पोषण के मामले में हम दुनिया के ज्यादातर देशों से कमजोर हैं। कुपोषित शरीर से काम करने की क्षमता 10-15 फीसदी तक कम हो जाती है। न्यूट्रीशन वीक के 7वें दिन आज बात उन चीजों की जो शरीर के लिए जरूरी हैं लेकिन खाने की थाली तैयार करते समय इनका ध्यान नहीं रखा जाता। जैसे प्रोटीन, विटामिंस, कार्बोहाइड्रेट, वसा और पानी। आहार विशेषज्ञ डॉ. सविता दावरे बता रही हैं कुपोषण को मिटाने के लिए शरीर में इनकी पूर्ति होना कितना जरूरी है…
प्रोटीन : वजन घटाने व मसल्स बनाने के लिए जरूरी तत्व
हमारे रोजमर्रा के भोजन में 30% प्रोटीन होना चाहिए। इसे अंडे, मछली, क्विनोआ, मशरूम, पनीर, दाल, छोले या चना, राजमा आदि से प्राप्त किया जा सकता है। यह खासतौर पर बढ़ते बच्चों और महिलाओं के लिए, जो रजोनिवृत्ति के समीप हैं, बहुत जरूरी है। प्रोटीन मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है। वजन घटाने में सहायक है। त्वचा, नाखून और बालों को स्वस्थ बनाता है।
विटामिंस इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार और बीमारियों से बचाते हैं
विटामिन और खनिज दोनों ही बीमारियों को दूर करने और शरीर को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। विटामिन सी मजबूत इम्युनिटी के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह इम्युनिटी ही घातक बीमारियों से लड़ती है। कई प्रकार के विटामिन ई, डी के साथ कैल्शियम, प्रोटीन और जस्ता भी मदद करते हैं। सब्जियां और फल अलग-अलग तरह के शरीर के लिए जरूरी विटामिन्स के स्रोत हैं।
पानी : शरीर की सफाई के लिए सबसे जरूरी तत्व
पर्याप्त पानी न केवल शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है, बल्कि वजन को भी संतुलित करता है। किसी भी व्यक्ति को कम से कम 5 लीटर पानी पीना चाहिए।
कार्बोहाइड्रेट : 1 ग्राम में 4 कैलोरी, कॉम्प्लेक्स कार्ब फायदेमंद
अन्य सभी पोषक तत्वों की तरह कार्बोहाइड्रेट भी महत्वपूर्ण है। यदि आप वजन कम करना चाहते हैं, तो साधारण कार्ब्स (साबूत गेहूं, सूजी, चावल, पोहा) को कम कर सकते हैं। इनकी जगह कॉम्प्लेक्स काल (बाजरा, जई, सिंघाड़ा आटा, क्विनोआ, कुट्ट, रागी, राजगिरा) प्रयोग करें। वैज्ञानिकों के अनुसार 1 ग्राम कार्ब में 4 कैलोरी होती है।
फैट : चमकती त्वचा के लिए जरूरी है सही मात्रा में वसा लेना
शरीर के बेहतर काम करने के लिए गुड फैट की जरूरत होती है जैसे कि कोशिकाओं का निर्माण, हार्मोन, मांसपेशियों और हड्डियों की गतिविधियों का उचित कार्य, कैलोरी अवशोषण और चमकती त्वचा। अंडे, जैतून का तेल, देसी घी, बादाम, अखरोट और सरसों का तेल आदि हेल्दी के अच्छे स्रोत हैं।
चिंता : देश में हर दूसरा बच्चा कुपोषण का शिकार
द स्टेट ऑफ द वर्ल्डस चिल्ड्रेन- 2019′ की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व में 5 वर्ष तक की उम्र के प्रत्येक 3 बच्चों में से एक बच्चा कुपोषण अथवा अल्पवज़न की समस्या से ग्रसित है। पूरे विश्व में लगभग 20 करोड़ तथा भारत में प्रत्येक दूसरा बच्चा कुपोषण के किसी-न-किसी रूप से ग्रस्त है।
रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2018 में भारत में कुपोषण के कारण 5 वर्ष से कम उम्र के लगभग 8.8 लाख बच्चों की मृत्यु हुई जो कि पाकिस्तान व अफ्रीकी देशों से भी ज्यादा बड़ा आंकड़ा है।