हरियाणा के पानीपत में नहर में कूदी दिल्ली की ब्लॉगर श्रुतिका (25) का शव देर रात सोनीपत के खुबडू झाल में मिला। वह 5 फरवरी को पानीपत के जट्ट रोड स्थित एक होटल में अपने लिव-इन पार्टनर से मिलने आई थी। झगड़े के बाद नहर में कूद गई। युवक ने पुलिस को सफाई दी है कि वह उसे बचाने के लिए नहर में कूदा था, लेकिन बचा नहीं पाया। दोनों 7 महीने से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। ब्लॉगर के परिजनों के मुताबिक, दोनों दिसंबर में शादी करने वाले थे। युवक पहले से शादीशुदा है। वह श्रुतिका से कहता था कि अपनी पत्नी को तलाक दे देगा। मां की शिकायत पर पानीपत पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ BNS की धारा 108 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मां की शिकायत में 4 बड़ी बातें… 1. घर से पार्टनर से मिलने की बात कह निकली थी
पानीपत मॉडल टाउन थाने में दर्ज शिकायत में दिल्ली निवासी शालिनी ने बताया है कि उनकी बेटी श्रुतिका 6-7 महीने से करनाल जिले के मोर माजरा के रहने वाले संजीत मान के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थी। दोनों शादी करना चाहते थे। 5 फरवरी को श्रुतिका यह कहकर घर से निकली थी कि वह संजीत से मिलने जा रही है। 2. देर रात तक परिजनों से चैटिंग की थी
उस रात करीब 11 बजे श्रुतिका ने मोबाइल पर अपने परिजनों से चैटिंग की। उसमें उसने लिखा कि संजीत के साथ 2 और लड़के हैं। संजीत से कहासुनी हो गई है। संजीत ने उसकी दी हुई अंगूठी बेच दी है। 3. होटलकर्मियों ने बताया बेटी कूद गई है
मां ने बताया कि 5 फरवरी को श्रुतिका ने जिस नंबर पर फोन कर खाना ऑर्डर किया था, उस पर फोन किया तो वह एक होटल से कनेक्ट हुआ। वहां एक व्यक्ति ने बताया कि आपकी बेटी नहर में कूद गई है। उसके बाद पुलिस से भी जानकारी ली। 4. पार्टनर ने पहले भी दिल्ली में की थी हाथापाई
मां ने आरोप लगाया है कि संजीत मान बेटी श्रुतिका को मानसिक रूप से परेशान करता था। 13 जनवरी को दिल्ली में भी हाथापाई हुई थी। संजीत से तंग आकर श्रुतिका नहर में कूदने निकल गई थी। होटल स्टाफ ने उसे रोका। तभी संजीत भी मौके पर आ गया। बाद में जब दोनों नहर में गिरे तो संजीत बाहर आ गया और श्रुतिका बाहर नहीं आ सकी। छोटी बहन ने विस्तार से बताई वारदात वाली रात की पूरी कहानी… 20 दिन पहले हुआ दोनों का झगड़ा
श्रुतिका की छोटी बहन भूमिका ने बताया है कि करीब 20 दिन पहले इन दोनों का आपस में झगड़ा हुआ था तो संजीत ने मेरी बहन को पीटा था। इसके बाद वह हमारे घर पर आया और श्रुतिका से कहने लगा कि मैं तुझसे बहुत प्यार करता हूं। वह जबरदस्ती हमारे घर में घुसा था। मैंने उसे बाहर निकालकर दरवाजा बंद कर दिया था। कुछ दिन बाद इसने मेरी बहन को मैसेज कर उसे मना लिया और मिलने बुलाया। वह कह रहा था कि मैं गुजरात जा रहा हूं, इसलिए आकर मिल ले। फिर पता नहीं कब दोबारा मुलाकात होगी। यह सुनकर मेरी बहन उससे मिलने चली गई। वहां संजीत ने उसकी अंगूठी छीन ली। वह श्रुतिका का फोन भी ले रहा था, लेकिन उसने दिया नहीं। इसके बाद वह कहने लगा कि यह अंगूठी मैं बेच दूंगा। मेरी बहन कह रही थी कि यह अंगूठी नानी की आखिरी निशानी है, इसे वापस दे दे, लेकिन संजीत उस अंगूठी को लेकर चला गया। इसके बाद इन दोनों की बातचीत बंद हो गई। 5 फरवरी को पानीपत मिलने बुलाया
