‘इतिहास की किताबों में सुधार की जरूरत’:अक्षय कुमार बोले- अकबर और औरंगजेब के बारे में पढ़ते हैं, लेकिन असली हीरो का जिक्र नहीं होता

अक्षय कुमार, जो हाल ही में कई बायोपिक्स का हिस्सा रहे हैं, ने अब इतिहास की किताबों को लेकर अपनी राय दी है। एक्टर ने कहा कि स्कूल की किताबों में कई नायकों की कहानियां नहीं मिलतीं, जो हमारे इतिहास का अहम हिस्सा हैं। सीएनएन-न्यूज18 से बात करते हुए अक्षय ने कहा, ‘इतिहास की किताबों में कई बातें नहीं होतीं। मैं जानबूझकर ऐसे रोल करता हूं जो हमारी किताबों में नहीं होते। मुझे यही करना है। ये सब अनजाने नायक हैं। लोग इनके बारे में कुछ नहीं जानते क्योंकि कोई इनकी गहराई में नहीं जाता। मैं ऐसे ही रोल करने के लिए प्रेरित होता हूं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘कई चीजें ठीक करने की जरूरत है। हम ‘अकबर’ या ‘औरंगजेब’ के बारे में पढ़ते हैं, लेकिन अपने असली हीरो के बारे में नहीं पढ़ते। उनका जिक्र होना चाहिए। हमारी आर्मी की कई कहानियां हैं। बहुत से लोगों को ‘परमवीर चक्र’ मिला है। मुझे लगता है कि इतिहास को ठीक करने की जरूरत है और ऐसे नेताओं को हमारी पीढ़ी के सामने लाना चाहिए।’ अक्षय कुमार की फिल्मों में कई बायोपिक्स शामिल हैं। फिल्म ‘पैडमैन’ से बायोपिक की शुरुआत करने के बाद, उन्होंने ‘गोल्ड’, ‘केसरी’, ‘सम्राट पृथ्वीराज’, ‘मिशन रानीगंज’ और ‘सरफिरा’ जैसी फिल्मों में अहम किरदार निभाए हैं। आज यानी कि 24 जनवरी को उनकी नई फिल्म ‘स्काई फोर्स’ भी रिलीज हो रही है, जो एक सच्ची घटना पर आधारित है। बता दें, फिल्म ‘स्काई फोर्स’ 1965 के भारत-पाक युद्ध पर आधारित है। इस फिल्म में भारतीय वायु सेना की बहादुरी और बलिदान की रोमांचक कहानी पेश की गई है। इस फिल्म में अक्षय कुमार के साथ वीर पहाड़िया, सारा अली खान, निम्रत कौर और शरद केलकर की अहम भूमिकाएं हैं। अक्षय की कुछ बायोपिक्स को ऑडियंस ने खूब पसंद किया है, वहीं कुछ फिल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप भी रही हैं। फिर भी, अक्षय ऐसे किरदार निभाना पसंद करते हैं और कहते हैं कि इन बायोपिक्स के जरिए वह ऑडियंस तक अनकही कहानियां पहुंचाना चाहते हैं, ताकि असली हीरो लोगों के बीच पहचान पा सकें।