हमास ने शनिवार को इजराइल की 4 महिला सैनिकों को छोड़ दिया। ये पिछले 15 महीने से बंधक थीं। ये उन 7 महिला सैनिकों में शामिल हैं, जिन्हें 7 अक्टूबर को नाहल ओज एयरपोर्ट से अगवा किया गया था। महिला सैनिक यहां से गाजा की गतिविधियों पर नजर रखती थीं। इनके नाम करीना एरिएव, डेनिएला गिल्बोओ, लेवी और लिरी अल्बाग हैं। हमास ने इन्हें सामाजिक संस्था रेडक्रॉस को सौंपा। 5 गाड़ियों में दक्षिणी इजराइल के कैंप लाया गया। इसके बाद इन्हें इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) को सौंप दिया गया। इनके बदले में इजराइल 200 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इससे पहले 19 जनवरी को हमास ने इजराइल की 3 महिला बंधकों को छोड़ा था। इसके बाद इजराइल ने उसी दिन 90 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया था। परिवार वालों से मिलीं सभी महिला बंधक
इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा कि चारों सैनिकों को दक्षिणी इजराइल में एक कैंप ले जाया गया, जहां पर उनका परिवार मौजूद था। इससे पहले इजराइल के तेल अवीव के होस्टेजेज स्क्वायर में टीवी स्क्रीन पर इन चारों बंधकों की रिहाई का लाइव प्रसारण हुआ, जहां इसे देखने के लिए सैकड़ों लोग जमा हुए। वहीं, इजराइली सैन्य अफसरों ने कहा कि रिहा हुए बंधकों की हेल्थ ठीक है। हालांकि इन सभी की मानसिक स्वास्थ्य की जांच होना बाकी है। इजराइल में महिला कैदियों की रिहाई से जुड़ीं 3 फुटेज… महिला बंधक अर्बेल की रिहाई न होने से इजराइल नाराज
इजराइल के पीएम ऑफिस ने हमास की कैद में मौजूद महिला बंधक अर्बेल येहुद की रिहाई न होने पर नाराजगी जताई है। हमास को महिला सैनिकों को रिहा करने से पहले अर्बेल येहुद, शिरी बिबास और उसके दो बच्चे एरियल और केफिर को रिहा करना चाहिए था। उन्होंने ऐसा न करके सीजफायर डील का उल्लंघन किया है। PMO ने कहा कि जब तक अर्बेल येहुद की रिहाई नहीं हो जाती तब तक वे गाजा के लोगों को उत्तरी गाजा पट्टी में जाने की इजाजत नहीं देंगे। हालांकि PMO ने कहा कि वे समझौते के मुताबिक आज फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेंगे। हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल में घुसकर 1200 लोगों को मार डाला था और 251 को बंधक बना लिया था। अर्बेल और बिबास इन्हीं लोगों में से एक है। अब तक हमास ने 164 बंधकों को रिहा कर दिया है। इस बीच हमास ने कहा है कि वे अर्बेल येहुद को अगले शनिवार को रिहा करेंगे। इजराइल करीब 700 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा
सीजफायर डील 3 फेज में पूरी होगी। पहले फेज में हमास इजराइल से किडनैप किए गए 33 बंधकों को रिहा करेगा। साथ ही इजराइली सेना गाजा की सीमा से 700 मीटर पीछे लौटेगी। इजराइल के न्याय मंत्रालय ने भी 95 फिलिस्तीनी कैदियों की लिस्ट जारी की है, जिन्हें पहले फेज में रिहा किया जाएगा। इनमें 69 महिलाएं, 16 पुरुष और 10 नाबालिग शामिल हैं। इजराइल 700 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इनके नाम की लिस्ट भी जारी की गई है। इस लिस्ट में शामिल कई लोग हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं, जिनमें हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के सदस्य भी शामिल हैं। तीन फेज में पूरी होगी सीजफायर डील
15 जनवरी को जो बाइडेन ने कहा था कि यह डील 19 जनवरी, यानी रविवार से तीन फेज में शुरू होगी। इसमें 42 दिन तक बंधकों की अदला-बदली की जाएगी। पहला फेज: दूसरा फेजः तीसरा फेजः कतर में कई हफ्तों से हो रही थी डील पर बात
सीजफायर के लिए पिछले कई हफ्तों से कतर की राजधानी दोहा में बातचीत चल रही थी। इस बातचीत में मिस्र और अमेरिका भी शामिल थे। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, कतर PM शेख मोहम्मद ने हमास और इजराइल के प्रतिनिधियों से बुधवार को मुलाकात की, जिसके बाद ये डील पूरी हुई। बंधकों की पहली फेज की रिहाई के 15 दिन बाद हमास बाकी बंधकों को रिहा करेगा। इस बीच दोनों पक्ष स्थायी सीजफायर पर बात करेंगे। कतर और अमेरिका की मध्यस्थता में डील
