बहुत से लोग कोल्ड ड्रिंक्स के शौकीन होते हैं। खासतौर से कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स युवाओं की पहली पसंद है। इन सभी प्रोडक्ट्स में सोडा का इस्तेमाल किया जाता है और इनमें शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। पिछले कुछ समय में, शुगर के नुकसान से परिचित होने के बाद, लोगों में डाइट सोडा वाले ड्रिंक्स के प्रति दीवानगी बढ़ी है। कई मल्टीनेशनल कंपनियां अपने-अपने प्रोडक्ट्स के साथ ‘डाइट’ शब्द लगाकर उसे बेच रही है। डाइट सोडा में ‘डाइट’ लिखा होने और जीरो कैलोरी होने की वजह से लोग समझते हैं कि यह हेल्थ के लिए फायदेमंद है। ऐसे में आज हम जरूरत की खबर में जानेंगे कि- सवाल- डाइट सोडा क्या है? जवाब- डाइट सोडा सॉफ्ट ड्रिंक्स में मिठास के लिए मिलाया जाता है। इसमें जीरो कैलोरी होती है और यह शुगर फ्री होता है। इसमें चीनी की जगह आर्टिफिशियल स्वीटनर के जरिए मिठास पैदा की जाती है। सवाल- डाइट सोडा और रेगुलर सोडा में क्या अंतर है? जवाब- डाइट सोडा में चीनी नहीं होती। इसमें ऐसी दूसरी चीजें मिलाई जाती हैं, जो चीनी की तरह मीठी होती हैं, लेकिन ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ातीं। इसमें आमतौर पर इन 6 तरह के आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल होता है– यह सभी 6 स्वीटनर्स फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) द्वारा एप्रूव्ड हैं। शुगर की जगह इन स्वीटनर्स के इस्तेमाल की वजह से डाइट सोडा में कैलोरी नहीं होती है, जबकि रेगुलर सोडा में फ्रुक्टोज होने के कारण इसमें अच्छी–खासी कैलोरी होती है। सवाल- घर के खाने में इस्तेमाल होने वाला सोडा क्या है? जवाब– घर के खाने में इस्तेमाल होने वाला सोडा आमतौर पर बेकिंग सोडा होता है, जिसे सोडियम बाइकार्बोनेट भी कहा जाता है। यह एक सफेद, बिना गंध वाला पाउडर होता है। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से खाना पकाने और सफाई में किया जाता है। सवाल- क्या डाइट सोडा सचमुच सेहत के लिए अच्छा है? जवाब- न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटेटिक्स डॉ. अमृता मिश्रा कहती हैं कि हम अक्सर यह पढ़ते-सुनते हैं कि रेगुलर सोडा पीने से टाइप 2 डायबिटीज, दांत सड़ना और दिल की बीमारी हो सकती है। वहीं डाइट सोडा के बारे में, भ्रामक प्रचार की वजह से हमें लगता है कि इसे पीने से ये बीमारियां नहीं होती हैं। जबकि ऐसा नहीं है। रेगुलर सोडा से डाइट सोडा पर स्विच करने पर सिर्फ शुगर और कैलोरी इंटेक कम होता है, बीमारियों का खतरा कम नहीं होता। सवाल- क्या डाइट सोडा से हेल्थ को नुकसान हो सकता है? जवाब- डॉ. अमृता मिश्रा कहती हैं कि डाइट सोडा भले ही जीरो शुगर और कैलोरी-फ्री होता है, लेकिन इसके बावजूद भी यह हेल्थ को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। आइए इसे ग्राफिक के जरिए समझते हैं। आइए ग्राफिक को विस्तार से समझते हैं। टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम- ‘स्प्रिंगर नेचर लिंक’ और ‘यूरोपियन जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन’ में पब्लिश्ड एक रिसर्च के मुताबिक, डाइट सोडा जीरो कैलोरी ड्रिंक होने बावजूद टाइप 2 डायबिटीज का खतरा पैदा कर सकता है। दांतों के खराब होने का खतरा- ‘अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन’ के अनुसार, डाइट सोडा एसिडिक होता है। जो लोग डाइट सोडा पीते हैं, उनके दांतों की ऊपरी परत जल्दी घिस जाती है। हाई ब्लड प्रेशर का खतरा- साइंस