जरूरत की खबर- वेलेंटाइन वीक में डेटिंग एप से सावधान:प्यार के नाम पर बैंक अकाउंट न हो खाली, पुलिस अधिकारी ने बताईं 9 सावधानियां

मध्य प्रदेश में ऑनलाइन डेटिंग एप्स, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर चैटिंग के जरिए ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। पुलिस को सिर्फ इंदौर में वर्ष 2024 में इससे जुड़ी 158 शिकायतें मिलीं। हैरान करने वाली बात यह है कि इनमें से 60% पीड़ित सीनियर सिटिजन हैं, जबकि 20% की उम्र 55 साल से ज्यादा है। आजकल ऑनलाइन डेटिंग एप्स पर स्कैम और ब्लैकमेलिंग के मामले बढ़ रहे हैं, जिनकी वजह से लोग डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं और सुसाइड जैसे कदम तक उठा रहे हैं। सिर्फ मध्य प्रदेश में अब तक ऑनलाइन डेटिंग एप के जाल में फंसकर बदनामी के डर से 8 लोग सुसाइड कर चुके हैं। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि ऑनलाइन डेटिंग स्कैम क्या है? साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: राजेश दंडोतिया, एडिशनल डीसीपी, क्राइम ब्रांच, इंदौर राहुल मिश्रा, साइबर सिक्योरिटी एडवाइजर, उत्तर प्रदेश पुलिस सवाल- ऑनलाइन डेटिंग क्या है?
जवाब- इंटरनेट के जरिए अपने लिए पार्टनर तलाशना ऑनलाइन डेटिंग है। इसके लिए डेटिंग एप या वेबसाइट पर अकाउंट बनाना होता है। अकाउंट के लिए व्यक्ति की उम्र 18 साल से ऊपर होनी चाहिए। कुछ डेटिंग एप्स फ्री सर्विस के साथ-साथ पेड प्रीमियम सर्विस भी देते हैं। सवाल- ऑनलाइन डेटिंग स्कैम क्या है?
जवाब- इस स्कैम में स्कैमर पहले डेटिंग एप पर एक फेक प्रोफाइल बनाते हैं। इसके बाद वे प्रोफाइल को विश्वसनीय दिखाने के लिए आकर्षक तस्वीरों के साथ फेक नाम का इस्तेमाल करते हैं। इनका मुख्य टारगेट सोशल मीडिया पर एक्टिव सीनियर सिटिजन या बिजनेसमैन होते हैं। स्कैमर पहले व्यक्ति से चैटिंग शुरू करते हैं और धीरे-धीरे उनसे इमोशनली कनेक्ट होते हैं। जब एक बार वह व्यक्ति का विश्वास जीत लेते हैं तो किसी इमरजेंसी का बहाना बनाकर पैसे की डिमांड करते हैं। इसके अलावा वे लोगों को ठगने के लिए कुछ अन्य हथकंडे भी अपनाते हैं। जैसेकि- सवाल- ऑनलाइन डेटिंग स्कैम की पहचान कैसे कर सकते हैं?
जवाब- स्कैमर्स लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए हर दिन नए-नए तरीके अपनाते हैं। हालांकि कुछ ऐसे खास संकेत हैं, जिनकी मदद से आप डेटिंग स्कैम की पहचान कर सकते हैं। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- सवाल- ऑनलाइन डेटिंग के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
जवाब- साइबर एक्सपर्ट राहुल मिश्रा बताते हैं कि ऑनलाइन डेटिंग के लिए हमेशा प्रतिष्ठित और भरोसेमंद एप्स या वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें। उन प्लेटफॉर्म्स को प्रिऑरिटी दें, जो प्रोफाइल वेरिफिकेशन की सुविधा देते हैं। गूगल रिवर्स इमेज सर्च के जरिए प्रोफाइल फोटो को वेरिफाई करें। साथ ही जिस व्यक्ति से आप चैटिंग कर रहे हैं, उसकी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की एक्टिविटी पर भी नजर रखें। कभी भी डेटिंग एप पर बने दोस्त के साथ कोई पर्सनल जानकारी जैसे बैंक डिटेल, वर्कप्लेस, अपना पता वगैरह शेयर न करें। अगर कोई कुछ ही दिनों की बातचीत के बाद प्यार या शादी की बातें करता है तो सतर्क हो जाएं। इसके अलावा कुछ अन्य बातों का भी ध्यान रखना जरूरी है। इसे नीचे ग्राफिक से समझिए- सवाल- भारत में सबसे ज्यादा कौन से डेटिंग एप्स का इस्तेमाल किया जाता है? जवाब- पिछले कुछ सालों में भारत में ऑनलाइन डेटिंग इंडस्ट्री तेजी के साथ बढ़ी है। इनमें टिंडर, बंबल, ओकेक्यूपिड, ट्रूली मैडली और क्वैक-क्वैक जैसे फेमस डेटिंग एप सबसे आगे हैं। स्टेटिस्टा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2018 में लगभग 2 करोड़ भारतीय डेटिंग एप्स का इस्तेमाल कर रहे थे। जबकि वर्ष 2023 में यह संख्या बढ़कर 8.24 करोड़ हो गई। डेटिंग एप्स के यूजर्स अब केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं रह गए हैं, बल्कि छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों में भी लोग डेटिंग एप्स का इस्तेमाल करने लगे हैं। सवाल- ऑनलाइन डेटिंग कितनी सुरक्षित है?
जवाब- डेटिंग एप्स या वेबसाइट्स से कोई खतरा नहीं है। यह पूरी तरह से सुरक्षित है। बशर्ते आप इसके इस्तेमाल के समय सावधानियां बरतें और सतर्क रहें। किसी भी अजनबी पर बहुत जल्दी भरोसा न करें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। …………………. साइबर क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़े… जरूरत की खबर- मुद्रा लोन योजना के नाम पर ठगी: सरकार कभी खुद फोन करके लोन नहीं देती लखनऊ में मुद्रा लोन के नाम पर एक युवक साइबर ठगी का शिकार हो गया। युवक ने ऑनलाइन मुद्रा लोन के लिए अप्लाई किया था। साइबर ठगों ने लोन के पैसे आने से पहले रजिस्ट्रेशन और इंश्योरेंस के नाम पर उससे कई बार पैसे ट्रांसफर कराए। पूरी खबर पढ़िए…