भूमिका ने बताया कि श्रुतिका किसी काम से अजमेर जा रही थी। इसका पता संजीत को चला तो वह उसे मिलने के लिए बुलाने लगा। वह उसे लगातार फोन कर रहा था। मेरी बहन ने मना करा दिया, क्योंकि मैं भी उसके साथ जा रही थी। इस गुस्से में दोनों में गाली-गलौज हुई और एक-दूसरे को ब्लॉक कर दिया। हालांकि, कुछ दिन बाद अन-ब्लॉक किया तो फिर से संजीत ने फोन कर दिया। इसने 5 फरवरी की सुबह फोन पर श्रुतिका को बताया था कि मैं पानीपत आ गया हूं। तू मुझसे मिलने आ जा। पहले तो उसने काफी मना किया कि मैं नहीं आऊंगी, लेकिन संजीत ने अंत में उसे आने के लिए मना लिया। मुझे बताकर घर से निकली, फोन पर झगड़े की बात बताई
भूमिका का कहना है कि श्रुतिका दिल्ली से पानीपत आने के लिए करीब साढ़े 6 बजे निकली थी। उसने केवल मुझे बताया था। पानीपत पहुंचने के बाद करीब 9 बजे उसने मुझे घर के किसी काम से फोन किया था। इसके बाद रात करीब 11 बजे मेरे पास उसका मैसेज आया। उसने बताया कि इसने मेरी अंगूठी बेच दी है। यह बहुत बुरा इंसान है। मेरा इससे झगड़ हो रहा है। इसके बाद कोई मैसेज नहीं आया। वह जब भी बाहर जाती थी तो मुझे लास्ट 2 बजे तक फोन कर सब बता देती थी, लेकिन उस दिन इसका फोन नहीं आया। फिर मैंने उसे करीब 3 बजे फोन किया तो उठाया नहीं। कुछ ही देर में उसके फोन से मैसेज आया कि मैं घर आ रही हूं। मैंने पूछा कि तेरा झगड़ा हो गया है क्या? उसने कहा कि मैं ज्यादा बात नहीं कर सकती अभी, मेरे फोन में बैटरी नहीं है। मैं ऋषिकेश जा रही हूं। वहीं पहुंचकर कॉल करूंगी तुझे। मैंने उसे फोन उठाने के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। संजीत ने भी फोन बंद कर लिया
श्रुतिका की छोटी बहन ने बताया है कि इससे पहले करीब 12 बजे मैंने संजीत का मोबाइल भी ट्राइ किया था, लेकिन उसने उठाया नहीं। थोड़ी देर बाद उसका नंबर ही बंद आने लगा था। तब मुझे कुछ शक हुआ। फोन में लॉगिन आईडी से पता मिला
श्रुतिका के फोन में मेरी आईडी लॉगिन थी। उस आईडी से उसने ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया था। उसके नोटिफिकेशन मेरे फोन में आए थे। मैंने वहां से खाना डिलीवर होने वाला एड्रेस निकाला और सुबह पहुंच गई। वहां पहले से ही पुलिस मौजूद थी। पुलिस ने भी हमें फोन नहीं किया था। संजीत ने भी पुलिस को हमारा नंबर नहीं दिया था, जिससे पुलिस हमें बता पाती। मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने हमें पूरी कहानी बताई। मेरी बहन को संजीत ने ही मारा
मेरी बहन को संजीत ने ही मारा है, क्योंकि वह पहले भी कई बार उसके साथ मारपीट कर चुका है। वह उसे मानसिक रूप से परेशान करता था। पहले कहता था कि मैं प्यार करता हूं तुझसे। फिर गालियां देने लगता था। कुछ देर बार रोने लगता था। ऐसा माहौल बना देता था कि इंसान कुछ सोच ही न पाए। लाइव स्ट्रीमिंग एप पर मिले थे दोनों
श्रुतिका को संजीत लाइव स्ट्रीमिंग एप पर मिला था। मेरी बहन बीगो जैसी कुछ एप पर स्ट्रीमिंग करती थी। वहीं उसकी बातें संजीत से शुरू हुईं। इसके बाद इन्होंने मिलना शुरू कर दिया था। 10 दिसंबर को शादी करने वाला था
संजीत पहले से शादीशुदा था। इसलिए, उसने मेरी बहन से कहा था कि वह उससे बहुत प्यार करता है और उसी से शादी भी करेगा। उसने कहा था कि वह अपनी पत्नी से तलाक ले रहा है। उसने तय किया था कि 10 दिसंबर को हम लोग शादी कर लेंगे। मेरी बहन भी उसके चक्कर में पागल थी, इसलिए वह गुमराह होती रही। सुसाइड के लिए उकसाने का मामला दर्ज
