देश की अग्रणी इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, कंस्ट्र्रक्शन और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी लार्सेन एंड टुब्रो (एलएंडटी) के निवेशकों को अभी कोई विशेष लाभांश या बायबैक योजना का लाभ नहीं मिलेगा। कोरानावायरस महामारी के कारण कंपनी नकदी जमा करने और कर्ज को कम करने पर ध्यान दे रही है। हालात में सुधार होने के बाद कंपनी अपने निवेशकों को लाभ पहुंचाने पर विचार करेगी। हाल में एक कारोबार बेचने से कंपनी को 14,000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय हुई है।
पिछले 5 महीने में कारोबारी माहौल में भारी अनिश्चितता बनी रही
एलएंडटी के सीईओ और एमडी एसएन सुब्रमण्यन ने एक साक्षात्कार में कहा कि हम कोरोनावायरस महामारी के दौर से गुजर रहे हैं। पिछले 5 महीने में कारोबारी माहौल में भारी अनिश्चितता बनी रही है। ऐसे समय में बैलेंस शीट को मजबूत करना और नकदी को बचाकर रखना जरूरी है। जब महामारी की अवधि और इसके असर के बारे में स्पष्टता दिखने लगेगी, तब हम सरप्लस कैश का विश्लेषण करेंगे और शेयरधारकों को संभावित वितरण पर विचार करेंगे।
अनिश्चितता की मौजूदा स्थिति में नकदी का बड़ा बफर बनाना जरूरी
सुब्रमण्यम ने शेयरधारकों को वितरण किए जाने वाले एक सवाल के जवाब में कहा कि जब माहौल सामान्य हो जाएगा और एलएंडटी के कोर बिजनेस लगातार कैश जनरेट करने लगेंगे, तब हम सर्वाधिक टैक्स इफीशिएंट तरीके से शेयरधारकों को रिवार्ड करने पर अनुकूल नजरिया अपनाएंगे। अनिश्चितता की मौजूदा स्थिति में नकदी का बड़ा बफर बनाना ज्यादा जरूरी है। कंपनी ने हाल में अपना इलेक्ट्रिकल एंड ऑटोमेशन (एलएंडटी ईएंडए) कारोबार स्नीडर इलेक्ट्रिक को बेचा है। इस सौदे से कंपनी को 14,000 करोड़ रुपए मिले हैं।
स्थिति सुधरने पर एलएंडटी मेट्र्रो (हैदराबाद) और नाभा पावर लिमिटेड का भी हो सकता है विनिवेश
उन्होंने इस सौदे के बारे में कहा कि कारोबार बेचने से हुई आय के कुछ हिस्से का उपयोग ग्रुप का कर्ज घटाने में किया जाएगा। साथ ही इससे नकदी का स्तर बढ़ाया जाएगा, जो महामारी की मौजूदा स्थिति में जरूरी है। अन्य नॉन कोर बिजनेस को बेचने की योजना के सवाल पर उन्होंने कहा कि स्थिति सामान्य होने पर एलएंडटी मेट्र्रो (हैदराबाद) और नाभा पावर लिमिटेड के विनिवेश पर विचार किया जा सकता है।