‘पालकी…’ के लिए माधुरी के ओरिजिनल गाने से सीखी ग्रेस:’खलनायक’ गाने के नए वर्जन में इश्वाक सिंह के अपोजिट दिखीं तान्या मानिकतला

90 के दशक की सुपरहिट फिल्म ‘खलनायक’ का गाना ‘पालकी में होके सवार’ अब एक नए अवतार में ऑडियंस के सामने आया है। इस गाने में एक्ट्रेस तान्या मानिकतला और एक्टर इश्वाक सिंह नजर आ रहे हैं। हाल ही में दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान, इश्वाक और तान्या ने इस गाने से जुड़े अपने एक्सपीरियंस को हमारे साथ शेयर किया। गाने का ऑफर मिलने पर इश्वाक और तान्या का रिएक्शन जब इश्वाक को इस गाने का ऑफर मिला, तो वह काफी एक्साइटेड हो गए थे। इश्वाक बताते हैं, ‘जब मुझे यह ऑफर मिला, तो शुरुआत में मैंने इसे हल्के में सुना, लेकिन जब सेट पर पहुंचकर गाना पूरी तरह से सुना, तो एहसास हुआ कि यह कितना पेपी और एनर्जेटिक है। डायरेक्शन, कोरियोग्राफी और सेटअप- सब कुछ शानदार था। वहां की पूरी टीम में जोश था, और जैसे ही हम पहुंचे, हमें तुरंत रिहर्सल में डाल दिया गया। माहौल इतना शानदार था कि लगा बहुत मजा आने वाला है।’ तान्या भी इस अनुभव को लेकर बहुत खुश थीं। लेकिन उनके मन में थोड़ी नर्वसनेस भी थी। वह कहती हैं, ‘जब मुझे पता चला कि हम माधुरी दीक्षित के गाने का रीक्रिएशन कर रहे हैं, तो सबसे पहले एक नर्वसनेस महसूस हुई। लेकिन यह एक बड़ी अपॉर्च्युनिटी थी। इस गाने से जुड़ी मेरी कई यादें हैं, और जब हमें इसे करने का मौका मिला, तो एक अलग ही जोश आ गया। यह गाना आज के दौर के हिसाब से भी तगड़ा है, और वीडियो में जो मस्ती दिख रही है, वह देखने के बाद साफ नजर आएगी।’ माधुरी दीक्षित से प्रेरणा और गाने के लिए तैयारी तान्या ने गाने के लिए अपनी तैयारी के दौरान खलनायक का ओरिजिनल गाना कई बार देखा। वह कहती हैं, ‘मैंने खासतौर पर उस सीन को देखा, जहां माधुरी दीक्षित अपने एक्सप्रेशंस से पूरी कहानी बयां कर देती हैं। मुझे वह सीन सबसे ज्यादा पसंद आया। मैंने भी कोशिश की कि गाने की फीलिंग को अपने चेहरे के हाव-भाव से कैप्चर कर सकूं। हालांकि, हमारा सेटअप और कॉन्टेक्स्ट थोड़ा अलग था, लेकिन हमने यह सुनिश्चित किया कि ऑरिजिनल गाने की आत्मा बनी रहे।’ तान्या ने यह भी बताया कि उन्हें अब तक माधुरी से मिलने का मौका नहीं मिला, हालांकि हाल ही में एक वेब शो में उन्हें देखकर वह काफी एक्साइटेड हो गईं। उन्होंने कहा, ‘मैं आज भी उनके पुराने गाने और परफॉर्मेंस देखकर उनकी ग्रेस सीखने की कोशिश करती हूं।’ रिहर्सल और शूटिंग का अनुभव तान्या और इश्वाक दोनों के लिए गाने की शूटिंग का अनुभव बहुत खास रहा। तान्या कहती हैं, ‘हमें प्रिपरेशन के लिए ज्यादा वक्त नहीं मिला। हम एक दिन पहले पहुंचे और रातभर रिहर्सल की। उस दौरान नर्वसनेस भी थी, क्योंकि हमें यह अंदाजा नहीं था कि फाइनल आउटपुट कैसा होगा। लेकिन जब सेट पर पहुंचे, तो सबकी एनर्जी इतनी हाई थी कि वह नर्वसनेस एक्साइटमेंट में बदल गई। शूटिंग बहुत स्मूद चली, और हमने इसे खूब एंजॉय किया।’ इश्वाक का कहना था कि यह गाना उनके लिए इसलिए खास था क्योंकि खलनायक उनकी फेवरेट फिल्मों में से एक है। ‘संजय दत्त का किरदार उस समय एक नया ऐंटी-हीरो कॉन्सेप्ट लेकर आया था। उनका चार्म और परफॉर्मेंस जबरदस्त था। इस गाने को करते हुए वह फिल्म और उस दौर की यादें ताजा हो गईं,’ इश्वाक ने कहा। फाइनल गाने को देखकर कैसा लगा? जब तान्या ने फाइनल गाना देखा, तो वह खुशी से झूम उठीं। वह कहती हैं, ‘जब मैंने फाइनल गाना देखा, तो बहुत खुश हुई। मेरे दोस्त, फैमिली, और हर किसी ने इसे पसंद किया। इसका पूरा क्रेडिट हमारी डायरेक्टर और कोरियोग्राफर को जाता है, जिन्होंने ऐसा माहौल बनाया कि हम खुद को इसमें खो सके। पंजाब की मस्ती, गाने की एनर्जी, और सेट का माहौल- सबने मिलकर इसे एक शानदार एक्सपीरियंस बना दिया।’ 90s की फिल्मों को लेकर तान्या और इश्वाक के विचार जब इश्वाक से पूछा गया कि 90s की कौन सी फिल्म वे दोबारा बड़े पर्दे पर देखना चाहेंगे, तो उनका जवाब था, ‘रंगीला और राजा हिंदुस्तानी। उस दौर की ये फिल्में सिर्फ कहानियों के लिए नहीं, बल्कि अपने म्यूजिक और वाइब के लिए भी याद की जाती हैं। आज भी अगर बड़े पर्दे पर आ जाएं, तो वही एनर्जी और एक्साइटमेंट महसूस होगी।’ तान्या ने कहा, ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे। शाहरुख-काजोल की यह फिल्म सिर्फ एक लव स्टोरी नहीं, बल्कि एक इमोशन है। अगर इसे फिर से थिएटर में देख पाऊं, तो वही मैजिक दोबारा जीने का मौका मिलेगा।’ 90s की फिल्म का रीमेक: किस किरदार को निभाना चाहेंगे इश्वाक और तान्या? इश्वाक ने कहा, ‘बाजीगर। शाहरुख खान ने जो एंटी-हीरो का स्वैग उस फिल्म में लाया था, वह आइकॉनिक है। अगर रीमेक बने, तो मैं उस ग्रे-शेड वाले किरदार को जरूर एक्सप्लोर करना चाहूंगा।’ तान्या ने कहा, ‘मैं तो शाहरुख की किसी भी फिल्म का हिस्सा बनना चाहूंगी। ‘डीडीएलजे’ हो, ‘कुछ कुछ होता है’ हो या फिर ‘दिल से’- हर फिल्म में कुछ जादू था, जिसे दोबारा जीने का मन करता है।’