जांच अधिकारी SI विकास ने बताया है कि परिजनों के बयानों के आधार पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि महिला अपने लिवइन पार्टनर से झगड़ा करने के बाद नहर की ओर कूदने के लिए दौड़ी थी। CCTV फुटेज खंगाले जा रहे है। आगामी तफ्तीश जारी है।
पानीपत मॉडल टाउन थाने में दर्ज शिकायत में दिल्ली निवासी शालिनी ने बताया है कि उनकी बेटी श्रुतिका 6-7 महीने से करनाल जिले के मोर माजरा के रहने वाले संजीत मान के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थी। दोनों शादी करना चाहते थे। 5 फरवरी को श्रुतिका यह कहकर घर से निकली थी कि वह संजीत से मिलने जा रही है। 2. देर रात तक परिजनों से चैटिंग की थी
उस रात करीब 11 बजे श्रुतिका ने मोबाइल पर अपने परिजनों से चैटिंग की। उसमें उसने लिखा कि संजीत के साथ 2 और लड़के हैं। संजीत से कहासुनी हो गई है। संजीत ने उसकी दी हुई अंगूठी बेच दी है। 3. होटलकर्मियों ने बताया बेटी कूद गई है
मां ने बताया कि 5 फरवरी को श्रुतिका ने जिस नंबर पर फोन कर खाना ऑर्डर किया था, उस पर फोन किया तो वह एक होटल से कनेक्ट हुआ। वहां एक व्यक्ति ने बताया कि आपकी बेटी नहर में कूद गई है। उसके बाद पुलिस से भी जानकारी ली। 4. पार्टनर ने पहले भी दिल्ली में की थी हाथापाई
मां ने आरोप लगाया है कि संजीत मान बेटी श्रुतिका को मानसिक रूप से परेशान करता था। 13 जनवरी को दिल्ली में भी हाथापाई हुई थी। संजीत से तंग आकर श्रुतिका नहर में कूदने निकल गई थी। होटल स्टाफ ने उसे रोका। तभी संजीत भी मौके पर आ गया। बाद में जब दोनों नहर में गिरे तो संजीत बाहर आ गया और श्रुतिका बाहर नहीं आ सकी। छोटी बहन ने विस्तार से बताई वारदात वाली रात की पूरी कहानी… 20 दिन पहले हुआ दोनों का झगड़ा
श्रुतिका की छोटी बहन भूमिका ने बताया है कि करीब 20 दिन पहले इन दोनों का आपस में झगड़ा हुआ था तो संजीत ने मेरी बहन को पीटा था। इसके बाद वह हमारे घर पर आया और श्रुतिका से कहने लगा कि मैं तुझसे बहुत प्यार करता हूं। वह जबरदस्ती हमारे घर में घुसा था। मैंने उसे बाहर निकालकर दरवाजा बंद कर दिया था। कुछ दिन बाद इसने मेरी बहन को मैसेज कर उसे मना लिया और मिलने बुलाया। वह कह रहा था कि मैं गुजरात जा रहा हूं, इसलिए आकर मिल ले। फिर पता नहीं कब दोबारा मुलाकात होगी। यह सुनकर मेरी बहन उससे मिलने चली गई। वहां संजीत ने उसकी अंगूठी छीन ली। वह श्रुतिका का फोन भी ले रहा था, लेकिन उसने दिया नहीं। इसके बाद वह कहने लगा कि यह अंगूठी मैं बेच दूंगा। मेरी बहन कह रही थी कि यह अंगूठी नानी की आखिरी निशानी है, इसे वापस दे दे, लेकिन संजीत उस अंगूठी को लेकर चला गया। इसके बाद इन दोनों की बातचीत बंद हो गई। 5 फरवरी को पानीपत मिलने बुलाया
भूमिका ने बताया कि श्रुतिका किसी काम से अजमेर जा रही थी। इसका पता संजीत को चला तो वह उसे मिलने के लिए बुलाने लगा। वह उसे लगातार फोन कर रहा था। मेरी बहन ने मना करा दिया, क्योंकि मैं भी उसके साथ जा रही थी। इस गुस्से में दोनों में गाली-गलौज हुई और एक-दूसरे को ब्लॉक कर दिया। हालांकि, कुछ दिन बाद अन-ब्लॉक किया तो फिर से संजीत ने फोन कर दिया। इसने 5 फरवरी की सुबह फोन पर श्रुतिका को बताया था कि मैं पानीपत आ गया हूं। तू मुझसे मिलने आ जा। पहले तो उसने काफी मना किया कि मैं नहीं आऊंगी, लेकिन संजीत ने अंत में उसे आने के लिए मना लिया। मुझे बताकर घर से निकली, फोन पर झगड़े की बात बताई