इस समझौते के लिए कतर की राजधानी दोहा में मिस्र, कतर और अमेरिका की मदद से बातचीत की गई। इसमें इजराइल का प्रतिनिधित्व मोसाद चीफ डेविड बार्निया और शिन बेत चीफ रोनेन बार ने किया। वहीं, अमेरिका की तरफ से यहां पर ट्रम्प के दूत स्टीव विटकॉफ और बाइडेन के दूत ब्रेट मैकगर्क मौजूद रहे।
इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा कि चारों सैनिकों को दक्षिणी इजराइल में एक कैंप ले जाया गया, जहां पर उनका परिवार मौजूद था। इससे पहले इजराइल के तेल अवीव के होस्टेजेज स्क्वायर में टीवी स्क्रीन पर इन चारों बंधकों की रिहाई का लाइव प्रसारण हुआ, जहां इसे देखने के लिए सैकड़ों लोग जमा हुए। वहीं, इजराइली सैन्य अफसरों ने कहा कि रिहा हुए बंधकों की हेल्थ ठीक है। हालांकि इन सभी की मानसिक स्वास्थ्य की जांच होना बाकी है। इजराइल में महिला कैदियों की रिहाई से जुड़ीं 3 फुटेज… महिला बंधक अर्बेल की रिहाई न होने से इजराइल नाराज
इजराइल के पीएम ऑफिस ने हमास की कैद में मौजूद महिला बंधक अर्बेल येहुद की रिहाई न होने पर नाराजगी जताई है। हमास को महिला सैनिकों को रिहा करने से पहले अर्बेल येहुद, शिरी बिबास और उसके दो बच्चे एरियल और केफिर को रिहा करना चाहिए था। उन्होंने ऐसा न करके सीजफायर डील का उल्लंघन किया है। PMO ने कहा कि जब तक अर्बेल येहुद की रिहाई नहीं हो जाती तब तक वे गाजा के लोगों को उत्तरी गाजा पट्टी में जाने की इजाजत नहीं देंगे। हालांकि PMO ने कहा कि वे समझौते के मुताबिक आज फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेंगे। हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल में घुसकर 1200 लोगों को मार डाला था और 251 को बंधक बना लिया था। अर्बेल और बिबास इन्हीं लोगों में से एक है। अब तक हमास ने 164 बंधकों को रिहा कर दिया है। इस बीच हमास ने कहा है कि वे अर्बेल येहुद को अगले शनिवार को रिहा करेंगे। इजराइल करीब 700 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा
सीजफायर डील 3 फेज में पूरी होगी। पहले फेज में हमास इजराइल से किडनैप किए गए 33 बंधकों को रिहा करेगा। साथ ही इजराइली सेना गाजा की सीमा से 700 मीटर पीछे लौटेगी। इजराइल के न्याय मंत्रालय ने भी 95 फिलिस्तीनी कैदियों की लिस्ट जारी की है, जिन्हें पहले फेज में रिहा किया जाएगा। इनमें 69 महिलाएं, 16 पुरुष और 10 नाबालिग शामिल हैं। इजराइल 700 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इनके नाम की लिस्ट भी जारी की गई है। इस लिस्ट में शामिल कई लोग हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं, जिनमें हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के सदस्य भी शामिल हैं। तीन फेज में पूरी होगी सीजफायर डील
15 जनवरी को जो बाइडेन ने कहा था कि यह डील 19 जनवरी, यानी रविवार से तीन फेज में शुरू होगी। इसमें 42 दिन तक बंधकों की अदला-बदली की जाएगी। पहला फेज: दूसरा फेजः तीसरा फेजः कतर में कई हफ्तों से हो रही थी डील पर बात
सीजफायर के लिए पिछले कई हफ्तों से कतर की राजधानी दोहा में बातचीत चल रही थी। इस बातचीत में मिस्र और अमेरिका भी शामिल थे। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, कतर PM शेख मोहम्मद ने हमास और इजराइल के प्रतिनिधियों से बुधवार को मुलाकात की, जिसके बाद ये डील पूरी हुई। बंधकों की पहली फेज की रिहाई के 15 दिन बाद हमास बाकी बंधकों को रिहा करेगा। इस बीच दोनों पक्ष स्थायी सीजफायर पर बात करेंगे। कतर और अमेरिका की मध्यस्थता में डील
इस समझौते के लिए कतर की राजधानी दोहा में मिस्र, कतर और अमेरिका की मदद से बातचीत की गई। इसमें इजराइल का प्रतिनिधित्व मोसाद चीफ डेविड बार्निया और शिन बेत चीफ रोनेन बार ने किया। वहीं, अमेरिका की तरफ से यहां पर ट्रम्प के दूत स्टीव विटकॉफ और बाइडेन के दूत ब्रेट मैकगर्क मौजूद रहे।