जरूरत की खबर- पतंगबाजी ने लीं कई जानें:पतंग उड़ाने को लेकर क्या है कानून, क्या सावधानी बरतें, कैसे रहें सुरक्षित

हर साल की तरह इस साल भी मकर संक्रांति के मौके पर राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में पतंग के मांझे के कारण कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। वहीं बहुत से लोग घायल हो गए। इसके अलावा पतंग के मांझे से सैकड़ों पक्षी भी घायल हुए हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में चाइनीज मांझे ने एक पुलिस कॉन्स्टेबल की जान ले ली। कॉन्स्टेबल बाइक से ड्यूटी पर जा रहा था। तभी एक पतंग का मांझा उसकी गर्दन में उलझ गया। इससे कॉन्स्टेबल की गर्दन कट गई और कुछ ही सेकेंड में उसकी दर्दनाक मौत हो गई। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि पतंग का मांझा कितना खतरनाक है? साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: सवाल- चाइनीज मांझा क्या है और यह कैसे बनता है? जवाब- आमतौर पर पतंग उड़ाने के लिए दो तरह के मांझे का इस्तेमाल होता है। पहला सूती मांझा और दूसरा चाइनीज मांझा। सूती मांझे की अपेक्षा चाइनीज मांझा ज्यादा खतरनाक होता है। यह नायलॉन का बना होता है। इस मांझे पर कांच या मैटेलिक पाउडर से धार भी लगाई जाती है। यही वजह है कि यह सूत के मांझे से ज्यादा शार्प होता है। सवाल- चाइनीज मांझा क्यों खतरनाक है? जवाब- यह सामान्य मांझे की तुलना में कई गुना धारदार होता है। साथ ही बिजली के तार से संपर्क में आने पर चाइनीज मांझे में करंट भी आ सकता है। हाल ही में राजस्थान के सीकर से एक ऐसा ही मामला सामने आया। यहां एक 15 वर्षीय बच्चे की चाइनीज मांझे में करंट आने से मौत हो गई। हाल ही में पतंग के मांझे की चपेट में आने से काफी दुर्घटनाएं हुईं। इसे नीचे दिए ग्राफिक में देखिए- सवाल- लोग चाइजीन मांझे से पतंग उड़ाना क्यों पसंद करते हैं? जवाब- पर्यावरणविद् राशिद नूर खान बताते हैं कि पतंग उड़ाने के शौकीन लोग इसे मुकाबले की तरह लेते हैं। कुछ राज्यों में पतंगबाजी की प्रतियोगिताएं भी होती हैं। इसमें ज्यादा-से-ज्यादा दूसरों की पतंग काटने की होड़ होती है। सूत का मांझा कमजोर होता है। वह इस कसौटी पर खरा नहीं उतरता है। जबकि चाइनीज मांझा बहुत मजबूत होता है, जो आसानी से नहीं टूटता है। यही वजह है कि चाइनीज मांझा पतंग उड़ाने के लिए युवाओं की पहली पसंद है। इसके अलावा सामान्य मांझे की अपेक्षा चाइनीज मांझा सस्ता होता है। इसलिए लोग बैन होने के बाद भी इसे चोरी-छिपे खरीदते हैं। सवाल- चाइनीज मांझा बेचने या खरीदने को लेकर क्या नियम है? जवाब- एडवोकेट यशदीप सिंह बताते हैं कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने साल 2017 से देश भर में नायलॉन या चाइनीज मांझे की खरीद, ब्रिकी, स्टोरेज और इस्तेमाल पर पाबंदी लगा रखी है। इसके बावजूद बहुत से लोग इसे खरीदते और बेचते हैं। नियमों का उल्लंघन करने पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 की धारा 15 के तहत 5 साल तक की सजा और 1 लाख तक का जुर्माना हो सकता है। सवाल- किन जगहों में पतंगबाजी नहीं करनी चाहिए? जवाब- एयरपोर्ट और फ्लाइट रूट के आसपास पतंगबाजी करना खतरनाक हो सकता है क्योंकि यह विमानों की सुरक्षा को प्रभावित कर सकता है। साथ ही बिजली के तारों और पोलों के आसपास पतंग नहीं उड़ानी चाहिए। इससे पतंग के मांझों में बिजली का करंट भी आ सकता है। साथ ही गली-मोहल्लों, सड़क और रेलवे लाइन के पास पतंग उड़ाना खतरनाक है। ऐसा करना किसी दुर्घटना का कारण बन सकता है। इसके अलावा कुछ अन्य जगहें हैं, जहां पतंग उड़ाना खतरनाक है। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- सवाल- अगर पतंग उड़ा रहे हैं तो किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है? जवाब- पतंग उड़ाते समय होने वाले हादसों को रोकने के लिए सबसे पहले चाइनीज मांझे व अन्य तेज धार वाला मांझा खरीदने से बचें। ये आपके साथ-साथ अन्य लोगों के लिए भी दुर्घटना का कारण बन सकता है। वहीं पेरेंट्स अपने बच्चों को बिजली के तारों, रेलवे लाइन, संकरी गलियों, घर ही छत और सड़क के आसपास पतंग न उड़ाने दें। ऐसा करना जानलेवा हो सकता है। सवाल- पतंग की वजह से होने वाले खतरे से वाहन चालक खुद को कैसे बचा सकते हैं? जवाब- जिन क्षेत्रों में काफी पतंगें उड़ाई जाती हैं, वहां वाहन चलाते समय सावधान रहना जरूरी है। खासकर दोपहिया वाहन चालकों इसे लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि पतंग के मांझे से अधिकांश दुर्घटनाओं का शिकार दोपहिया वाहन चालक ही होते हैं। हमेशा ध्यान रखें कि अगर कोई पतंग कटकर आपके वाहन की तरफ आ रही है तो तुरंत रुक जाएं। अगर कार चला रहे हैं तो हमेशा खिड़की के शीशे बंद रखें। इसके अलावा कुछ अन्य बातों का भी ध्यान रखना जरूरी है। इसे नीचे ग्राफिक से समझिए। सवाल- पतंग उड़ाते समय क्या सावधानियां बरतनी जरूरी हैं? जवाब- अगर आप पतंग उड़ा रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसे नीचे पॉइंटर्स से समझिए- ……….………. जरूरत की ये खबर भी पढ़ें जरूरत की खबर-रोड एक्सीडेंट में रोज मरते हैं 493 लोग:सिर्फ हेलमेट लगाने से बच सकती हैं 30,000 जिंदगियां भारत में, साल 2024 के दौरान सड़क दुर्घटना में एक लाख 80 हजार लोगों ने अपनी जान गंवाई। यह आंकड़ा साल 2023 में, रोड एक्सीडेंट में होने वाली 1.72 लाख लोगों की मौत से अधिक है। पूरी खबर पढ़िए…