रूस ने यूक्रेन पर 120 मिसाइल और 90 ड्रोन के साथ रविवार देर रात बड़ा हमला कर दिया। रूसी हमले में यूक्रेन के पावर सिस्टम को निशाना बनाया गया है। कई पावर प्लांट और ट्रांसफॉर्मर बुरी तरह से डैमेज हुए हैं, जिसके बाद देश में पावर कट का ऐलान कर दिया गया है। पावर इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक करने के लिए यूक्रेन के सरकारी पावर ऑपरेटर उक्रेनेर्गो ने सोमवार को सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक कई घंटो के लिए दो बार पावर कट किए जाने का ऐलान किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बताया कि एक रूसी मिसाइल ने यूक्रेन की नौ मंजिला रिहायशी इमारत पर हमला किया। इसमें बच्चों सहित आम नागरिकों की मौत हुई। BBC के मुताबिक, रूसी हमले में अभी तक कुल 10 लोगों की मौत हुई है। हमले में बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइल और ड्रोन से राजधानी कीव, डोनेट्स्क, ल्वीव, ओडेसा सहित यूक्रेन के कई हिस्सों को निशाना बनाया गया। अपने डिफेंस में यूक्रेन ने 140 रूसी मिसाइल और ड्रोन को मार गिराया। अमेरिका ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल इस्तेमाल की इजाजत दी रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से यह पुष्टि की है कि अमेरिका ने यूक्रेन को आर्मी टेक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) इस्तेमाल करने की इजाजत दी है। यह मिसाइल 300 किलोमीटर की दूरी तक निशाना साध सकती है। यूक्रेन इसका इस्तेमाल रूस और नॉर्थ कोरियाई सैनिकों के खिलाफ कर सकता है। नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पद संभालने से पहले जो बाइडेन ने यह बड़ा फैसला लिया है। रूस के नॉर्थ कोरिया को युद्ध में शामिल करने के चलते अमेरिका ने लंबी दूरी की मिसाइल इस्तेमाल करने की इजाजत देने का फैसला लिया है। हालांकि अभी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ऐसी कोई इजाजत मिलने की पुष्टि नहीं की है। उन्होंने कहा- आज, मीडिया में कई लोग इस बारे में बात कर रहे हैं कि हमें उचित कार्रवाई करने की अनुमति मिल गई है, लेकिन प्रहार शब्दों से नहीं किए जाते। ऐसी बातों की घोषणा नहीं की जाती। रॉकेट खुद अपने लिए बोलेंगे। रूसी राष्ट्रपति ने कहा था इजाजत का मतलब NATO का युद्ध में उतरना समझा जाएगा पिछले कुछ समय से अमेरिका और ब्रिटेन यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल इस्तेमाल करने की इजाजत देने पर विचार कर रहे थे। इस पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने चेतावनी दी थी कि ऐसे हथियारों के इस्तेमाल करने की इजाजत देने का मतलब यह समझा जाएगा कि NATO, रूस के खिलाफ जंग में उतर चुका है। उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा होता है तो वे इसका जवाब जरूर देंगे। पुतिन ने एक सरकारी टीवी चैनल पर कहा कि इससे बहुत कुछ बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि इन हथियारों का इस्तेमाल सैटेलाइट के बिना संभव नहीं है। यूक्रेन के पास ऐसी तकनीक नहीं है। यह केवल यूरोपीय यूनियन के सैटेलाइट या फिर अमेरिकी सैटेलाइट की मदद से ही हो सकता है। पुतिन ने आगे कहा कि सिर्फ NATO सैन्यकर्मियों को ही इन मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल करने के लिए ट्रेनिंग ले रखी है। यूक्रेनी सैनिक ये मिसाइल ऑपरेट नहीं कर सकते। युद्ध के 1000 दिन पूरे होने वाले हैं 24 फरवरी 2022 को रूसी सेना टैंक के साथ यूक्रेन की सीमा के अंदर घुसी थी। इसी दिन से युद्ध का ऐलान हो गया था। मंगलवार, 9 नवंबर को इस युद्ध के एक हजार दिन पूरे हो जाएंगे। इस बीच ग्लोबल लीडर्स G20 समिट के लिए ब्राजील में मिल रहे हैं। जेलेंस्की ने उनसे यूक्रेन-रूस युद्ध के मुद्दों को नजरअंदाज न करने की अपील की है।