शेखर कपूर और सुचित्रा कृष्णमूर्ति की बेटी कावेरी कपूर ने कुणाल कोहली के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘बॉबी और ऋषि की लव स्टोरी’ से डेब्यू किया है। यह फिल्म ओटीटी प्लेटफार्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुई है। हाल ही में इस फिल्म को लेकर कावेरी कपूर ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। कावेरी ने बताया कि उन्हें यह नहीं पता था कि उनके पिता इंडस्ट्री के नामी डायरेक्टर हैं। एक बार जब लोगों ने शेखर कपूर को घेरा तो वह डर गईं, उनको लगा कि पिता के साथ वह किडनैप हो गईं। कावेरी कपूर ने और क्या कहा, पढ़िए बातचीत के प्रमुख अंश में .. एक्टिंग की तरफ आपका झुकाव कैसे हुआ? मेरे पापा डायरेक्टर हैं। मम्मी भी एक्टिंग करती थीं, लेकिन मैंने कभी एक्टिंग के बारे में नहीं सोचा था। मम्मी की वजह से मेरा झुकाव म्यूजिक की तरफ हुआ था। 6 साल की उम्र से इंडियन क्लासिकल म्यूजिक सीखना शुरू कर दिया था। अमेरिका के बोस्टन कॉलेज से म्यूजिक की पढ़ाई की। मुझे लिखने की प्रेरणा पापा से मिली। 9 साल की उम्र से ही सॉन्ग लिखना शुरू कर दिया था। कुछ गाने मैंने अपनी आवाज में रिकॉर्ड भी किए हैं। मेरे कुछ सॉन्ग रिलीज भी हैं। ‘बॉबी और ऋषि की लव स्टोरी’ में भी मेरा एक सॉन्ग है। जिसे मैंने कंपोज किया और गाया भी है। इस गाने को मैंने इंग्लिश में लिखा था जिसका हिंदी वर्जन प्रसून जोशी सर ने लिखा है। जब आपने एक्टिंग के बारे में नहीं सोचा था तब ‘बॉबी और ऋषि की लव स्टोरी’ से एक्टिंग की शुरुआत कैसे हुई? मेरे पापा मुझे लेकर बहुत प्रोटेक्टिव हैं। एक बार मॉरीशस में बीच पर घूमने जा रही थी, लेकिन पापा ने मना कर दिया था। मुझे बहुत बुरा लगा और दोस्तों के साथ मॉरीशस फिल्म फेस्टिवल में चली गई। वहां पर मैंने फनी अंदाज में कुछ कह दिया था। जिसे कुणाल सर (कोहली) ने नोटिस किया होगा। उस समय वो एक वेब सीरीज की प्लानिंग कर रहे थे। उन्होंने पापा से बात की और मुझे ऑडिशन के लिए बुलाया, लेकिन वह सीरीज नहीं बन पाई। मैं कुणाल सर के जेहन में थी। जब उन्होंने ‘बॉबी और ऋषि की लव स्टोरी’ शुरू की तब मुझे इस फिल्म में बॉबी के रोल में कास्ट किया। अभी इंडस्ट्री में बहुत सारे स्टार किड्स आ चुके हैं, उनके मुकाबले खुद को कहां देखती हैं? मैं चाहती हूं कि सब लोग अच्छा काम करें। मेरी किसी से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। मेरी प्रतिस्पर्धा खुद से है। इंडस्ट्री में हर किसी के लिए जगह है। यह अलग बात है कि हर किसी को सक्सेस नहीं मिलती हैं। मैं तो यही चाहती हूं कि सबको सक्सेस मिले। किसी एक्ट्रेस से इंस्पायर भी रहीं हैं? मैं आलिया भट्ट से बहुत इंस्पायर हूं। मैं उनकी बहुत बड़ी फैन हूं। वो इमोशनल किरदार को बहुत ही अच्छे से निभा लेती हैं। एक्टर में मुझे मेरी फिल्म के को-एक्टर वर्धन पुरी, कार्तिक आर्यन, रणबीर कपूर बहुत पसंद हैं। आपको कब पता चला कि आपके पापा शेखर कपूर बहुत बड़े डायरेक्टर हैं? मैं सात साल की थी जब पापा के साथ एक आश्रम में गई थी। जैसे ही हम आश्रम में पहुंचे बहुत सारे लोगों ने चारों तरफ से पापा को घेर लिया। मैं डर कर भाग गई। मुझे लगा कि वे लोग मुझे और पापा उठाकर ले जाने वाले हैं। पापा ने बताया कि वो फिल्म डायरेक्ट करते हैं। इसलिए लोग उन्हें जानते हैं। जब कहीं पब्लिक प्लेस में जाते हैं तो इस तरह से लोग मिलने आते हैं। उस घटना के बाद मुझे पता चला कि पापा डायरेक्टर हैं। उसके बाद उनकी फिल्में ‘मिस्टर इंडिया’, ‘मासूम’ और ‘बैंडिट क्वीन’ देखी थी। मम्मी के साथ भी कभी इस तरह के अनुभव हुए हैं? लोग मम्मी से मिलते थे। ऑटोग्राफ और फोटो लेते थे। तब मुझे मम्मी ने समझाया था कि वो एक्ट्रेस हैं। इसलिए उनके साथ ऐसा होता है। उनकी फिल्म ‘कभी हां कभी ना’ देखी थी। मुझे आइडिया था कि वो एक्ट्रेस हैं। अब आप एक्ट्रेस बन गई हैं, पेरेंट्स से क्या सलाह मिली है? मेरे पापा कहते हैं कि जैसी मैं हूं वैसी ही रहना है। एक्टिंग के बारे में उन्होंने सलाह दी कि एक्टिंग को एक्टिंग के नजरिए से मत देखना। क्योंकि तुम एक्टिंग नहीं कर रही, बल्कि तुम एक किरदार जी रही हो। उनकी यह सलाह बहुत काम आ रही है। मैं सोचती हूं कि अगर यह रियल लाइफ में होता तो क्या फीलिंग होती, कैसे रिएक्ट करती। मम्मी हमेशा मुझे अच्छे काम के लिए प्रोत्साहित करती रहती हैं। पापा की कौन सी फिल्म की रीमेक में काम करना चाहेंगी? ‘मासूम- द नेक्स्ट जनरेशन’ में काम कर रही हूं। फिल्म की शूटिंग इसी साल शुरू होगी। इस फिल्म को लेकर बहुत एक्साइटेड और नर्वस हूं। ज्यादा एक्साइटेड क्योंकि इस फिल्म को पापा डायरेक्ट करेंगे। पापा एक्टिंग और लाइफ के बारे में कैसे सोचते हैं। मुझे सब पता है। वो मुझे भी बहुत अच्छे से जानते हैं।