चीन ने अमेरिका पर 15% टैरिफ लगाया:इसमें कोयला-LNG शामिल; ट्रम्प ने ड्रैगन पर 10% टैरिफ लगाने का ऐलान किया था

अमेरिका के चीन पर 10% टैरिफ लगाने के फैसले का जवाब बीजिंग ने भी टैरिफ लगाकर दिया है। चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री ने मंगलवार को अमेरिका से आने वाले कोयला- LNG पर 15% और कच्चे तेल, कृषि मशीनरी व बड़े इंजन वाली कारों पर 10% टैरिफ लगाने का ऐलान किया। इससे पहले ट्रम्प ने 1 फरवरी को चीन से आने वाले सामान पर टैरिफ लगाने के फैसले पर साइन किए थे। ये फैसला आज से लागू हो रहा है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक टैरिफ को लेकर चीन ने अमेरिका को WTO में घसीटा में है। दोनों देशों के बीच इस टैरिफ वॉर से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों और चीनी मुद्रा युआन में गिरावट आई है। अमेरिकी और यूरोपीय स्टॉक फ्यूचर्स भी नीचे आए हैं। ट्रम्प ने कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ का फैसला टाला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ लगाने के फैसले को 30 दिन के लिए टाल दिया है। ट्रम्प ने इसे लेकर सोमवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम से बात की। ट्रम्प ने बाद में बताया कि ट्रूडो और शिनबाम के साथ उनकी बातचीत अच्छी रही। दोनों देशों ने अमेरिका के साथ बॉर्डर को सिक्योर करने पर सहमति जताई है। इसके बाद ट्रम्प ने दोनों देशों पर टैरिफ रोकने से जुड़े कार्यकारी आदेश पर साइन किए। दरअसल ट्रम्प ने कनाडा और मेक्सिको पर 25% और चीन पर 10% टैरिफ लगाने का फैसला लिया था, जो आज यानी मंगलवार से लागू होने वाला था। हालांकि चीन पर 10 टैरिफ का आदेश आज से लागू हो रहा है। अमेरिका से टैरिफ पर आमने-सामने आ गए थे कनाडा-मेक्सिको डोनाल्ड ट्रम्प ने 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ के बाद कनाडा, मेक्सिको और चीन पर टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। उन्होंने 1 फरवरी को इससे जुड़े आदेशों पर साइन भी कर दिया था। ट्रम्प के इस फैसले के बाद कनाडा ने भी 2 फरवरी को अमेरिका पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। इसमें अमेरिका से होने वाले 106 अरब डॉलर के निर्यात को शामिल किया गया था। दूसरी तरफ मेक्सिको ने भी जवाबी कार्रवाई की बात कही थी। बॉर्डर सिक्योरिटी में निवेश करेगा करेगा सोमवार को ट्रम्प के फैसले के बाद ट्रूडो ने X पर पोस्ट कर बताया कि टैरिफ पर रोक के बदले में कनाडा बॉर्डर सिक्योरिटी में भारी निवेश करेगा। साथ ही संगठित अपराध, फेंटेनाइल की तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग से निपटने के लिए दोनों देश मिलकर कनाडा-यूएस ज्वाइंट स्ट्राइक फोर्स बनाएंगे। इसके अलावा कनाडा फेंटेनाइल जार (फेंटेनाइल की तस्करी रोकने वाला अधिकारी) की नियुक्ति भी करेगा। तस्करी में शामिल कार्टेल (समूह) को आतंकवादी समूहों की सूची में शामिल किया जाएगा। ट्रूडो ने इस आदेश पर साइन भी कर दिए हैं। कनाडा इस पर 200 मिलियन डॉलर खर्च करेगा। ट्रम्प के फैसला टालने को मेक्सिको राष्ट्रपति ने जीत बताया मेक्सिको की राष्ट्रपति शिनबाम ने एक प्रेस ब्रीफिंग में इसकी जानकारी दी। शिनबाम जब प्रेस ब्रीफ को संबोधित करने पहुंचीं तो वहां उनका स्वागत तालियों से हुआ। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से पूछा कि क्या उन्होंने उनका सोशल मीडिया पोस्ट देखा है? ट्रम्प टैरिफ टालने पर राजी हो गए हैं। उन्होंने ट्रम्प के फैसले के बदलने को मेक्सिको की जीत बताया। शिनबाम ने अमेरिका को हथियारों की सप्लाई पर लगाम लगाने को कहा शिनबाम ने बताया कि ट्रम्प से उनकी बातचीत 35 से 40 मिनट तक चली। इस दौरान उन्होंने अमेरिका से मेक्सिको में सप्लाई होने वाले खतरनाक हथियारों की सप्लाई को लेकर शिकायत की। शिनबाम ने कहा कि ये हथियार आपराधिक गुटों के हाथ लग चुके हैं, जिसकी वजह से उनकी ताकत बढ़ गई है। शिनबाम ने कहा कि वे चाहती हैं कि अमेरिका ऐसे हथियारों की सप्लाई पर रोक लगाने के लिए काम करे। ट्रम्प ने इस पर सहमति जताई। शिनबाम ने कहा- ट्रम्प चाहते हैं कि मेक्सिको के साथ अमेरिका का व्यापार घाटा कम हो। मैंने उनसे कहा कि यह वास्तव में घाटा नहीं है। हम वाणिज्यिक भागीदार हैं। इस पर ट्रम्प ने कहा कि चीन और बाकी देशों के साथ प्रतिस्पर्धा जारी रखने के लिए टैरिफ लगाना जरूरी कनाडा और मेक्सिको के साथ US का फ्री ट्रेड एग्रीमेंट गौरतलब है कि अमेरिका का कनाडा और मेक्सिको के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट है। इसके तहत इन देशों के बीच होने वाले किसी भी तरह के आयात-निर्यात पर टैरिफ (शुल्क) नहीं लगता है। ट्रम्प ने अपने पिछले कार्यकाल में मेक्सिको और कनाडा के साथ नॉर्थ अमेरिका फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (NAFTA) किया था।