाम बनाया है। जो आर्टिस्ट टीवी से फिल्मों में आना चाहते हैं, उन्हें इन दोनों की जर्नी को देखना और इससे सीखना चाहिए। —————————————-