यूट्यूबर रणबीर अलाहबादिया के पेरेंट्स और महिलाओं पर भद्दे कमेंट वाला मामला इन दिनों सुर्खियों में है। इस मामले में पंजाबी सिंगर जसबीर जस्सी का कहना है कि पहले तो मैं उसका धन्यवाद करना चाहता हूं, जिसने आप लोगों का जमीर जगाया और फिर दुख प्रकट करना चाहता हूं कि आप लोगों की गैरत की जो ऊंचाई है, जो इतनी बढ़ चुकी है कि आपको बहुत देर बात कोई बात पिंच की है। हालांकि उन्होंने कहा यह चीज तो 15 -16 साल से रैपर कर रहे हैं। कल्चर आपकी सोसाइटी को रिप्रजेंट करता है। आपको दुनिया में प्रस्तुत करता है, हम कैसे जीते हैं। हमारा यह किरदार है। हमारे इन आर्टिस्टों ने इस किरदार की ऐसी की तैसी की है। इनको सजा तो जरूर मिलनी चाहिए और सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए। अपने बच्चों को जरूर बचाओ अपने बच्चों को इन चीजों से दूर रखो, ताकि वह सही डायरेक्शन में जा सकें। जसबीर जस्सी ने 3.24 मिनट का वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक पर शेयर कर पांच प्वाइंट उठाए हैं – 1. जस्सी ने कहा कि मुझे मेरे दोस्तों के इनबॉक्स में मैसेज और फोन आ रहे थे कि अलाहबादिया की टिप्पणी पर जो विवाद शुरू हुआ है उस पर मैं भी कुछ बोलू। मैं तो उसका धन्यवाद करना चाहता हूं, जिसने आप लोगों का जमीर जगाया और दुख प्रकट करना चाहता हूं कि आप लोगों की गैरत की जो ऊंचाई है, जो इतनी बढ़ चुकी है कि आपको बहुत देर बात कोई बात पिंच की है। 2. जस्सी ने कहा कि यह काम पिछले 15-16 साल से हो रहा है। जबसे अपनी इंडिया में रैपर आए हैं। उन्होंने गंदे गाने गाए हैं। गंदी गालियां गानों में दी हैं। और आप अपनी बहन, बेटी, मां और दादी सबको सुनाते हो और आप इन चीजों को एन्जॉय करते हो। आपको लगता है कि यह छोटी सी बात है। उसी बात का यह नतीजा है कि इन लोगों को यह बात समझ आ गई कि इन लोगों को फर्क नहीं पड़ता। इनकी गैरत मर चुकी है। हम लोग पैसे कमाते हैं। 3. इन लोगों ने शो बनाया जो बहुत गंदा था। जिसका जिक्र भी नहीं कर सकते हैं। उसमें बेचारी लड़कियां बैठी हुई थीं। उनके ऊपर तर्स करता हूं। उसमें एक एक दो हमारे सरदार बैठे थे। जिन पर लड़कियों से ज्यादा तर्स आता है। वह लोग इतना गिर गए, उन्हें इतनी पॉपुलैरिटी चाहिए या उनकी जमीर मर नहीं गई है, दबा दी गई । अभी भी जाग जाओ, अभी आपकी जमीर को अलार्म मिला है । 4. इन लोगों के खिलाफ केवल सिर्फ एफआईआर नहीं होनी चाहिए। बल्कि सरकार को कहना है कि कोई पॉलिसी लेकर आओ, ताकि बच्चों के दिमाग बच सकें। जैसे हम अपने बच्चों को नशे से बचाते हैं। जैसे पहले वेद, कुरान, बाइबिल और गुरु ग्रंथ साहिब में डिस्पेलन सिखाए गए। वह इसलिए सिखाए गए हैं कि ताकि लोग इतने गंदे न हो जाए कि उन्हें अपने आप से ही शर्म आना शुरू हो जाए जाए। इसके ऊपर सेंसरशिप होनी चाहिए। जैसे हर चीज पर एक पॉलिसी होती है। 5. जैसे एक प्लॉट पर एक पॉलिसी होती है। जब प्लॉट बनाना होता है तो गवर्नमेंट बताती है, इससे पीछे आगे कितनी जगह छोड़नी होगी। गली कैसे रहेगी, फायर के लिए कैसे इंतजाम होंगे। वैसे कल्चर पर भी पॉलिसी होनी चाहए। वह आपको डायरेक्शन देता है। कल्चर आपकी सोसाइटी को रिप्रजेंट करता है। आपको दुनिया में प्रस्तुत करता है कि यह हमारा कल्चर है। हम कैसे जीते हैं। हमारा यह किरदार है। हमारे इन आर्टिस्टों ने इस किरदार की ऐसी तैसी की है। इनको सजा तो जरूर मिलनी चाहिए और सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए। अपने बच्चों को इन चीजों से दूर रखों, ताकि वह सही डायरेक्शन में जा सकें। 8 फरवरी का रिलीज हुआ था एपिसोड ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ स्टैंड-अप कॉमेडियन समय रैना का शो है, जिस पर विवाद हो रहा है। यह एपिसोड 8 फरवरी को यूट्यूब पर रिलीज किया गया था। इस शो में बोल्ड कॉमेडी कंटेंट होता है। इस शो के दुनियाभर में 73 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। इस शो में पेरेंट्स और महिलाओं को लेकर ऐसी बातें कही गईं, जिनका जिक्र दैनिक भास्कर यहां नहीं कर सकता है। समय रैना के इस शो के हर एपिसोड को यूट्यूब पर औसतन 20 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिलते हैं। समय और बलराज घई को छोड़कर इस शो के हर एपिसोड में जज बदलते रहते हैं। हर एपिसोड में नए कंटेस्टेंट को परफॉर्म करने का मौका मिलता है। कंटेस्टेंट को अपना टैलेंट दिखाने के लिए 90 सेकेंड दिया जाता है।