रविवार को धनु संक्रांति से शुरू होगा खरमास:15 दिसंबर को सूर्य करेगा धनु राशि में प्रवेश, जानिए इस पर्व पर कौन-कौन से शुभ कर सकते हैं

इस बार धनु संक्रांति की तारीख को लेकर पंचांग भेद हैं। कुछ पंचांगों धनु संक्रांति की तारीख 15 बताई गई है और कुछ पंचांग में 16 दिसंबर को ये पर्व दर्शाया गया है, लेकिन अधिकतर पंचांग 15 दिसंबर को धनु संक्रांति मनाने की सलाह दे रहे हैं। ज्योतिष में सूर्य के राशि परिवर्तन की घटना को संक्रांति कहा जाता है। 15 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर रहा है, इसके बाद खरमास शुरू हो जाएगा। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, खरमास में सूर्य देव अपने गुरु बृहस्पति की राशि धनु में रहते हैं, माना जाता है कि इस दौरान सूर्य गुरु बृहस्पति की सेवा में लगे रहते हैं और इस कारण इन दिनों में विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, जनेऊ संस्कार के लिए शुभ मुहूर्त नहीं रहते हैं। जानिए संक्रांति और सूर्य देव से जुड़ी खास बातें… कुंडली के सूर्य से जुड़े दोष दूर करने के लिए क्या करें? जिन लोगों की कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति अच्छी नहीं है, उन्हें संक्रांति पर सूर्य की विशेष पूजा करनी चाहिए। सूर्य को जल चढ़ाएं। सूर्य देव की प्रतिमा की पूजा करें। पूजा के बाद सूर्य से जुड़ी चीजें जैसे गुड़, तांबा, पीले वस्त्रों का दान करें। सूर्य मंत्र ऊँ सूर्याय नम: का जप कम से कम 108 बार करें।