संसद के सामने शख्स ने खुद को आग लगाई:गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती, पुलिस को मौके से जला हुआ बैग और पेट्रोल मिला

दिल्ली में नए संसद भवन के पास रेलवे भवन के सामने बुधवार दोपहर एक शख्स ने खुद को आग लगाकर सुसाइड करने की कोशिश की। घटना में युवक गंभीर रूप से झुलस गया। दिल्ली फायर सर्विस (DFS) के एक अधिकारी के मुताबिक दोपहर 3.35 कॉल आई थी। इसमें युवक के आग लगाने की बात रही गई। इस पर हमने एक गाड़ी मौके पर भेजी। अधिकारी ने बताया कि रेलवे भवन सुरक्षाकर्मियों और अन्य लोगों ने मिलकर कंबल से युवक की आग बुझाई, इसके बाद उसे राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में भर्ती कराया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने बताया कि युवक का नाम जितेंद्र है, वो यूपी के बागपत का रहने वाला है। घटनास्थल से 2 पेज का अधजला सुसाइड नोट, पेट्रोल, जला हुआ बैग और जूता मिला है। पुलिस ने बताया कि जिस जगह पर युवक ने खुद को आग लगाई, वहां बैरिकेडिंग की गई है। घर के विवाद के चलते जितेंद्र ने सुसाइड की कोशिश की है। घटना की 4 तस्वीरें… परिवार के लोग जेल में, इस कारण सुसाइड की कोशिश पुलिस के मुताबिक जितेंद्र के परिवार का बागपत में अन्य परिवार से विवाद था। इसके चलते उसके परिवार के कई लोग जेल में हैं। इसी बात से वो दुखी थी। वो आज सुबह ही बागपत से दिल्ली आया था। इसके बाद रेलवे भवन के पास गार्डन में खुद को आग लगाई और संसद भवन की ओर दौड़ा था। वहां मौजूद लोगों ने उसकी आग बुझाई थी। दिसंबर 2023 में हुई थी संसद भवन में घुसपैठ की घटना 13 दिसंबर 2023 को संसद भवन में घुसपैठ की घटना हुई थी। इस मामले में मनोरंजन डी, नीलम आजाद, सागर शर्मा, अमोल शिंदे, ललित झा और महेश कुमावत को अरेस्ट किया गया था। UAPA यानी अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट के तहत नीलम और उसके 5 साथी अब तिहाड़ जेल में ज्यूडिशियल कस्टडी में हैं। ………………………………….. संसद से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… CISF डीआईजी बोले- संसद हाथापाई मामले में हमारी चूक नहीं:आरोपों पर चुप रहना पंसद करेंगे; शीतकालीन सत्र के 20वें दिन दो सांसद घायल हुए थे संसद के शीतकालीन सत्र के 20वें दिन 19 दिसंबर को मकर द्वार पर सांसदों में धक्का-मुक्की हुई थी। संसद की सुरक्षा में तैनात CISF ने 23 दिसंबर को कहा था कि सांसदों के बीच हुई धक्का-मुक्की में उनकी चूक नहीं थी। सांसदों जो आरोप लगा रहे हैं कि मैं उन पर चुप रहना पसंद करूंगा। पीटीआई से बातचीत में CISF DIG (ऑपरेशन) श्रीकांत किशोर ने कहा था कि फोर्स की ओर से कोई चूक नहीं हुई, चूक से आपका मतलब है कि अगर हथियारों को अंदर जाने दिया गया, तो मैं आपको बता सकता हूं कि किसी भी हथियार को अंदर जाने की परमिशन नहीं थी। पूरी खबर पढ़ें…