डायरेक्ट में पब्लिश्ड रिसर्च के अनुसार, डाइट सोडा पीने से हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ सकता है। इस स्टडी के मुताबिक दिन में एक बार डाइट सोडा पीने वालों में हाइपरटेंशन का रिस्क सामान्य लोगों की तुलना में 9% ज्यादा होता है। किडनी की बीमारी का खतरा- ‘क्लिनिकल जर्नल ऑफ द अमेरिकन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी’ में पब्लिश्ड एक रिसर्च के अनुसार, डाइट सोडा पीने से किडनी की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। ऐसा डाइट सोडा और रेगुलर सोडा में इस्तेमाल किए जाने वाले फास्फोरस की वजह से होता है। हालांकि, फास्फोरस हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है, लेकिन अधिक इस्तेमाल नुकसान भी पहुंचा सकता है। किडनी की बीमारी पीड़ित लोगों को सोडा बिलकुल नहीं पीना चाहिए। सवाल- डाइट सोडा के फायदे क्या हैं? जवाब- डाइट सोडा पीने का कोई फायदा नहीं है। जब हम सॉफ्ट ड्रिंक्स पीते हैं तो डकार आती है। ऐसे में हमें लगता है कि इससे गैस की समस्या से राहत मिल रही है। जबकि ऐसा नहीं है। सोडा पीने पर जो डकार आती है, वह दरअसल सोडे की ही गैस होती है। डाइट सोडा या किसी भी पैकेज्ड जूस या ड्रिंक की जगह प्राकृतिक फलों, सब्जियों, दूध–दही से घर पर बना हर तरह का ड्रिंक सेहत के लिए अमृत के समान है। इसलिए सोडा रेगुलर हो या डाइट, उसे कहिए टाटा और नीचे ग्राफिक में दिए ये ड्रिंक्स पीजिए। छाछ गर्मियों में कुछ ठंडा और ताजगी से भरपूर चाहिए तो छाछ से बेहतर कुछ नहीं है। पाचन को बेहतर बनाने के साथ यह शरीर को ठंडक भी पहुंचाता है। इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करता है और साथ ही इम्यूनिटी बढ़ाता है। नींबू पानी और शहद यह शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। इससे त्वचा निखरती है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो बॉडी को डिटॉक्स करने के साथ वजन घटाने में भी मदद करते हैं। आप इसे सुबह खाली पेट पी सकते हैं। नारियल पानी नारियल पानी शरीर को हाइड्रेट रखता है, पेट को ठंडा रखता है। यह एक इंस्टेंट एनर्जी ड्रिंक है, जो किसी सॉफ्ट ड्रिंक से बेहतर है। इससे दिल की बीमारी का खतरा भी कम होता है। जलजीरा गर्मी में जलजीरा न सिर्फ पेट की समस्याओं को दूर करता है, बल्कि हाइड्रेट रखने में मदद करता है। इसे आप जीरा, हींग, नींबू और अजवाइन के साथ तैयार कर सकते हैं। फ्रूट मॉकटेल्स फ्रूट मॉकटेल्स शरीर को एनर्जी देने के साथ टेस्टी और हेल्दी भी होते हैं। ये शरीर के लिए जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स प्रदान करते हैं। वॉटरमेलन जूस वॉटरमेलन शरीर को हाइड्रेटेड रखता है, त्वचा को निखारता है। इसमें कम कैलोरी होती है, जिससे वजन घटाने में भी मदद मिलती है। प्रीबायोटिक सोडा अगर आपको कार्बोनेटेड ड्रिंक पसंद है तो प्रीबायोटिक सोडा एक विकल्प हो सकता है। इनमें प्रीबायोटिक फाइबर होता है, जो आपके हेल्दी बैक्टीरिया को फीड करता है। इसमें आमतौर पर कम शुगर होता है और डाइट सोडा की तुलना में ज्यादा न्यूट्रिशन मिलता है। ……… जरूरत की ये खबर भी पढ़ें जरूरत की खबर- क्या ग्रीन टी से वेट-लॉस होता है:क्या हैं इसके फायदे, ज्यादा पीने के साइड इफेक्ट, किन लोगों को नहीं पीनी चाहिए आजकल ग्रीन टी पीने का चलन काफी बढ़ गया है। स्वास्थ्य के लिहाज से ग्रीन टी के फायदों को नकारा नहीं जा सकता। लेकिन सही तरीके से इसका सेवन न करने से सेहत को कई तरह के नुकसान भी हो सकते हैं। पूरी खबर पढ़ें