भूमिका का कहना है कि श्रुतिका दिल्ली से पानीपत आने के लिए करीब साढ़े 6 बजे निकली थी। उसने केवल मुझे बताया था। पानीपत पहुंचने के बाद करीब 9 बजे उसने मुझे घर के किसी काम से फोन किया था। इसके बाद रात करीब 11 बजे मेरे पास उसका मैसेज आया। उसने बताया कि इसने मेरी अंगूठी बेच दी है। यह बहुत बुरा इंसान है। मेरा इससे झगड़ हो रहा है। इसके बाद कोई मैसेज नहीं आया। वह जब भी बाहर जाती थी तो मुझे लास्ट 2 बजे तक फोन कर सब बता देती थी, लेकिन उस दिन इसका फोन नहीं आया। फिर मैंने उसे करीब 3 बजे फोन किया तो उठाया नहीं। कुछ ही देर में उसके फोन से मैसेज आया कि मैं घर आ रही हूं। मैंने पूछा कि तेरा झगड़ा हो गया है क्या? उसने कहा कि मैं ज्यादा बात नहीं कर सकती अभी, मेरे फोन में बैटरी नहीं है। मैं ऋषिकेश जा रही हूं। वहीं पहुंचकर कॉल करूंगी तुझे। मैंने उसे फोन उठाने के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। संजीत ने भी फोन बंद कर लिया
श्रुतिका की छोटी बहन ने बताया है कि इससे पहले करीब 12 बजे मैंने संजीत का मोबाइल भी ट्राइ किया था, लेकिन उसने उठाया नहीं। थोड़ी देर बाद उसका नंबर ही बंद आने लगा था। तब मुझे कुछ शक हुआ। फोन में लॉगिन आईडी से पता मिला
श्रुतिका के फोन में मेरी आईडी लॉगिन थी। उस आईडी से उसने ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया था। उसके नोटिफिकेशन मेरे फोन में आए थे। मैंने वहां से खाना डिलीवर होने वाला एड्रेस निकाला और सुबह पहुंच गई। वहां पहले से ही पुलिस मौजूद थी। पुलिस ने भी हमें फोन नहीं किया था। संजीत ने भी पुलिस को हमारा नंबर नहीं दिया था, जिससे पुलिस हमें बता पाती। मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने हमें पूरी कहानी बताई। मेरी बहन को संजीत ने ही मारा
मेरी बहन को संजीत ने ही मारा है, क्योंकि वह पहले भी कई बार उसके साथ मारपीट कर चुका है। वह उसे मानसिक रूप से परेशान करता था। पहले कहता था कि मैं प्यार करता हूं तुझसे। फिर गालियां देने लगता था। कुछ देर बार रोने लगता था। ऐसा माहौल बना देता था कि इंसान कुछ सोच ही न पाए। लाइव स्ट्रीमिंग एप पर मिले थे दोनों
श्रुतिका को संजीत लाइव स्ट्रीमिंग एप पर मिला था। मेरी बहन बीगो जैसी कुछ एप पर स्ट्रीमिंग करती थी। वहीं उसकी बातें संजीत से शुरू हुईं। इसके बाद इन्होंने मिलना शुरू कर दिया था। 10 दिसंबर को शादी करने वाला था
संजीत पहले से शादीशुदा था। इसलिए, उसने मेरी बहन से कहा था कि वह उससे बहुत प्यार करता है और उसी से शादी भी करेगा। उसने कहा था कि वह अपनी पत्नी से तलाक ले रहा है। उसने तय किया था कि 10 दिसंबर को हम लोग शादी कर लेंगे। मेरी बहन भी उसके चक्कर में पागल थी, इसलिए वह गुमराह होती रही। सुसाइड के लिए उकसाने का मामला दर्ज
जांच अधिकारी SI विकास ने बताया है कि परिजनों के बयानों के आधार पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि महिला अपने लिवइन पार्टनर से झगड़ा करने के बाद नहर की ओर कूदने के लिए दौड़ी थी। CCTV फुटेज खंगाले जा रहे है। आगामी तफ्तीश जारी है।