शिक्षक दिवस के मौके पर आज देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने विशेष प्रयासों के लिए 47 शिक्षकों को पुरस्कार प्रदान करेंगे। इनमें से दो शिक्षकों को विशेष श्रेणी में सम्मानित किया जाएगा, उनमें संत जुमार साहनी शामिल हैं, जिन्होंने एक समय में सुनसान पड़े स्कूल को बिहार में सर्वश्रेष्ठ बनाया। वहीं, गुजरात के सुधा जोशी ने दृष्टिहीन छात्रों को मुख्यधारा की शिक्षा में वापस लाया।
डॉ. राधाकृष्णन की याद में मनाया जाता है शिक्षक दिवस
भारत पहले उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के अवसर पर हर साल शिक्षक दिवस मनाया जाता है। अपने जीवन के अधिकांश समय, एक स्कॉलर और शिक्षाविद रहे राधाकृष्णन को उनके तुलनात्मक पूर्वी और पश्चिमी दर्शन के लिए जाना जाता है। उन्होंने शिक्षकों और गुणवत्ता शिक्षा के लिए बहुत वकालत की थी। इसी क्रम में वर्तमान शिक्षा के क्षेत्र में अपना अहम योगदान देने वाले शिक्षकों को आज सम्मानित किया जा रहा है।